Maut ke Deewane by James Headley Chase hindi novel - Grehlakshmi
Maut ke Deewane by James Headley Chase

पेरीगार्ड के चले जाने के बाद मैं काफी समय तक अविचल अपनी जगह पर बैठा रहा। अब इस वास्तविकता से बिल्कुल इंकार नहीं किया जा सकता था कि जूली एवं सूसन हमेशा-हमेशा के लिए मुझसे जुदा हो गई हैं।

मौत के दीवाने नॉवेल भाग एक से बढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें- भाग-1

चार दिन बाद मैं अपनी छोटी बेटी कैरीन को अपनी बहन पेगी के पास अबाकों द्वीप छोड़ने गया था। डेबी भी हमारे साथ चली आई थी। यहां पर जब मैंने कैरीन को बताया कि अब उसकी मम्मी एवं बहन सूसन कभी वापस नहीं लौटेंगी तो वह आश्चर्य से मेरी ओर देखते हुए पूछने लगी-‘कभी भी वापस नहीं आएंगी?’

‘हां।’ मैंने उसे समझाते हुए कहा‒‘तुम्हें याद है तुम्हारी एक बिल्ली थी। जब वह कार के नीचे आ गई थी, तो फिर कभी वापस नहीं आई थी। उसी तरह अब तुम्हारी मम्मी और सूसन कभी वापस नहीं आएंगी।’

कैरीन की आंखों में आंसू डबडबाने लगे। वह उनको दबाने के प्रयास में अपनी नन्ही-नन्ही पलकें झपकाने लगी‒‘तो इसका आशय है कि मैं मम्मी और सूसन को अब कभी नहीं देख पाऊंगी।’ कहने के साथ उसके धीरज का बांध टूट गया और वह जोर-जोर से बिलखने लगी‒‘मुझे अपनी मम्मी चाहिए।’ पेगी उसे बांहों में लेकर प्यार करने लगी और उसे काफी देर तक सांत्वना देती रही। जब कैरीन कुछ शान्त हुई तो पेगी ने उसे सोने की एक हल्की गोली देकर सुला दिया।

मैं कैरीन को वहीं छोड़कर डेबी के साथ हवाई अड्डे चला आया। वापसी फ्लाइट पर हमने काफी देर तक आपस में कोई बात नहीं की। मैं अपने गम में डूबा हुआ था, तो डेबी अपने विचारों में ग्रस्त थी। काफी देर बीत जाने पर मैंने बातचीत का सिलसिला शुरू करते हुए कहा‒

‘अब तुम भी वापस चली जाओगी?’

‘हां।’ कहकर डेबी खामोश हो गई। फिर थोड़ी देर बाद कहने लगी‒‘मैं तो सोचा करती थी कि संसार में केवल मैं ही दुखी हूं।’

‘तुम्हें क्या दुख है?’

‘जानना चाहते हो?’

‘यदि तुम्हें ऐतराज न हो तो।’ मैंने कहा‒‘तुम भी दुखी हो और मैं भी। एक-दूसरे का दुःख जानने से दोनों के जी कुछ हल्के हो जाएंगे। तुम्हें क्या हादसा पेश आया था?’

‘मुझे एक आदमी पेश आया था। मेरा विचार था कि उसे मुझसे प्रेम है, पर वास्तव में उसे मेरी दौलत से प्रेम था। एक बार यों हुआ कि मैंने उसके घर फोन किया‒दुर्भाग्य से उस समय वह किसी और से फोन पर बात कर रहा था। उसके टेलीफोन से इंगेज की आवाज आने की बजाय मेरा फोन उससे मिल गया….यानी मुझे उसका संवाद सुनाई देने लगा। वह किसी से कह रहा था कि मेरे साथ विवाह करते ही वह रातोंरात धनाढ्य बन जायेगा…..और उसको पूरी ऐश कराएगा…..उसकी हर इच्छा पूरी करेगा, जिससे वह बात कर रहा था, वह एक स्त्री थी। मुझ पर उसकी कलई खुल गई थी‒अतः उसके पश्चात मैंने उसकी शक्ल नहीं देखी।’

