पीरियड सेक्स को लेकर परेशान हैं तो जान लें ये 6 बातें
ऐसे में कई बार उनको पीरियड्स में सेक्स किया जा सकता है या नहीं ये ख्याल भी परेशान करता है। कई महिलाएं पीरियड्स के दौरान सेक्स करना पसंद नहीं करती हैं।
पीरियड्स के दौरान महिलाएं कई तरह के अनुभव महसूस करती हैं। हार्मोनल बदलाव की वजह से उनके स्वभाव में भी उतार चढ़ाव आता है। पेट दर्द, सूजन, मूड स्विंग आदि से जूझते हुए कई बार वो परेशान होने लगती हैं। ऐसे में कई बार उनको पीरियड्स में सेक्स किया जा सकता है या नहीं ये ख्याल भी परेशान करता है। कई महिलाएं पीरियड्स के दौरान सेक्स करना पसंद नहीं करती हैं। वहीं कुछ महिलाएं इस दौरान सेक्स से कोई परहेज़ नहीं रखना चाहती हैं। ऐसे में सवाल उठता है की पीरियड्स के दौरान सेक्स किया जाना चाहिए या नहीं।
आइये जानते हैं ज्यादातर महिलाओं के मन में क्या क्या सवाल होते हैं और क्या है उनका सही जवाब।
प्रेग्नेंसी

पीरियड्स में बिना प्रोटेक्शन इंटिमेट होने पर प्रेग्नेंसी होना संभव है, जबकि ऐसा माना जाता है की इसकी संभावना कम होती है, लेकिन आप इस दौरान प्रेग्नेंट नहीं हो सकती हैं ये मान लेना पूरी तरह से गलत है।साइंटिफिक तौर पर माना जाता है की पुरुष के स्पर्म्स, फीमेल पार्टनर के अंदर चार से 5 दिनों तक जीवित रह सकते हैं। अगर महिला का पीरियड कम दिनों तक रह कर जल्द ही ओव्यूलेशन होने लगता है तो पूरी तरह से प्रेग्नेंसी संभव है।
दर्द

पीरियड्स के दौरान अपने पार्टनर के साथ इंटिमेट होने पर दर्द बढ़ेगा या कम होगा इस बात को ले कर कई महिलाएं असमंजस में रहती हैं। वैसे माना जाता है की इस से पीरियड्स में होने वाली ऐंठन में कुछ राहत मिलती है। लेकिन ये पूरी तरह से आपके शरीर की क्षमता पर निर्भर करता है। अगर आपका शरीर ज्यादा सेंसिटिव है तो दर्द बढ़ने की संभावना रहती है। अपने शरीर की सेंस्टिविटी देखते हुए इस बात का फैसल लें की आपको पार्टनर के साथ इंटिमेट होना है या नहीं।
इन्फेक्शन

इस दौरान इन्फेक्शन की पूरी संभावना रहती है। अगर आप मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करती हैं तब भी इंटिमेट होने में परेशानी होगी। कई माहिल्याएं मेंस्ट्रुअल डिस्क का उपयोग करती हैं, इसके साथ इंटिमेट होना आसान होता है।
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ओर्गास्म
इंटिमेट होने पर अगर आप संतुष्ट होती हैं तो ओर्गास्म होगा ही, लेकिन अगर आप इस समय थोड़ा एशेज महसूस कर रहीं हैं तो ओर्गास्म होना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
ब्लड फ्लो
हर महिला का शरीर अलग होता है और अलग अलग परिस्तिथि में अलग रिएक्शन देता है। पीरियड्स में सेक्स के दौरान किसी का ब्लड फ्लो तेज़ हो जाता है तो किसी का ब्लड फ्लो कम होने लगता है।
अंदरूनी चोट

पीरियड्स के दौरान हर महिला का शरीर थोड़ा ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है जिसकी वजह से सेक्स के दौरान अंदरूनी हिस्सों पर थोड़ा असर पड सकता है। हो सकता है आपको ज्यादा दर्द का अनुभव हो या अंदर कुछ चोट लग जाए। बेशक ये चोट काफी गहरी नहीं होती लेकिन दर्द के साथ बेचैनी होना संभव है।
जरुरी बातें
इस दौरान गरम पानी से पेट और कमर की सिकाई करें।
संभव हो तो गुनगुने पानी से नहाएं।
ताज़ा और घर का बना हेल्दी खान यही खाएं।

चाय कॉफ़ी से थोड़ा परहेज़ करें।
योगा और हल्की फुल्की एक्सरसाइज जरूर करें।
