अपने ख़ूबसूरत चाय के बागानों और प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध मुन्नार
दक्षिण भारत के केरल में स्थित एक ऐसा ही खुबसूरत हिल्स स्टेशन है मुन्नार जो अपने ख़ूबसूरत चाय के बागानों और प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है।
Munnar Trip: हमारे देश में घूमने टहलने वाली जगहों की कोई कमी नहीं है। कई ऐसी जगहें हैं जिसे देखने की चाह रहती है, जो एक बार देखने के बाद हमारा मन को मोह लेती हैं। दक्षिण भारत के केरल में स्थित एक ऐसा ही खुबसूरत हिल्स स्टेशन है मुन्नार, जो अपने ख़ूबसूरत चाय के बागानों और प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है। मुन्नार दक्षिण भारत की वह जगह है, जहां पर सबसे बड़े चाय के बागान है। इस जगह पर घूमने आने वाले सैलानी जगहों को तो घूमते ही घूमते है पर सबसे ज़्यादा इन चाय के बागानों को देखना पसंद करते हैं। इसकी वजह से मुन्नार दक्षिण भारत का सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन बन गया है। यह हिल स्टेशन वर्तमान में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल के साथ कई लुप्त प्रजातियों के जीव जन्तुओं का निवास स्थान भी हैं। मुन्नार सचमुच एक देखने और समझने लायक़ जगह है।
इस जगह पर जाते हैं तो इन महत्वपूर्ण जगहों पर जाना बिल्कुल भी नहीं भूलें।
Munnar Trip: एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान

मुन्नार में आने वाले सैलानी सबसे ज़्यादा यहाँ की प्राकृतिक ख़ूबसूरती और जैवविविधता को पसंद करते हैं। ऐसे में एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान से भला अच्छी जगह उनके लिए क्या हो सकती है? यह जगह बहुत ही मनमोहक है जहां पर जाकर आप जंगली जानवरों और कई तरह की दुर्लभ वनस्पतियां को देख सकते हैं। एक प्रोटेक्टेड एरिया होने की वजह से पर्यटक कुछ सीमित क्षेत्र तक ही जा सकते हैं। कुरिंजी फूल भी इस उद्यान में मौजूद है जो बारह साल में महज़ एक बार ही खिलता है।
कुंडला झील

कुंडला मुन्नार के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में आता है, जिसकी वजह से इस जगह पर सैलानियों की आवाजाही लगी रहती है। यह झील काफ़ी ख़ूबसूरत है और इसके आसपास का प्राकृतिक नज़ारा मन को मोहने वाला। इसलिए इस जगह पर वक़्त बिताना अच्छा लगता है। हालाँकि इस जगह पर ज़्यादातर लोग बोटिंग करने और इस झील के ऊपर बने कुंडला डैम को देखने के लिए आते हैं। आप इस झील में पैडल बोटिंग के साथ कश्मीरी शिकारा की भी आनंद ले सकते हैं।
अनामुड़ी पीक

यह दक्षिण भारत के सबसे ऊंचे शिखर में से एक होने की वजह से काफ़ी लोकप्रिय है। यह अपने आसपास के ख़ूबसूरत नज़ारों की वजह से जाना जाता है। इस शिखर की ऊंचाई काफ़ी ज़्यादा है जिसकी वजह से दूर दूर की प्राकृतिक छटा को देखा और समझा जा सकता है। दूर से देखने पर यह शिखर हाथी की तरह दिखाई देता है और अनामुड़ी का मतलब हाथी की माता होता है। इसकी वजह से इस शिखर का नाम अनामुड़ी पड़ गया। इस जगह पर लोग सूर्योदय को देखने के लिए आते हैं क्योंकि यह भोर का जो नज़ारा पेश करता है, वह आपको कहीं और नहीं मिलेगा।
अट्टूकल वाटरफॉल

मुन्नार के पहाड़ों के बीच से निकलता अट्टूकल वाटरफॉल मुन्नार आने वाले पर्यटकों की एक ख़ास पसंद है। इस जगह को देखने के लिए हर दिन सैकड़ों सैलानी आते हैं। यह वाटरफॉल काफ़ी ख़ूबसूरत है और अपनी आसपास की ख़ूबसूरती से सैलानियों को बाँधने का काम करता है। लोग इस जगह पर आकर घंटों घंटों तक बैठे रहते अथवा समय बिताना पसंद करते हैं। बारिश के दिनों में पहाड़ का सारा पानी इसी झरने में आता है, जिसकी वजह से इसकी रफ़्तार तेज़ हो जाती है और इसकी ख़ूबसूरती और भी ज़्यादा बढ़ जाती है।
चित्रापुरम

