गणतंत्र दिवस के मौके पर विजिट करें ये मॉन्यूमेंट्स
इन स्मारकों से आपके बच्चे इतिहास के बारे में अच्छे से जान पाएंगे। आइए जानते हैं 10 प्रसिद्ध स्मारक के बारे में में:
Monuments of India: गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह राष्ट्रीय त्यौहार सभी भारतीयों द्वारा काफी ज्यादा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस खास दिवस पर भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। अगर इस छुट्टी के मौके पर आप अपने बच्चों को इतिहास से रूबरू कराना चाहते हैं तो इतिहास के प्रसिद्ध स्मारकों की सैर कराएं। इन स्मारकों से आपके बच्चे इतिहास के बारे में अच्छे से जान पाएंगे। आइए जानते हैं 10 प्रसिद्ध स्मारक के बारे में में –
Monuments of India: लाल किला

पुरानी दिल्ली में स्थित लाल किला काफी प्रसिद्ध स्मारकों में से एक है। यहां हर साल 15 अगस्त को झंडा फहराया जाता है। इस किले पर 200 से अधिक वर्षों तक मुगल साम्राज्य रहा है। हालांकि, इस किले का निर्माण हिन्दू तोमर राजा अनंगपाल ने सन् 1060 में करवाया था। इसके बाद पृथ्वीराज चौहान ने इसे एक नया स्वरूप दिया। बाद में शाहजहां ने इसे तुर्क शैली में ढलवाया था। यह लाल बलुआ पत्थरों से बनाया गया है। इसलिए इसे लाल किला के नाम से जाना जाता है। भारत के इतिहास में इस किले का काफी ज्यादा ऐतिहासिक महत्व है।
विक्टोरिया मेमोरियल

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकत्ता में स्थिति विक्टोरिया मेमोरियल भारत की खास ऐतिहासिक स्मारक है। यहां आप अपने बच्चों को सैर के लिए ले जा सकते हैं। यह भारत में अंग्रेजी राज को दी गई एक श्रद्धांजलि के रूप में रखा गया है। इसे पुनः निर्मित किया गया है, जो ताजमहल पर आधारित था। इसकी वास्तुकला काफी ज्यादा लोकप्रिय है। इस स्मारक की आधारशिला 1906 में रखी गई थी। आम जनता के लिए विक्टोरिया मेमोरियल को 1921 में खोला गया था। इस महल में शाही परिवार की कुछ तस्वीरें, बेशकीमती चीजें हैं।
चार मीनार

हैदराबाद में स्थित चारमीनार काफी लोकप्रिय स्मारक है। अगर आप हैदराबाद के आसपास रहते हैं तो अपने बच्चों को इस प्रसिद्ध स्मारक पहचान है। चारमीनार सन् 1591 में मोहम्मद कुली कुतुब शाही द्वारा बनाया गया था। यह ऐतिहासिक इमारत ने विश्वभर चर्चित है। इस मीनार की खास बात यह है कि यह मुसी नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। चार मीनार के ऊपरी मंजिर पर एक छोटी सी मस्जिद है। हैदराबाद शहर की सबसे पुरानी जीवित मस्जिद है, जहां आप अपने बच्चों को सैर के लिए ले जा सकते हैं।
आमेर किला

राजस्थान के जयपुर जिल में स्थित आमेर का किला काफी प्रसिद्ध स्मारक है। इस किला को मूल रूप से राजा मान सिंह द्वारा सन् 1592 में बनाया गया था। इसके बाद सवाई जय सिंह द्वारा विकसित किया गया था। यह किला राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध पर्यट स्थलों में से एक है। इस किले को पहाड़ी पर एम्बर किला संगमरमर और लाल बलुआ पत्थर में बनाया गया है। यह किला अतीत का शाही उदाहरण है। यहां आपको कई हिंदू वास्तुशैली नजर आएगी। आमेर किला को दुनियाभर के पर्यटक देखने के लिए आते हैं। ऐसे में आप भी अपने बच्चे और परिवार के साथ इस स्मारक जरूर देख आएं।
कुतुब मीनार

