Hindi Vyang: विक्की पृथ्वी पर जब मेरा पदार्पण हुआ तो हमारे माता-पिता रिश्तेदारों ने हमें पालने से पहले मुगालता पाल लिया। मां को लगा मेरा बेटा डॉक्टर बनेगा तो पूज्य पिताश्री मुझमें अभियंता का भविष्य तलाशने लगे। बड़ी बहन आईएएस का तो बुआ वर्दी धारी बनने की गैर-आधिकारिक घोषणा तक कर बैठी। सभी को हमारे […]
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शादी के बरसों बाद इस तरह भागना: Hindi Vyang
Hindi Vyang: उसका कद छोटा था, लेकिन जबान लंबी थी। अक्सर ओछे लोगों की जबान लंबी ही होती है। कुछ लोग तो अपने ओछेपन को छुपाने के लिए ही अपनी जबान को लंबा कर लेते हैं। अक्सर ऐसे लोगों की जबान गुलाबी रंग का सांप प्रतीत होती है। मानो, जबान का सांप के साथ मुकाबला […]
ऐनिमल लवर: Hindi Vyang
Hindi Vyang: अपने पापा को फर्राटे से कार लेकर गेट से निकलते देख कर छ: साल का बुकू उनके तेज गति से अभिभूत हो अपनी दादी गायत्री देवी से बोला, ‘दादी, मैं कब बड़ा होऊंगा?‘अब तुम्हे कौन-सी जल्दी पड़ गई बड़े होने की? घर के दो बड़े, तेरे मम्मी-पापा ही क्या कम हैं, उथल-पुथल मचाए रखने के […]
डे क्यों मनाओ रे: Hindi Vyang
Hindi Vyang: हमें आपसे एक बात पूछना था और वो है कि आजकल लोग हर चीज का ‘डे’ मनाते हैं, जैसे मदर्स-फादर्स डे! अब बताइये इसकी क्या जरूरत है। मां को आदमी केवल एक ही दिन याद करता है क्या! दिमाग पर जोर डालने पर समझ आया कि आजकल यह बीमारी बड़े जोरों-शोरों पर चल पड़ी […]
जी हां! मैं डॉक्टर हूं
Hindi Vyangya: जी हां! मैं डॉक्टर हूं, ये वाली नहीं वो वाली, अब पूछिये वो वाली क्या होता है। भई इंसानों वाली नहीं किताबों वाली, तो क्या वो वाले किताबें नहीं पढ़ते हैं? पढ़ते हैं जनाब सच मानिए तो वही पढ़ते हैं, हम तो पढ़ कर भी अनपढ़ हैं। पूछिये क्यों? पूछिये-पूछिये, भई हम हर […]
फालतू-व्यंग्य
मुबारक हो आखिर बोर्ड के रिजल्ट निकल आये,वरना तो इस बैच के जैसे नकारा और फालतू बच्चे तो कभीहुए ही नहीं।अब पूछिये मैंने ये क्यों कहा…कुछ वर्षों पहले एक फ़िल्म आई थी जिसका शीर्षक था “फालतू”…।अनायास ही मुझे वो फ़िल्म याद आ गई, जिसमें निर्देशक ने यह दिखाने का प्रयास किया गया था कि बॉर्डरलाइन […]