‘यह तो वाकई अजीब बात है।’ मैंने डेबी से कहा।

‘मेरी बेवकूफी थी। मुझे सभी ने समझाया था कि वह मुझे धोखा देगा…..बिली को तो वह एक आंख भी नहीं भाता था पर मैं किसी की सुनने को राजी ही नहीं थी। मैं अपने आपको बहुत ही चतुर और बुद्धिमान समझती थी।’

‘तुम्हारी आयु कितनी है?’ मैंने डेबी से पूछा।

‘पच्चीस वर्ष।’

‘इस आयु में अक्सर ऐसा होता है….हर व्यक्ति अपने आपको बहुत समझदार-समझदार है और जब तक ठोकर नहीं खाता, घोड़े पर सवार रहता है। तुम सौभाग्यशाली हो कि तुम्हें उसके बारे में वक्त से पहले पता चल गया।’

‘वह तो ठीक है, पर इस घटना से मुझे जो सीख प्राप्त हुई है, उसने मेरा और नाश कर दिया है। जब कोई मर्द मुझसे स्नेह से पेश आता है, तो मुझे यह वहम होने लगता है कि शायद वह भी मेरी दौलत के कारण ही मुझसे इस तरह से पेश आ रहा है। मुझे मर्दों पर विश्वास ही नहीं रहा‒मर्दों पर क्या….मुझे तो अब अपने आप पर ही विश्वास नहीं रहा। अब तुम्हीं मुझे बताओ कि मुझे क्या करना चाहिए?’

‘तुम गरीब हब्शी बच्चों की सहायता करनी शुरू कर दो। ये हब्शी लोग बहुत ही स्नेही होते हैं। प्यार का जवाब प्यार से देते हैं। तुम उनको यहां लाओ, शिक्षित करने का प्रयास करो‒तुम्हें बहुत आनन्द प्राप्त होगा और जब तुम्हें प्यार के बदले प्यार मिलेगा, तो तुम्हारा खोया हुआ आत्मविश्वास अपने आपसे लौटने लगेगा। तब तुम सही दिशा में सोचने लगोगी। तुम्हारी पहली जरूरत आत्मविश्वास है, जो तुममें नहीं है।’

‘तुम ठीक कहते हो।’

उसी समय मेरी दृष्टि विमान के कॉकपिट की ओर चली गई।….विमान चालक बिल पिडर उंगली के इशारे से मुझे अपने पास आने को कह रहा था। जब मैं उसके पास पहुंचा, तो उसने मुझे बताया कि अभी-अभी रेडियो सन्देश मिला है कि पुलिस आयुक्त पेरीगार्ड तुरन्त मुझसे भेंट करना चाहता है।

फ्रीपोर्ट हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद मैं घर जाने की बजाय सीधा पुलिस आयुक्त के कार्यालय चला आया। डेबी भी मेरे साथ थी। जब हम वहां पहुंचे, तो पेरीगार्ड अपने बरामदे में खड़ा था। मैंने डेबी से उसका परिचय कराते हुए कहा‒‘ल्यूकी की रवानगी के समय मिस चार्ल्स और इनके चचेरे भाई बिली चार्ल्स भी वहां पर उपस्थित थे।’

पेरीगार्ड कुछ समय तक विचारमग्न दृष्टि से डेबी के चेहरे को देखता रहा‒‘आप मेरे ऑफिस में आइए।’ कहकर पेरीगार्ड हमारी अगुवाई करता हुआ हमें अपने कमरे में ले आया….तथा हम दोनों को सम्बोधित करते हुए बोला‒‘आप दोनों में खासी दोस्ती है?’

