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विशेषज्ञों का मानना है कि सेक्स में जोश भरने के लिए लोग पोर्न के साथ ही कई फिल्मों से प्रेरित हो रहे हैं। लेकिन कभी कभी जुनून के इस खेल को और भी मनोरंजक बनाने की ख्वाहिश खतरनाक हो सकती है।

Sexual Choking during Sex: सेक्स सिर्फ एक एक्टिविटी नहीं है। यह उत्साह, जुनून, प्यार और प्रयोग का एक ऐसा शानदार मिश्रण है जो हर कपल को खुशियां देता है। लेकिन कभी कभी जुनून के इस खेल को और भी मनोरंजक बनाने की ख्वाहिश खतरनाक हो सकती है। जी हां, पोर्न फिल्में देखकर सेक्स पॉजिशन तय करना डरावना हो सकता है। अब डॉक्टर्स ने भी इस ट्रेंड को गलत बताया है।

ये ट्रेंड बन गया है आफत

People are getting inspired by many movies as well as porn to fill the passion in sex.
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विशेषज्ञों का मानना है कि सेक्स में जोश भरने के लिए लोग पोर्न के साथ ही कई फिल्मों से प्रेरित हो रहे हैं। इसमें से एक ट्रेंड है सेक्स के दौरान गले को सहलाना और हल्का दबाना। लेकिन पोर्न के एक्साइटमेंट में कभी कभी यह हरकत हद से बढ़ जाती है। ऐसे में बिना सोचे समझे किया गया यह एक्ट ‘सेक्सुअल स्ट्रैंगुलेशन’ यानी सेक्स के दौरान गला घुटने का कारण बन सकता है। अध्ययन बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में यह ट्रेंड युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। 58 प्रतिशत युवतियों ने इसे अनुभव किया है।

यह जानना है महिलाओं के लिए जरूरी

सेक्सुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ रिसर्चर डॉ. डेबी हर्बिनिक ने इस चलन को लेकर अध्ययन किया। जिसमें कई अहम बातें सामने आई हैं। इस स्टडी के ​अनुसार सेक्सुअल स्ट्रैंगुलेशन के कारण स्थायी रूप से ब्रेन डैमेज हो सकता है। स्टडी में पता चला है कि जिन महिलाओं को 30 दिनों में चार बार सेक्सुअल स्ट्रैंगुलेशन का एहसास हुआ है। उनके मस्तिष्क की संरचना में बदलाव आने लगता है। इससे उनकी याददाश्त भी प्रभावित होती है। स्टडी में सामने आया कि सेक्स के दौरान गला घोंटना या अन्य हार्ड सेक्स एक्टिविटी करना युवा काफी पसंद करते हैं। लेकिन इसके परिणामों से वे अनजान होते हैं।

इसलिए बढ़ जाती है परेशानी

डॉ. डेबी हर्बिनिक का कहना है कि सेक्सुअल स्ट्रैंगुलेशन के दौरान मस्तिष्क में खून का प्रवाह सीमित होने लगता है। इससे ​ब्रेन सामान्य क्षमता से काम करना बंद कर सकता है। इसी के साथ ऑक्सीजन और ग्लूकोज की आपूर्ति में भी कमी आने लगती है। अगर ये स्थिति पांच मिनट से ज्यादा रहती है तो नेक्रोसिस और ब्रेन डैमेज का खतरा हो सकता है। शोधकर्ता का कहना है कि ऐसी स्थिति 10 सेकंड के लिए भी खतरनाक ही है। क्योंकि ऑक्सीजन कम होने से भी मस्तिष्क क्षति का खतरा होता है।

पोर्नोग्राफी से बढ़ रहा ट्रेंड

डॉ. हर्बर्निक का कहना है कि किशोरों और युवाओं के लिए यह बड़ी चिंता का विषय है। क्योंकि उन्हें सेक्स का अनुभव नहीं होता। वे पोर्न या वेब सीरिज, फिल्मों से इसे सीखते हैं। ब्रेन बिहेवियर पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जो महिलाएं या युवतियां सेक्सुअल स्ट्रैंगुलेशन से गुजरती हैं, उनकी मस्तिष्क की संरचना प्रभावित होने लगती है। ऐसी महिलाओं में कॉर्टिकल की मोटाई बढ़ने लगती है। जिससे उनकी स्मरण और याददाश्त की क्षमता प्रभावित होती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इससे महिलाएं अवसाद में जा सकती हैं।

गर्दन में दर्द और चोट

मेलबर्न लॉ स्कूल की प्रोफेसर हीथर डगलस के अनुसार कई बार इसके कारण गर्दन में दर्द और चोट आने का डर रहता है। एक सर्वे के अनुसार 16 से 34 साल के 35 प्रतिशत लोगों ने सहमति से सेक्स के दौरान भी यह बुरा अनुभव किया है। वहीं लगभग 50 प्रतिशत को गर्दन में चोट आई है।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...