भारत में देखना है फ्रांस तो चले आइए पांडिचेरी, यहां एक ही जगह रहते हैं 50 से ज्यादा देशों के लोग: Pondicherry Tourism
Pondicherry Tourism

Overview:

कभी फ्रांसीसी औपनिवेशिक बस्ती रहा पांडिचेरी आपने आप में अनोखा है। यहां की वास्तुकला, समुद्र, खूबसूरत बैकवाटर, हरियाली, क्रियोल डिशेज और शानदार मौसम आपका मन मोह लेगा। प्रकृति का आनंद लेने के साथ ही आप यहां कई एडवेंचर स्पोर्ट्स भी कर सकते हैं।

Pondicherry Tourism: अगर आप भारत में ही फ्रांस की झलक देखना चाहते हैं तो दक्षिण भारत का शहर पांडिचेरी आपको जरूर जाना चाहिए। इसे आप भारत का फ्रांस भी कह सकते हैं। कभी फ्रांसीसी औपनिवेशिक बस्ती रहा यह शहर आपने आप में अनोखा है। यहां की वास्तुकला, समुद्र, खूबसूरत बैकवाटर, हरियाली, क्रियोल डिशेज और शानदार मौसम आपका मन मोह लेगा। प्रकृति का आनंद लेने के साथ ही आप यहां कई एडवेंचर स्पोर्ट्स भी कर सकते हैं। कुल मिलाकर पांडिचेरी एक शानदार टूरिस्ट प्लेस है, जहां आपको कम से कम एक बार तो जरूर जाना चाहिए। अगर आप भी इस खूबसूरत शहर को देखने के लिए जाना चाहते हैं, तो चलिए जान लेते हैं यहां के मशहूर पर्यटक स्थलों के बारे में।

ऑरोविले पांडिचेरी के बाहरी इलाके में बसी एक टाउनशिप है। यह एक इंटरनेशनल टाउनशिप है, जहां 50 से भी ज्यादा देशों के लोग एक साथ रहते हैं। कई संस्कृतियों के संगम की प्रतीक इस टाउनशिप को 1968 में अरबिंदो की शिष्या मीरा अल्फासा ने स्थापित किया था। ध्यान, योग, आयुर्वेद जैसी चिकित्सा पद्धतियां यहां की खासियत हैं। यहां बना मातृ मंदिर जाना न भूलें, यह 12 गार्डन्स से घिरा एक मंदिर है, जहां जाकर आप आत्मिक शांति महसूस करते हैं।  

यह एक प्राचीन कैथोलिक चर्च है, जो साउथ बुलेवार्ड स्ट्रीट में स्थित है। इस चर्च के अंदर की शांति और बाहर की वास्तुकला दोनों ही अद्भुत हैं। इस चर्च पर शानदार नक्काशी की गई है। इसके नुकीले मेहराब, रंगीन कांच की खिड़कियां, संतों की मूर्तियां आदि इसे आकर्षक बनाते हैं।  

अरविंद आश्रम दुनियाभर में मशहूर है। यहां आकर आप जीवन के सार को समझ सकते हैं। यह योग, ध्यान, संस्कृति का अनोखा ‘आश्रम’ है। यहां योग क्लासेज के साथ ही कई कार्यशालाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। इस आश्रम को महान दार्शनिक, योग और आध्यात्मिक नेता अरबिंदो घोष और मीरा अल्फासा ने 1926 में स्थापित किया था।  

प्रोमेनेड बीच को पांडिचेरी बीच और रॉक बीच भी कहा जाता है। यह बीच आपके दिल को सुकून देने वाला है। सुनहरी रेत, समुद्र की लहरें और ठंडी हवाएं आपके सारे तनाव को दूर ले जाएंगी। यहां आप कई एक्टिविटी कर सकते हैं। यहां का सनराइज और सनसेट दोनों की अद्भुत नजारों से भरे हैं। यहां आ कर आप एक अलग एनर्जी महसूस करेंगे।  

यह चर्च फ्रांस के लूर्डेस में बने बेसिलिका से काफी मिलता-जुलता है। इसे आवर लेडी ऑफ एंजल्स चर्च भी कहा जाता है। यह पांडिचेरी के सबसे पुराने चर्चों में से एक है। व्हाइट टाउन में बने इस चर्च में मदर मैरी और शिशु यीशु की जीवंत मूर्तियां हैं। यहां फ्रेंच, इंग्लिश और तमिल परिवार प्रेयर के लिए आते हैं।

यह शानदार भव्य भवन कभी फ्रांसीसी गवर्नर का निवास हुआ करता था। यही कारण है कि इस भवन की वास्तुकला फ्रांस से प्रभावित नजर आती है। विशाल लॉन, भव्य गलियारे, शाही मेहराब सभी अद्भुत लगते हैं। यह भव्य निवास आपको प्राचीन काल का वैभव दिखाएगा।

इमैकुलेट कॉन्सेप्शन कैथेड्रल देखकर आपको फ्रेंच स्थापत्य शैली याद आ जाएगी। 17वीं शताब्दी के अंत में बनाए गए इस कैथेड्रल को फ्रांसीसी मिशनरियों ने बनवाया था। इस ऊंची  इमारत, रंगीन कांच से सजी खिड़कियां और संतों की सुंदर मूर्तियां पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।  

चर्च के साथ ही पांडिचेरी में कई भव्य मंदिर भी हैं। इन्हीं में से एक है श्री वेदपुरीश्वरर मंदिर। द्रविड़ शैली में बने इस मंदिर की बनावट देखने लायक है। इस प्राचीन मंदिर की नक्काशी, मूर्तियां, सात राजगोपुरम आपको आश्चर्यचकित कर देंगे। मंदिर के गर्भगृह में पीठासीन देवता वेदपुरीश्वरर स्थानीय लोगों के आस्था के प्रतीक हैं।  

अक्टूबर और मार्च के बीच पांडिचेरी घूमने का सबसे अच्छा समय है। इस दौरान इस शहर का मौसम काफी सुहावना रहता है।  

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...