Travel guide
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हरी-भरी वादियों में बसे सोलन की ख़ास बात

यह शहर न केवल अपनी कृषि उत्पादकता के लिए प्रसिद्ध है बल्कि अपनी शांत वादियों, ऐतिहासिक स्थलों और रोमांचक ट्रेकिंग मार्गों के कारण भी पर्यटकों को आकर्षित करता है।

Travel Guide: हिमाचल प्रदेश की हरी-भरी वादियों में बसा सोलन प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों का अद्भुत संगम है। इस जगह को मशरूम सिटी ऑफ इंडिया भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती होती है। यह शहर न केवल अपनी कृषि उत्पादकता के लिए प्रसिद्ध है बल्कि अपनी शांत वादियों, ऐतिहासिक स्थलों और रोमांचक ट्रेकिंग मार्गों के कारण भी पर्यटकों को आकर्षित करता है। यदि किसी के पास केवल तीन दिन हैं और वह इस सुंदर स्थान का भरपूर आनंद लेना चाहता है तो एक सुव्यवस्थित यात्रा कार्यक्रम उसकी यात्रा को अविस्मरणीय बना सकता है।

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Cultural heritage of Solan

सोलन यात्रा की शुरुआत शूलिनी माता मंदिर से करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा। यह मंदिर न केवल स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र है बल्कि यहाँ हर वर्ष जून में एक भव्य मेला भी आयोजित किया जाता है जो श्रद्धालुओं को विशेष आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। मंदिर के शांत वातावरण में कुछ समय बिताने के बाद अगला पड़ाव होगा मोहन मीकिन ब्रेवरी, जो भारत की सबसे पुरानी शराब फैक्ट्रियों में से एक है। यह 1855 में ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित की गई थी और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसके बाद, पर्यटकों को सोलन बॉटनिकल गार्डन की ओर रुख करना चाहिए। यह स्थान विभिन्न प्रकार के दुर्लभ पौधों और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। सोलन का एक और धार्मिक स्थल जटोली शिव मंदिर देखने योग्य है। 

natural beauty
Discovering natural beauty

दूसरा दिन प्रकृति प्रेमियों और रोमांच के शौकीनों के लिए समर्पित रहेगा। सुबह जल्दी उठकर करोल टिब्बा ट्रेक करना एक अद्भुत अनुभव रहेगा। यह ट्रेक सोलन की सबसे ऊँची चोटी तक पहुँचाता है और रास्ते में हिमालय की सुंदरता के मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं। इस टिब्बा पर एक प्राचीन गुफा भी स्थित है जिसे महाभारत काल से जोड़ा जाता है। ट्रेकिंग के बाद गिरी नदी का रुख किया जा सकता है। यह स्थान अपनी शुद्धता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ पर्यटक पिकनिक मना सकते हैं और फोटोग्राफी का आनंद ले सकते हैं। करसोग घाटी की सैर करना भी एक शानदार विकल्प हो सकता है। शाम के समय पर्यटक सोलन हेरिटेज पार्क जा सकते हैं जहाँ हिमाचल की संस्कृति और इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। 

historical places
Visiting historical places

यात्रा के अंतिम दिन सोलन के पास स्थित कुछ अन्य दर्शनीय स्थलों को देखा जा सकता है। सुबह सबसे पहले कालका-शिमला टॉय ट्रेन की यात्रा करना एक अनूठा अनुभव होगा। यह ट्रेन जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल का हिस्सा है हिमालय की गोद में एक यादगार सफर कराती है। इसके बाद, पर्यटकों को चायल पैलेस की ओर जाना चाहिए जो शाही भव्यता और इतिहास से भरपूर है। यह महल अपने अद्वितीय स्थापत्य और प्राकृतिक नजारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से लौटते समय, नौकुंडा गुरुद्वारा में भी कुछ समय बिताना एक शांति दायक अनुभव हो सकता है। 

सोलन केवल एक पर्यटन स्थल नहीं बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो प्रकृति, संस्कृति और रोमांच का अनूठा मेल कराता है। यह हिमाचल की भीड़भाड़ से अलग एक शांत और सुरम्य स्थान है जहाँ तीन दिनों में भी बहुत कुछ देखा और अनुभव किया जा सकता है। चाहे ऐतिहासिक मंदिर हों, हरे-भरे जंगल हों, रोमांचकारी ट्रेकिंग हो या शांत पहाड़ी झरने, सोलन हर तरह के यात्री के लिए एक आदर्श गंतव्य है। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...