World Book Day: “किताबों से कर लो मोहब्बत ,
किताबें कभी धोखा नहीं देती
और एक बार निकल गई,जिंदगी
तो जिंदगी दुबारा मौका नहीं देती।।”
कुछ लोगों को किताबों से इतना प्यार होता है की वो सारा दिन लाइब्रेरी में ही गुजारते हैं। किसी को शाम वाली चाय की चुस्कियों के साथ उपन्यास पढ़ना लुभाता है। वहीं किसी किसी का तो सारा जीवन पुस्तकों के लिए ही समर्पित हो जाता है। पुस्तकों के प्रति प्रेम रखने वालों के लिए एक ख़ास दिन आयोजित किया जाता है। हर साल 23 अप्रैल को वर्ल्ड पुस्तक दिवस मनाया जाता है। इस साल क्या होने वाला है पुस्तक दिवस पर और इस साल का क्या थीम है ये जानने के लिए आर्टिकल को ज़रूर पढ़ें।
जैसे कि आप जानते ही होंगे कि किसी भी दिन को मनाने के पीछे कोई न कोई एक ख़ास थीम जरूर होती है। वैसे ही इस साल भी विश्व पुस्तक दिवस 2022 की थीम भी बेहद अद्भुद है। गाम्बिया और वैश्विक समुदाय ने इस वर्ष के विश्व कॉपीराइट और पुस्तक दिवस की थीम ‘आर यू ए रीडर’ रखी है। प्रत्येक वर्ष, यूनेस्को और अंतर्राष्ट्रीय संगठन पुस्तक उद्योग के तीन प्रमुख क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें प्रकाशक, बुकसेलर, और पुस्तकालय को शामिल किया जाता है। आपको बता दूं की हर साल अपनी स्वयं की पहल के माध्यम से एक साल की अवधि के लिए विश्व पुस्तक राजधानी का चयन करते हैं। यूनेस्को के अनुसार, जॉर्जिया में त्बिलिसी शहर को 2021 के लिए विश्व पुस्तक राजधानी के रूप में चुना गया था। जबकि इस वर्ष 2022में गाम्बिया को चुना गया है।
किताबें न केवल हमें ज्ञान ही देती हैं बल्की ये हमारे जीवन के उद्देश को भी प्रभावित करती हैं। अब आप
सोच रहें होंगे की आख़िर किताबें तो हमने स्कूल कॉलेज में पढ़ी ही है भला विश्व पुस्तक दिवस मनाने की क्या जरूरत थी। लेकिन हर काम के पीछे एक ख़ास उद्देश्य जुड़ा होता है वैसे ही इस दिवस के पीछे भी एक महत्त्वपूर्ण वजह छिपी है। विश्व पुस्तक दिवस या वर्ल्ड बुक डे हर वर्ष 23 अप्रैल के दिन मनाया जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य किताबों को पढ़ना, उनका प्रकाशन तथा प्रकाशन से सम्बंधित अधिकारों को पूरी दुनिया में बढ़ावा देना है। आमतौर पर इसे लेखकों, चित्रकारों आदि को प्रोत्साहन देने के रूप में भी मनाया जाता है।
कहतें है सौ दोस्तों के बराबर एक पुस्तक होती है, हो सकता है आपके मित्र आपको धोखा दे जाएं लेकिन किताबें आपको कभी धोखा नहीं देगी। आप अपना कीमती वक्त अगर किताबों को देगें तो शायद ये आपको बदलें में ज्ञान और कीर्ति प्रदान करेंगी। किताबों के महत्व को देखते हुए विश्व पुस्तक दिवस को मनाना शुरु किया गया। बात अगर इस दिन को मनाने के इतिहास की कही जाए तो वर्ष 1923 में पहली बार विश्व पुस्तक दिवस (वर्ल्ड बुक डे ) स्पेनिश लेखक मिगुएल डी सर्वेन्ट्स की याद में मनाया गया था। 1995 में यूनेस्को ने फैसला किया कि 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस के रूप में मनाया जायेगा क्योंकि इसी तारीख़ पर प्रसिद्ध लेखकों विलियम शेक्सपियर, व्लादिमीर नबोकोव, मैमुएल सेजिया वैलेज, जोसेफ प्ला, मॉरिस द्रुओन और हॉलडोर लैक्सनेस आदि की जन्मतिथि अथवा पुण्यतिथि होती है। इसी दिन मिगुएल डी सर्वेन्ट्स को दफ़नाया गया था । अतः इसी दिन को विश्व पुस्तक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं क्योंकि ये हमें कभी अकेलापन महसूस नहीं होने देती हैं। इसीलिए लेखकों, प्रकाशकों, निजी एवं सरकारी शैक्षणिक संस्थानों, एनजीओ, आदि को प्रोत्साहन देने के लिए विश्व पुस्तक दिवस के साथ ही कॉपीराइट दिवस भी मनाया जाता है।

अगर आप आज से पहले इस दिन के बारे में नही जानते थे ,तो भी आप इस बार से इस दिन को मनाना शुरु कीजिए।यकीनन आपका ये नया स्टेप आपको बेहद खुशी देगा। बाजार या प्रसिद्ध किताब की दुकानों से कुछ कॉमिक्स और रोचक किताबों को खरीदने और पढ़ने के साथ विश्व पुस्तक दिवस को मनाने में कोई भी शामिल हो सकता है जहाँ सभी पसंसदीदा किताब ब्रैंड, चरित्र या लेखक पर आधारित होती है। अगर आप नोवेल पढ़ने के शौकीन हैं तो ये दिन आपके लिए ही बनाया गया है इस दिन आप अपनी कोई भी पसंदीदा नोवेल पढ़ सकते हैं। लेखकों और दूसरी महत्वपूर्णं बातों के बारे में जानने के लिये उनमें जिज्ञासा उत्पन्न करने के साथ ही पढ़ने की आदत के लिये बच्चों को पास लाने में विश्व पुस्तक दिवस एक बड़ी भूमिका अदा करता है। इस दिन को मनाने का प्रमुख उद्देश्य बच्चों के बीच पढ़ने की आदत को आसानी से बढ़ावा देना, कॉपीराइट का प्रयोग कर बौद्धिक संपत्ति का प्रकाशन और सुरक्षित रखने के लिये यूनेस्को द्वारा पूरे विश्व भर में इसे मनाने की शुरुआत हुयी। इतना ही विश्व साहित्य की दृष्टि से देखें तो 23 अप्रैल एक महत्वपूर्ण तारीख है, क्योंकि 23 अप्रैल 1616 कई महान हस्तियों की मृत्यु वर्षगाँठ थी।
अब आप सोच रहें होंगे की आखिर इस दिन को विश्व स्तर पर कैसे मनाया जाता है हम आपको बताएंगे कि हर साल इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे लेकिन इस बार कोविड-19 वायरस के कारण, अधिकांश शैक्षणिक संस्थान में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए ऑनलाइन समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। ज्यादातर बिजी और घर पर समय बिताने वाले लोग इंटरनेट के माध्यम से एक अच्छी पुस्तक डाउनलोड कर सकते हैं और पॉजिटिव किताबें पढ़कर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।