लंबे समय के बाद  घुमक्कड़ों ने अब दुनिया नापना शुरू कर दिया है। वो नई से नई जगह को देखने निकाल पड़े हैं। हालांकि जगह नई नहीं होती हैं बल्कि यात्री उन जगहों पर नया होता है। लेकिन हमें यात्री के तौर पर अच्छा वहीं लगता है, जहां हमारा दिल भी लग जाए। जब वहां से आएं तो लगे कि ‘अरे दिल तो वहीं छूट गया’। ऐसी ही एक प्यारी और खूबसूरत जगह है मुन्नार। केरल के इडुक्की जिले में बना ये हिल स्टेशन सभी को भाता है। यहां के पहाड़, हरियाली और प्रकृति के अनोखे नजारे आपको यहां दोबारा आने के लिए जरूर मजबूर कर देंगे। इसके साथ यहां बने टी स्टेट तो पूरी दुनिया में मशहूर हैं। ये इसलिए भी जाने जाते हैं क्योंकि मुन्नार में ही दुनिया का सबसे ऊंचाई पर बना टी स्टेट है। इसके साथ सभी टी स्टेट सुंदर पर्वत मालाओं से घिरे हैं और यात्रियों को आकर्षित करते हैं। मुन्नार आने वाले टी स्टेट देखने जरूर ही आते हैं। चलिए प्रकृति के करीब इस जगह की सैर कर लेते हैं, यहां आने के बाद इस जगह को आप जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे, गारंटी है-
कैसे जाएं-
मुन्नार आने के लिए आपको बहुत मुश्किल नहीं होगी। आप इकसे लिए हवाई, रेल और सड़क में से कोई रास्ता चुन सकती हैं। हवाई यात्रा कर सकती हैं तो आप कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट आ सकती हैं। यहां तक देश के कई बड़े शहरों से फ्लाइट आती हैं, जैस मुंबई, दिल्ली, बंगलुरु। कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुन्नार से 125 किलोमीटर टूर है। एयरपोर्ट से टैक्सी सेर्विसेस चलती हैं, जिनके साथ आप आराम से मुन्नार पहुंच सकती हैं। रेल से यात्रा करनी है तो यहां से करीबी रेलवे स्टेशन कोच्चि है लेकिन अलुवा रेलवे स्टेशन भी यहां से 120 किलोमीटर की दूरी पर है। आप यहां आने के लिए सड़क रास्ता भी चुन सकती हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले कोच्चि, अलुवा या एर्नाकुलम तक आना होगा। उसके बाद कार या बस से यहां आसानी से आ सकती हैं। बस से आना है तो अप केरल स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की वेबसाइट से बस बुक कर सकती हैं। 
टी स्टेट की खूबसूरती-
मुन्नार आएं और यहां आकर टी स्टेट ना देखे तो मानिए कि यहां आना ही बेकार हुआ। यहां बड़ी संख्या और क्षेत्रफल में टी स्टेट बने हैं। जो देखने में सुंदर लगते हैं और प्रकृति का अजूबा भी नजर आते हैं। 
दुनिया का सबसे ऊंचा टी स्टेट-
मुन्नार और इसके टी स्टेट इस कदर प्रसिद्ध हैं कि दुनिया का सबसे ज्यादा ऊंचाई पर बना टी स्टेट यहीं पर है। मुन्नार से 32 किलोमीटर दूर स्थित है कोलुक्कुमलाई टी स्टेट। ये 8 हजार फीट की हैरान कर देने वाली ऊंचाई पर बना है। ये अपनी ऊंचाई से लोगों को हैरान करता है तो सुंदरता से भी। यहां सिर्फ जीप से जाया जा सकता है और 32 किलोमीटर की दूरी तय करने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगता है।
ऊंचा नहीं बहुत ऊंचा-
अक्सर लोग कहते हैं कि जितनी ऊंची जगह होगी, उतनी ही हवा फ्रेश भी होगी। मुन्नार के साथ बिलकुल ऐसा ही है। ये जगह 6000 फिट की ऊंचाई पर है। इस जगह पर प्रकृति को करीब से देखने का मौका मिलता हैं तो ऊंचे पहाड़ मानो आपके दोस्त बन गलबहियां ही करने लगते हैं। और आपको इस जगह की सुंदरता महसूस करने के लिए किसी खास मौसम का इंतजार करने की भी जरूरत नहीं है क्योंकि हर मौसम में आपको यहां आकर अच्छा ही लगेगा। 
तितलियों का देश-
मुन्नार जाते हुए रास्ते में आपको थाटाकड पक्षी अभयारण्य  भी मिलेगा। यहां 25 वर्ग किलोमीटर में फैले सलीम अली पक्षी विहार में आकर आपको जरूर अच्छा लगेगा। इसको समृद्ध जैव विविधता वाले स्थानों में से एक माना जाता है। इसको 1983 में स्थापित किया गया था। यहां 250 प्रकार के पक्षी देखे जा सकते हैं, जैसे एमराल्ड डव, सदर्न हिल मैना, हॉर्नबिल, कई प्रकार की किंगफिशर, बुलबुल, कोयल, ड्रोंगो, महालत। इतना ही नहीं यहां कई तरह के कैरेबियन पक्षी भी देखे जा सकते हैं। यहीं पास में तट्टेकाइ पक्षी विहार के एक हिस्से में तितलियों का संवर्धन केंद्र है, जहां आप तितली के पूरे जीवन को देख सकते हैं।
मट्टूपेट्टी डैम- 
पूरी तरह से प्रकृति को समर्पित इस जगह को मट्टूपेट्टी डैम कुछ और खूबसूरत ही बनाता है। भले ही इसको प्राकृतिक नहीं कहा जा सकता है लेकिन फिर भी ये मुन्नार जाने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता ही है। ये जगह मुन्नार से करीब 13 किलोमीटर दूर है। ये इस क्षेत्र में हायड्रोइलेक्ट्रिसिटी का अहम सोर्स है और पहाड़ों के बीच में बने होने के चलते  इसका काफी मोहक दृश्य बन जाता है। 
कुंडाला झील-
ये कृत्रिम हिल मुन्नर से 20 किलोमीटर दूर है और अपनी अनोखी सुंदरता के लिए जानी जाती है। इसमें पानी कुंडाला आर्क डैम से आता है। ये झील 1700 मीटर की ऊंचाई पर है। इस झील के आसपास के पाहाड़ों पर एक खास तरह का फूल भी खिलता है। नीलकुंज नाम का फूल इसलिए खास है क्योंकि ये 12 साल के अंतर पर फलता फूलता है। 
टॉप स्टेशन-
अगर आपको मुन्नार की असल खूबसूरती देखनी है तो आपको इस जगह पर आना ही होगा। आपको टॉप स्टेशन पर आकर मुन्नार का ऐसा दृश्य दिखेगा कि लगेगा शायद आप किसी सीनरी को देख रहे हों। मुन्नार से करीब 40 किलोमीटर दूर बनी इस जगह को तमिलनाडू आने वाले यात्री अपनी पहली पसंद मानते हैं। वैसे तो इस जगह कभी भी आया जा सकता है लेकिन मॉनसून में यहां आने से बचना चाहिए क्योंकि ये जगह काफी फिसलन वाली हो जाती है। 

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