Safe workouts after cardiac surgery
Safe workouts after cardiac surgery

Overview:सिर्फ परंपरा नहीं, साइंस भी है पीछे

सावन में जिन चीज़ों से परहेज़ करने की बात कही जाती है, उनके पीछे केवल धार्मिक आस्था नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण भी मौजूद हैं। मौसम के बदलाव का असर हमारे शरीर पर सीधा पड़ता है, और यही कारण है कि सावधानी रखना ज़रूरी होता है।

Foods to Avoid in Shravan: सावन का महीना सिर्फ धार्मिक आस्था और व्रत-उपवास का समय नहीं है, बल्कि यह मौसम बदलाव का भी संकेत देता है। जहां एक तरफ बारिश से वातावरण में नमी बढ़ जाती है, वहीं दूसरी ओर हमारी पाचन क्रिया भी थोड़ी धीमी पड़ जाती है। ऐसे में कुछ खाद्य पदार्थों को खाने की मनाही केवल धार्मिक मान्यता नहीं, बल्कि विज्ञान भी इसे सही ठहराता है। आइए जानते हैं किन चीज़ों से सावन में बचना चाहिए और इसके पीछे क्या वैज्ञानिक कारण हैं।

दूध-दही से क्यों बचना चाहिए इस मौसम में

सावन के दौरान अक्सर कहा जाता है कि दूध और दही का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि बारिश में नमी और ठंडक के चलते इन उत्पादों में बैक्टीरिया पनपने की संभावना बढ़ जाती है, जो पेट की समस्याओं को जन्म दे सकते हैं।

हरी पत्तेदार सब्ज़ियां-पौष्टिक लेकिन खतरे से भरी

बैंगन,पालक, मेथी, सरसों जैसी हरी सब्जियां जहां पोषण से भरपूर होती हैं, वहीं बरसात में इन पर कीटाणु और कीड़े लगने की आशंका ज्यादा होती है। गीली मिट्टी में उगने के कारण इनमें कीटाणु जनित संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

समुद्री भोजन यानी सीफूड से दूरी क्यों जरूरी

सावन के महीने में मछलियों और अन्य समुद्री जीवों का प्रजनन काल होता है। इस समय इनका सेवन करना न सिर्फ पर्यावरणीय दृष्टि से गलत है, बल्कि इससे पेट संक्रमण की भी आशंका बढ़ जाती है।

ज्यादा तेल-मसाले वाले खाने से परहेज़ रखें

बारिश के मौसम में हमारी पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। ऐसे में भुजिया, समोसे, पकौड़े जैसे तले-भुने खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र पर ज़्यादा दबाव डालते हैं, जिससे गैस, अपच और एसिडिटी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

पनीर और चीज़ से दूरी क्यों ज़रूरी

पनीर या चीज़ जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स शरीर में भारीपन पैदा करते हैं और पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं। मानसून के समय ह्यूमिडिटी के कारण डाइजेस्टिव सिस्टम पहले से ही कमजोर रहता है, ऐसे में भारी चीज़ें नुकसानदायक हो सकती हैं।

फास्ट फूड और बाहर का खाना- सावधानी जरूरी

बारिश के मौसम में सड़क किनारे का खाना खाने से डायरिया, फूड पॉइज़निंग जैसी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इस समय साफ-सफाई और हाइजीन को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहिए।

ठंडे ड्रिंक्स और आइसक्रीम-गले की दुश्मन

इस मौसम में शरीर पहले से ही ठंडा रहता है, ऐसे में आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स जैसी चीजें गले में खराश और सर्दी-खांसी की वजह बन सकती हैं। यह इम्यूनिटी को भी कमजोर कर सकती हैं।

मेरा नाम वंदना है, पिछले छह वर्षों से हिंदी कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हूं। डिजिटल मीडिया में महिला स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन, बच्चों की परवरिश और सामाजिक मुद्दों पर लेखन का अनुभव है। वर्तमान में गृहलक्ष्मी टीम का हिस्सा हूं और नियमित...