चित्रापुरम मुन्नार का एक गांव है, जिसको अपने आसपास के खुले और मनमोहक वातावरण के साथ-साथ अपने चाय के बागानों के लिए जाना जाता है। आपको अगर ग्रामीण जीवन देखना और समझना पसंद है, तो इस जगह पर पहुँचकर काफ़ी अच्छा लगेगा। इस गांव के चारो तरफ़ आपको चाय के खेत और उसमें काम करते लोग दिखाई देंगे। आप इस जगह पर चाय की खेती देखने के साथ-साथ गरम गरम चाय का स्वाद भी ले सकते हैं।
चाय संग्रहालय

मुन्नार में आकर चाय का स्वाद नहीं लिया तो घुमक्कड़ी का मज़ा कहीं ना कहीं अधूरा रह जाएगा। इसलिए इस जगह पर एक चाय का म्यूजियम बनाया गया है। इस चाय के म्यूज़ियम का निर्माण 2005 में करवाया गया था। इस म्यूजियम के माध्यम से चाय की अलग-अलग किस्मों के बारे जानकारी ली जा सकती है। साथ-साथ इस जगह से टी प्लांटेशन की पूरी प्रक्रिया भी समझी जा सकती है। यह जगह काफ़ी अच्छी और प्राकृतिक वातावरण के बीच स्थित है, जहां पर जाकर आप काफी अच्छा महसूस करेंगे।
टॉप स्टेशन

मुन्नार हिल स्टेशन की यह ख़ूबसूरत जगह मुन्नार-कोडईकनाल हाईवे पर स्थित है। यह जगह समुद्र तल से काफ़ी ऊँचाई पर है जिसकी वजह से आसपास का प्राकृतिक नज़ारा देखने लायक़ होता है। सैलानी तो इस जगह पर जाते ही जाते हैं इस जगह से गुज़रने वाले लोग भी कुछ देर रुककर इस जगह को देखते हैं। यहाँ से दूर दूर तक फैली मुन्नार की प्राकृतिक छटा दिखाई देती है। इस जगह पर भी बारह साल में सिर्फ़ एक बार खिलने वाले कुरिंजी फूल की प्रजाति देखने को मिल जाएगी।
देवीकुलम

मुन्नार से कुछ ही दूरी पर स्थित देवीकुलम केरल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में आता है। इस जगह से आसपास का प्राकृतिक नजारा काफी अच्छा दिखाई देता है। इस जगह पर चारो तरफ़ हरे-भरे-पेड़ पौधों के साथ-साथ आपको कई दुर्लभ वनस्पतियों की प्रजातियां देखने को मिल जाएंगी। मुन्नार की यह जगह प्रकृति प्रेमियों को ख़ूब भाती है, आप यदि प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको भी सी जगह पर आना चाहिये। इस जगह पर एक झील भी स्थित है जिसे सीता झील के नाम से जाना जाता है।
इको पॉइंट

इको पॉइंट को मुन्नार के सबसे अच्छे पिकनिक स्पॉट के साथ-साथ अपने शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। इस जगह पर लोग शहर की भीड़भाड़ से बचने और शांत वातावरण के बीच अपना समय व्यतीत करने के लिए आते हैं। अपने चारों तरफ़ पहाड़ और चाय के बागान से घिरी हुई यह जगह पूरी तरह प्रकृति के नज़दीक होने का अहसास दिलाती है और आसपास जो दृश्य बनता है वह मन को मोह लेता है। शाम के समय इस जगह पर आपको सैलानियों की अच्छी ख़ासी मौजूदगी दिखाई देगी।
क्राइस्ट चर्च

मुन्नार घूमने वाली जगहों में एक नाम ब्रिटिश सरकार द्वारा निर्मित क्राइस्ट चर्च का भी आता है। यह चर्च करीब 110 साल पुराना और पूरी तरह से पत्थरों से बनाया गया है। इस जगह को इसकी कलात्मकता और आसपास के वातावरण के लिए जाना जाता है। चर्च के आसपास आपको कई तरह की पेंटिंग देखने को मिल जायेगी, जो सैलानियों को इस जगह पर आने के लिए आकर्षित करती हैं। क्रिसमस के समय इस चर्च में काफ़ी भीड़ रहती है, कई तरह के आयोजन होते हैं।