डेबी उसके इस अचानक प्रश्न पर चौंक-सी पड़ी और मेरी ओर देखने लगी।

‘आप ऐसा ही समझ लीजिए।’ मैंने पेरीगार्ड के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा‒‘मिस चार्ल्स को तो मैं बहुत देर से नहीं जानता किन्तु इनके चचेरे भाई बिली चार्ल्स से मेरे बहुत पुराने सम्बन्ध हैं।’

कुछ क्षण के लिए, पेरीगार्ड कोई निर्णय नहीं कर पाया। फिर हम दोनों को अपने सामने बैठने का इशारा करते हुए बोला‒‘मैं कोई निर्णय नहीं कर पा रहा कि इस समय मिस चार्ल्स को यहां होना चाहिए अथवा नहीं, किन्तु आपको इस समय एक मित्र की आवश्यकता है।’

‘आप जो ये कह रहे हैं कि मुझे इस समय एक मित्र की आवश्यकता है, तो इसका आशय है कि आपको उस दुर्घटना का कोई समाचार मिला है।’

पेरीगार्ड ने एक दीर्घ श्वास लेते हुए कहा‒‘एक मछुआरे को कैंट द्वीप के समुद्र तट पर आपकी लड़की का शव पड़ा हुआ मिला है।’

‘कैट द्वीप! ‘मैंने विस्मय से कहा‒यह कैसे हो सकता है….मेरा ल्यूकी याट तो मियामी के लिए….यानी यहां से दक्षिण-पश्चिमी दिशा में रवाना हुआ था….जबकि कैट द्वीप यहां से दक्षिण पूर्व में दो सौ मील की दूरी पर स्थित है। उस मछुआरे को और आपको गलतफहमी हुई है, वह शव मेरी बेटी सूसन का नहीं हो सकता, किसी अन्य का होगा।’

‘वह आप ही की बेटी का शव है, मिस्टर मेगन।’ पेरीगार्ड ने कहा।

‘मैं हरगिज नहीं मान सकता….मैं वह शव देखना चाहता हूं।’

‘मैं आपको यह परामर्श नहीं दूंगा।’ पेरीगार्ड ने सिर हिलाते हुए कहा‒‘आप बिल्कुल नहीं पहचान पाएंगे।’

‘क्यों?’

‘अब मुझे आपको यह भी समझाना पड़ेगा कि समुद्र के पानी में लाश की क्या दुर्दशा हो जाती है?’

‘यदि मैं ही अपनी लड़की के शव को नहीं पहचान पाऊंगा, तो आपको कैसे निश्चय है कि वह उसी का शव है? सूसन के कैट द्वीप जाने का तो प्रश्न ही नहीं उठता।’

पेरीगार्ड ने अपने डेस्क के दराज से एक कार्ड निकालकर मेरे सामने रखते हुए कहा‒‘यह आपकी लड़की का डेन्टल रिकार्ड है। इसे हमने उसके स्कूल से प्राप्त किया है। आपके फैमिली डेन्टिस्ट डॉक्टर मिलर ने उस शव के दांतों एवं इस कार्ड की तुलना की है। वे बिल्कुल मेल खाते हैं। तत्पश्चात हमने एक अन्य दन्त चिकित्सक की राय ली थी‒वह भी इसी नतीजे पर पहुंचा है कि वह डेन्टल रिकार्ड और उस शव के दांत आपस में मेल खाते हैं….अतः इसमें सन्देह की कोई गुन्जाइश ही नहीं कि वह लाश आपकी बेटी की न हों।

यह सुनकर मेरी हालत कुछ अजीब-सी होने लगी, तो भी मैंने किसी तरह अपने आप पर अधिकार पाकर पेरीगार्ड से पूछा‒‘जूली और बाकियों का क्या पता चला है?’

‘अभी तक कुछ भी नहीं।’ पेरीगार्ड ने उत्तर देते हुए कहा‒‘जांच पड़ताल के दौरान हो सकता है कोई संकेत मिल जाए।’

‘आप मुझे यह समझाइए कि मेरी बेटी का शव कैट द्वीप कैसे पहुंच गया। आप एवं मैं, हम दोनों ही फ्रीपोर्ट निवासी हैं और इस बात को भली-भांति जानते हैं कि जब भी हमारे समुद्र में कोई दुर्घटना होती है, तो जहाज, याट या नौका के भग्नावशेष उत्तर पूर्व दिशा में बह जाते हैं, जब कि कैट द्वीप दक्षिण पश्चिम दिशा में है।’

