Overcome Loneliness: कई बार बिना किसी बात के भी मन काफी उदास होता है। आंखों में आंसू अपने आप आ जाते हैं, किसी काम में मन नहीं लगता, किसी से बात करने का मन नहीं करता, लगता है जैसे किसी को हमारी जरूरत नहीं है, तो इसका साफ मतलब है कि आप अकेलापन महसूस कर रहे हैं। जी हां, लोग ‘अकेलेपन’ के कारण भी ऐसा महसूस करते हैं। अकेलापन अपने आप में एक बीमारी है। यह कई बीमारियों का कारण भी है। ऐसे में समय रहते इसका इलाज खोजना जरूरी है।
शोध, मस्तिष्क में न्यूरॉन्स हो जाते हैं कम

ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक अध्ययन के अनुसार अकेलेपन के कारण लोगों में असमय मृत्यु का खतरा 50 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। इतना ही नहीं अकेलापन अपने साथ कई बीमारियां भी लाता है। जैसे ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल, डिप्रेशन और अल्जाइमर। शोध के अनुसार लंबे अकेलेपन से लोगों को तनाव रहता है। जिससे मस्तिष्क में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। कोर्टिसोल संक्रमण से प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया कम हो जाती है। यह मस्तिष्क में न्यूरॉन्स को भी कम सक्रिय कर देता है, जिससे कोशिकाएं मृत होने लगती हैं और हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।
अच्छे खाने से मिलेगा पोषण-खुशियां

अकेलापन महसूस कर रहे हैं तो कुछ कोशिशें आपको अच्छा फील करवा सकती हैं। खाना आपका अकेलापन दूर नहीं कर सकता, लेकिन यह आपको ‘फील गुड’ करवा सकता है। इसलिए अपने खाने में भरपूर सब्जियां, फल, साबुत अनाज, नट्स और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें। कई अध्ययन बताते हैं कि संपूर्ण आहार से हैप्पी हार्मोंस जुड़े होते हैं। अच्छा खाएंगे तो पोषण और खुशियां दोनों मिलेंगी।
वॉकिंग करना है अच्छा

उदास महसूस कर रहे हैं तो हर रोज 30 मिनट की वॉक इसे दूर कर सकती है। अगर आपके लिए यह ज्यादा समय है तो इसे दो से तीन बार में पूरा करें, लेकिन खुद को समय जरूर दें। ये आपका मूड और सेहत दोनों सुधारेगी। इससे खून में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में पहुंच पाती है। इसी के साथ एरोबिक एक्सरसाइज भी अल्जाइमर जैसी बीमारियों को दूर रखने में मददगार है।
लोगों से जुड़े रहें

अकेलापन आपके लिए तब ही नुकसानदायक है, जब आप अकेलापन महसूस करेंगे। इसलिए खुद को इतना समय ही न दें कि आप खालीपन महसूस करें। अपने परिवार, दोस्तों, रिश्तेदारों से जुड़े रहें। उनसे अपनी परेशानियां, खुशियां रोज बांटें। इससे आपका दिल भी हल्का होगा और आपको अकेलापन भी महसूस नहीं होगा। शोध बताते हैं कि जो लोग अकेलापन महसूस करते हैं उनमें स्ट्रेस हार्मोन ज्यादा बनता है, जिससे सूजन, अर्थराइटिस और डायबिटीज का खतरा रहता है।
बुरी आदतों से दूर रहें
अकेलापन दूर करने के लिए कुछ लोग नशे का सहारा लेते हैं, लेकिन इससे परेशानी और बढ़ जाती है। सिगरेट, तंबाकू, शराब आदि हार्ट डिजीज के साथ ही कैंसर, लंग्स डिजीज का कारण बनते हैं। इसलिए इनसे दूरी ही अच्छी है। नशा छोड़ने से आपका शरीर स्वस्थ होगा। एक साल में हार्ट अटैक का खतरा आधा हो जाएगा।
‘टाई ची’ आजमाएं
‘टाई ची’ एक चाइनीज एक्सरसाइज है। यह 50 प्लस की उम्र के लोगों के लिए अच्छा विकल्प है। इसमें एक्सरसाइज के बहुत धीरे मूवमेंट होते हैं और श्वास प्रणाली को ठीक करने पर ध्यान दिया जाता है। यह एक तरीके से एक्सरसाइज और मेडिटेशन का मिश्रण है। इसे करने से तनाव कम होता है, बॉडी का बैलेंस इंप्रूव होता है और यह अर्थराइटिस के दर्द को भी कम करता है।
भरपूर नींद लें

तनाव और चिंता अनिद्रा का प्रमुख कारण है। अकसर बुजुर्ग इस समस्या से जूझते हैं। नींद नहीं आने के कारण उनके मन में तरह तरह के विचार आने लगते हैं। इसलिए आप वॉक एंड स्लीप का फॉर्मूला अपनाएं। कुछ देर की वॉक के बाद आप सोएंगे तो आपको अच्छी नींद आएगी। इससे आपकी बॉडी क्लॉक भी सही होगी। दिन में 20 मिनट से ज्यादा की नींद न लें।
दिमाग को बदलने का समय दें
जरूरी नहीं है कि आप अपना दिन बुरी यादों को सोचने में ही बिताएं। इससे बेहतर है कि आप क्रॉसवर्ड, पहेलियां सुलझाना, सुडोकू, चेस और बुक्स रीड करें। इससे आपका मन भी लगेगा और आपको अच्छा महसूस होगा। इससे अल्जाइमर जैसी बीमारियां भी कम होती हैं।
