Chamba Travel Etinary
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Summary: पर्वतीय शहर चंबा की ख़ास बात

यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों, शांतिपूर्ण वातावरण और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।

Chamba Himachal Travel: हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय शहर चंबा में तीन दिन बिताना आपके लिए एक सुखद और यादगार अनुभव साबित होगा। यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों, शांतिपूर्ण वातावरण और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। अगर आप कम समय में चंबा की सबसे अच्छी झलक देखना चाहते हैं तो यहां पांच महत्वपूर्ण बिंदुओं के माध्यम से एक व्यवस्थित यात्रा योजना प्रस्तुत है।

Chamba Himachal Travel
Right way to reach and information

चंबा हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में स्थित है जो पठानकोट से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। दिल्ली या चंडीगढ़ से आप बस या टैक्सी के जरिए आसानी से चंबा पहुंच सकते हैं। निकटतम एयरपोर्ट कांगड़ा है जो लगभग 180 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यात्रा के दौरान मौसम का खास ध्यान रखें क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में अचानक बदलाव हो सकता है। गर्मियों में दिन का तापमान सुहावना रहता है जबकि सर्दियों में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इसलिए यात्रा के लिए कपड़े अच्छे से चुनें।

पहले दिन की शुरुआत लक्ष्मीनारायण मंदिर समूह के दर्शन से करें। यह मंदिर प्राचीन लकड़ी की कारीगरी और पत्थर की नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। यहां का वातावरण आध्यात्मिक शांति से भरपूर होता है। इसके बाद भूरी सिंह म्यूज़ियम जाएं जो चंबा की राजपरिवार की विरासत और लोक संस्कृति का भंडार है। शाम को रावी नदी के किनारे टहलना और स्थानीय बाजार में हस्तशिल्प सामान खरीदना अच्छा अनुभव होगा। स्थानीय भोजन जैसे मदरा, चावल और दाल जरूर चखें।

Travel to Khajjiar and Dalhousie
Travel to Khajjiar and Dalhousie

दूसरे दिन की शुरुआत जल्दी करें और खजियार की ओर रुख करें। खजियार को मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है। यहां के घास के मैदान, देवदार के पेड़ और छोटी झील मन को सुकून देते हैं। खजियार में आप ट्रेकिंग, घुड़सवारी और पैराग्लाइडिंग का आनंद ले सकते हैं। इसके बाद यदि समय और ऊर्जा हो तो डलहौजी जाकर गांधी चौक, पंचपुला और सतधारा जलप्रपात देख सकते हैं। डलहौजी की ठंडी हवा और हरे-भरे जंगल आपका दिन और खास बना देंगे।

तीसरे दिन मंदिरों की यात्रा करें जिसमें हरी राय मंदिर, सुई माता मंदिर और चंपावती मंदिर शामिल हैं। ये धार्मिक स्थल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र हैं बल्कि स्थापत्य कला के भी उत्कृष्ट नमूने हैं। इसके बाद आप सरोल गार्डन या चलेला मैदान जैसी प्राकृतिक जगहों पर आराम कर सकते हैं। यहाँ आपको शहर की हलचल से दूर शांति और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद मिलेगा।

 Food and Travel Tips
Accommodation, Food and Travel Tips

चंबा में बजट से लेकर मध्यम श्रेणी के होटल, होमस्टे और सरकारी टूरिस्ट रेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। गर्मियों के मौसम में यात्रा करें तो पहले से बुकिंग करना बेहतर होगा। भोजन में स्थानीय पकवान जैसे मदरा, कढ़ी और चावल ट्राय करें जो स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं। यात्रा के दौरान हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें, साथ ही ट्रेकिंग या लंबी सैर के लिए अच्छी जूती अवश्य लें। मोबाइल चार्जर, कैमरा और पावर बैंक साथ रखना भी जरूरी है। यह चीज़ें आपकी यात्रा को सुविधजनक बनाएँगी। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...