‘इस बारे में मैं आपकी तसल्ली नहीं कर सकता‒हां, यदि आप उस नाविक का कुछ हुलिया बता सकें तो उससे हमें यह केस हल करने में काफी सहायता मिलेगी।’

‘जब मैंने उसे देखा ही नहीं….तो मैं भला क्या बता सकता हूं।’

पेरीगार्ड ने कहा‒‘हमने मैरिना पर काफी लोगों से पूछताछ की है, पर हमें कोई सुराग नहीं मिला। सबसे कठिन बात तो यह है कि हर मैरिना की आबादी अल्पकालिक होती है‒आये, ठहरे और चले गए….आज यहां कल वहां। अतः मैरिना से कुछ पता नहीं चल सकता कि कौन लापता है, जिसको संदिग्ध समझा जा सके। इसके अलावा हमने पीटर ऐलबरी की जान-पहचान वालों से भी पूछताछ की है कि यदि उनमें से किसी ने उसे किसी अजनबी से बातचीत करते देखा हो, पर उसमें भी हमें कोई सफलता नहीं मिली।’

डेबी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा‒‘हो सकता है कि वह नाविक अजनबी न हो‒यहीं का रहने वाला हो।’

‘वह एक अजनबी ही है।’ पेरीगार्ड ने आत्मविश्वास से कहा‒‘जहां तक मेरा अनुमान है, वह एक अमरीकन नाविक है और समय-समय पर अपना निवास स्थान बदलता रहता है।’

‘यदि ऐसा है तो उसका नाम अमरीका के गुमशुदा लोगों की सूची में होना चाहिए।’ डेबी ने कहा।

‘वह एक आवारागर्द नाविक है, मिस चार्ल्स।’ पेरीगार्ड ने उत्तर देते हुए कहा‒‘और आवारागर्द का नाम गुमशुदा लोगों की सूची में नहीं होता। आवारागर्द लोग कभी भी एक जगह नहीं टिकते और यदि आपकी यह दलील मान भी ली जाये कि उसका हुलिया अमरीका के गुमशुदा लोगों की सूची में दर्ज होगा तो आप ही बताइए कि कौन-से शहर से उसके बारे में मालूम किया जाये। हमें न उसका नाम पता है, न घर का पता और न ही हम उसके हुलिये से वाकिफ है। पूछें तो किस शहर की पुलिस से और किसके बारे में?’

पेरीगार्ड मेरी और डेबी की हर दलील को इस तरह से रद्द किये जा रहा था, मानो हमारी कोई बात महत्व ही न रखती हो। इसके अलावा उसका रवैया कुछ ऐसा दबंग था कि मुझे उस पर क्रोध आने लगा। मैंने रुष्ट भाव से कहा‒‘अभी जब मैंने आपसे यह पूछा था कि मेरी लड़की का शव कैट द्वीप कैसे पहुंच गया‒तो आपने कहा था कि इस बारे में आप मेरी तसल्ली नहीं कर सकते‒इसका मतलब है कि आपको इस विषय में तसल्ली है और आप जान-बूझकर मुझसे छिपा रहे हैं।’

‘आप मुझे गलत समझ रहे हैं। मुझे बिलकुल तसल्ली नहीं है और न ही आपसे पूछताछ करने में मुझे कोई आनन्द आ रहा है।’

‘तो आप पहेलियां क्यों बुझा रहे हैं? इसका आशय है कि आपको मुझ पर सन्देह है कि मैंने ही अपना याट उड़वाया है?’ मैंने क्रोध युक्त स्वर में कहा।

डेबी मेरे बाजू पर हाथ रखते हुए बोली‒‘धैर्य रखो।’

‘धीरज क्या धरूं‒आखिर हर चीज की कोई हद होती है। मेरे साथ दुखद घटना घटी है और यह महोदय एक नारकोटिक्स स्क्वाड के इन्स्पेक्टर को साथ लेकर मुझसे पूछताछ करने आए थे, मानो मैं मादक पदार्थों का धन्धा करता होऊं।’

