Temples in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश को अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, बर्फीली वादियों और पहाड़ों के लिए खासतौर पर जाना जाता है। लेकिन यहाँ कई धार्मिक स्थल भी हैं जहाँ देवी-देवताओं के कई प्राचीन मंदिर हैं, जो ना केवल आस्था के प्रतीक हैं बल्कि इनकी रहस्यमयी कहानियाँ भी लोगों को यहाँ दर्शन करने आने के लिए आकर्षित करती हैं। यहाँ माता के कई ऐसे प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर हैं जिनकी उत्पत्ति और निर्माण के पीछे अद्भुत धार्मिक कहानियां छिपी हुई हैं। आइए जानते हैं हिमाचल प्रदेश में स्थित माता के 5 प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में।
हिडम्बा देवी मंदिर (कुल्लू)
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में हिडम्बा देवी मंदिर स्थित है। ऐसी मान्यता है कि इस प्राचीन मंदिर का संबंध महाभारत काल से है। दरअसल जब पांडवों को वनवास मिला था तब उस दौरान उन्होंने यहाँ पर कुछ समय बिताया था। तब भीम ने राक्षसी हिडिम्बा से विवाह किया था। यहाँ पर भीम की पत्नी हिडम्बा देवी की पूजा की जाती है। इस मंदिर की स्थापना राजा बानसी सिंह के द्वारा की गई थी। यह मंदिर देवदार के घने पेड़ों से घिरा हुआ है और इसके आस-पास की प्राकृतिक खूबसूरती अद्भुत है।
नैना देवी मंदिर (सोलन)

नैना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित मंदिर है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहाँ देवी की आंखों से एक प्राकृतिक झरना निकलता है। नैना देवी मंदिर एक शक्तिपीठ है, जहाँ पर माता सती के नेत्र गिरे थे। यह मंदिर घने जंगलों के बीच में स्थित है। नवरात्रि के दौरान यहाँ भारी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुँचते हैं।
कमरुनाग मंदिर (मंडी)

हिमाचल प्रदेश में कमरुनाग मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है। यह मंडी घाटी में स्थित है। यह मंदिर पहाड़ी शैली में बनाई गई है। इस मंदिर में एक पत्थर की प्रतिमा है, जिसकी पूजा की जाती है। यहाँ जून के महीने में एक भव्य विशाल मेला भी लगता है, जिसे देखने के लिए लोग यहाँ दूर-दूर से आते हैं। इसके पास में ही कमरुनाग झील भी है, जिसकी प्राकृतिक खूबसूरती पर्यटकों और भक्तों को आकर्षित करती है। इस खूबसूरत झील को देखकर भक्त और पर्यटक अपनी सारी थकान भूल जाते हैं।
मसरूर रॉक कट मंदिर (कांगड़ा)
मसरूर रॉक कट मंदिर कांगड़ा जिले के मसरूर गांव में स्थित है। इस मंदिर को आठवीं शताब्दी में बनाया गया था। यह मंदिर समुद्र तल से तकरीबन 2535 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इसे चट्टानों को काटकर बनाया गया है और इसके निर्माण में किसी भी तरह की कोई मशीन का उपयोग नहीं किया गया है। यहाँ दर्शन करने के लिए 20 रूपए का टिकट लेना पड़ता है।
कालीबाड़ी मंदिर (शिमला)

शिमला स्थित कालीबाड़ी मंदिर भी हिमाचल प्रदेश का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है। इस मंदिर के अन्दर का माहौल हमेशा ही भजन-कीर्तन से भक्तिमय रहता है। यहाँ दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर शिमला का एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है।