फिर मैंने पेरीगार्ड को सम्बोधित करते हुए कहा‒‘यदि आपको अपने बारे में कोई गलतफहमी है कि आप चूंकि पुलिस उपायुक्त हैं और कुछ भी कर सकते हैं, तो आप बहुत भारी भूल में हैं। सरकारी हलकों में मेरा काफी रसूख है और यदि आप मुझे परेशान करते रहे, तो मुझे सीधे आपके बॉस मिस्टर डीन से सम्पर्क स्थापित करना पड़ेगा और मैं आपको यकीन दिला सकता हूं कि आपको दिन में तारे दिखाई देने लगेंगे।’

पेरीगार्ड ने मेरे क्रोध का कोई नोटिस नहीं लिया और अति नम्र भाव से बोला‒‘मिस्टर मेगन, मैं आपको आश्वासन देना चाहता हूं कि पुलिस इस केस की तह तक पहुंचने के हर सम्भव प्रयास कर रही है। सरकार इस दुर्घटना से बहुत चिंतित है। हम पर पहले ही बहुत दबाव डाला जा रहा है। प्रधानमंत्री ने महान्यायवादी के लिए आदेश जारी किये हैं कि इस दुर्घटना का शीघ्र से शीघ्र पता लगाया जाये। अब अगर आप हम पर और दबाव डालेंगे, तो हमारे लिए और मुश्किल खड़ी हो जाएगी।’

‘जब तक पुलिस पर दबाव नहीं पड़ता, वह कुछ करके ही नहीं देती।’

थोड़ा चुप रहने के पश्चात पेरीगार्ड ने कहा‒‘मैं आपके दुख को समझता हूं। यदि मैं आपकी जगह होता, तो मेरी भी यही हालत होती, पर यह मामला बहुत ही जटिल है। इसमें यदि तनिक-सी भी लापरवाही बरती गई, तो हम यह केस कभी भी हल नहीं कर पाएंगे। चूंकि आपको पुलिस के बारे में गलतफहमी होने लगी है, अतः मैं आपको कुछ-कुछ बता देता हूं कि आजकल बाहामा में क्यो हो रहा है‒बशर्ते कि आप इस बारे में अपना मुंह न खोलें।’

डेबी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा‒‘यदि आप इनको कोई प्राइवेट बात बताना चाहते हैं तो मैं कमरे से बाहर चली जाती हूं।’

‘नहीं, आप यहीं रुकिये।’ पेरीगार्ड ने कहा‒‘संकटकाल के समय ही व्यक्ति को एक ऐसे मित्र की आवश्यकता होती है जिससे वह अपना दुख दर्द बांट सके….और मेरा विचार है कि इस समय आप इनकी अच्छी मददगार साबित हो सकती हैं। आपसे भी मैं यह अनुरोध करूंगा कि आप भी इस बात को अपने आप तक ही सीमित रखें।’

‘मेरी ओर से आप बिल्कुल निश्चिन्त रहिये।’ डेबी ने पेरीगार्ड को आश्वासन देते हुए कहा।

तब पेरीगार्ड मुझे सम्बोधित करते हुए बोला‒‘मिस्टर मेगन, मैं आपके ल्यूकी याट के बारे में पूरी मालूमात कर चुका हूं। ल्यूकी एक बहुत ही अच्छा तथा सुव्यवस्थित याट था। उसमें अनेक प्रकार के आधुनिक यन्त्र लगे हुए थे….ऐसे याट का यहां के शांत समुद्रों में गर्क हो जाना एक बहुत ही असाधारण सी बात है। गत कुछ वर्षों से यह देखने में आ रह है कि हर थोड़े अरसे के बाद ऐसी दुर्घटना घट जाती है‒और यह चीज सरकार के लिए एक लगातार चिन्ता का विषय बनी हुई है।’

‘आपका आशय है कि बाहामा के सागर में समुद्री डकैती की वारदातें हो रही हैं?’ डेबी ने पेरीगार्ड से पूछा।

‘मैं इसे समुद्र डकैती नहीं समझता‒क्योंकि इन याटों में कोई खजाना या हीरे जवाहरात आदि तो होते नहीं जो कोई डाका डालेगा, डकैती का तो प्रश्न ही नहीं होता। हां, इसे याट जेकिंग का नाम जरूर दिया जा सकता है। मेरे विचार से हमारा वास्ता कुछ ऐसे लोगों से पड़ा है जो चरस, ब्राउन शूगर, कोकीन आदि जैसे मादक पदार्थों की तस्करी में लगे हैं। इन लोगों के पास अपने याट भी होते हैं, जिनको वे पकड़े जाने के डर से इस्तेमाल में नहीं लाते। वे किसी अन्य याट में अस्थायी रूप से नौकरी कर लेते हैं। जब वह याट मैरिना से दूर पहुंच जाता है, तो वे याट के यात्रियों की हत्या करके याट को उस जगह ले जाते हैं जहां से उन्हें यह माल लादना होता है। तत्पश्चात इस माल को गन्तव्य स्थान पर पहुंचाकर याट को पानी में गर्क कर देते हैं, और फिर उसी मैरिना पर वापस लौट आते हैं, जहां पर उनके अपने याट या स्ट्रीम बोट खड़े होते हैं। इस भांति वे कानून की दृष्टि से बचे रहते हैं। ऐसी घटनायें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं‒याट मैरिना से रवाना होता है और फिर पता नहीं चलता कि याट या उसके यात्रियों के साथ क्या हुआ और हम पुलिस वाले आज तक एक भी याट अपहरणकर्ता को पकड़ना तो दूर, उसकी निशानदेही तक नहीं कर सके।’

डेबी ने कहा‒‘तो इसका मतलब है कि आपको उस नाविक पर सन्देह है, जिसे पीटर ऐलबरी ने अनुबन्धित किया था?’

‘हां।’

‘अर्थात आपके विचार में वह नाविक अभी तक जीवित है?’ डेबी ने पूछा।

‘मिस चार्ल्स, यदि याट किसी साधारण दुर्घटना का शिकार हुआ है, तो वह नाविक भी मर गया होगा। किन्तु आप हालात का मुलाहजा फरमाइये….मिस्टर मैगन का याट यहां से मियामी के लिए रवाना हुआ, जो यहां से दक्षिण-पश्चिम दिशा में है‒और सूसन का शैव कैट द्वीप में पाया गया, जो उत्तर पूर्व दिशा में है। यानी याट के रवाना होने के कुछ ही देर बाद उसका अपहरण करके अपने नियन्त्रण में ले लिया गया। इससे जाहिर है कि अपहरण, यानी वह नाविक, अभी जीवित है। इसी कारण से मैंने आप दोनों से अनुरोध किया है कि आप अपने मुंह बन्द रखें क्योंकि अगर वह यहीं कहीं आस-पास में है, तो उसे बिल्कुल मालूम नहीं होना चाहिए कि पुलिस किसी अपहरणकर्ता की तलाश में है। फिर थोड़ी देर की खामोशी के बाद पेरीगार्ड ने कहा‒‘मेरी सबसे बड़ी मुश्किल तो यह है कि मुझे न उसका नाम पता है, न अता-पता और न ही उसका हुलिया। ऐसी सूरत में किसी अपराधी को खोज निकालना एक दुःसाध्य कार्य है।’

मैंने जोश में कहा‒‘आप उसे किसी तरह से खोज निकालिये‒आप कहें तो मैं उसके जिन्दा पकड़ने के लिए मुंहमांगा इनाम मुकरर्र कर देता हूं।’

‘आपने उसे पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा कर दी, तो उसको ज्ञात हो जायेगा कि पुलिस उसकी तलाश में है। वह कभी भी नहीं पकड़ा जायेगा। आप हम पुलिस वालों पर बस एक कृपा कीजिये कि इस विषय में अपना मुंह बिल्कुल बन्द रखिये। मैं आपको समय-समय पर सूचित करता रहूंगा।’ कहकर पेरीगार्ड ने हमें अपने ऑफिस से विदा कर दिया।

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