दिल्ली के आसपास अगर आप रहते हैं तो यहां का प्रसिद्ध स्मारक कुतुब मीनार देखना न भूलें। यह कुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा सन् 1193 में बनावाया गया था। यह प्राचीन स्मारक मुगल वास्तुकला का काफी खूबसूरत और बेहतरीन नमूना है। इस मीनार की खास बात यह है कि यह दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची इमारत है, जो ईंटों से बनी हुई है। कुतुब मीनार दिल्ली के महरौली इलाके में छत्तरपुर मंदिर के पास स्थित है। कुतुब मीनार का निर्माण लाल पत्थर और मार्बल से किया गया है। यहां आपको प्राचीन कलाकृतियां देखने को मिल सकती हैं। अगर आप अपने बच्चों को इतिहास से रूबरू कराने का सोच रहे हैं तो एक बार दिल्ली के कुतुब मीनार की सैर जरूर कराएं।
जामा मस्जिद

जमा मस्जिद पुरानी दिल्ली में स्थिति देशकी सबसे बड़ी मस्जिद है। इसका निर्माण सन् 1644 से 1658 के बीच महान मुगल शासक शाहजहां द्वारा करवाया गया था। इसमें तीन, द्वार, चार मीनारें और दो 40 मीटर ऊंची मीनारें हैं। इस मस्जिद को लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से तैयार किय गया है। बताया जाता है कि इस मस्जिद को तैयार होने में करीब 6 साल का समय लग गया था। वहीं, उस समय करीब 10 लाख रुपये लगे थे। मुगल सामाज्य की भव्यता का एक बेहतरीन नमूना है। इस मस्जिद में कई जटिल नक्काशी, शानदार संरचना की गई है, जो काफी खूबसूरत है। अगर आप कलाकृति में दिलचस्प रखते हैं तो अपने परिवार के साथ जामा मस्जिद की सैर जरूर कीजिए।
हुमायूं का मकबरा

दिल्ली में स्थिति हुमायूं का मकबरा मुगल वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है। यह पर्यटकों के लिए काफी आकर्षक केंद्र रहता है। हुमायूं की मृत्यु के करीब नौ साल बाद सन् 1565 ई. यह मकबरा बनाया गया था, जिसे उनकी पत्नी हामिदा बानो बेगम द्वारा ने बनवाना शुरू किया था। इसे सन् 1993 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में घोषित किया गया था। ऐसे में इस खास स्मारक को एक बार जरूर देखें।
इंडिया गेट

दिल्ली में प्रसिद्ध स्मारक की लिस्ट में इंडिया गेट सबसे पहले नंबर पर आता है। यह राजधानी दिल्ली की आत्मा मानी जाती है। यहां बच्चों से लेकर बूढ़ें तक अपना समय बिताना पसंद करते हैं। इंडिया गेट का शिलान्यास 1921 में ड्यूक, कनॉट के रॉयल हाईनेस द्वारा किया गया था। भारत की आजादी के बाद यह स्मारक अमर जवान ज्योति स्मारक का हिस्सा बन गया। आज के समय में भी इंडिया गेट दिल्ली के मुख्य आकर्षण केंद्रों में से एक है। यहां सबसे अधिक पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।
गेटवे ऑफ इंडिया

मुंबई के सैर के दौरान गेटवे ऑफ इंडिया की सैर करना बिल्कुल भी न भूलें। यह भारत की शान है। गेटवे ऑफिर इंडिया हिंदू और मुस्लिम वास्तुकला का एक आदर्श मिश्रण है। इसका निर्माण सन् 1911 में किया गया था। गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई बंदरगाह के पानी के किनारे पर स्थित, जो इसे और अधिक भव्य बनाता है। यह स्मारक मुंबई शहर की पहचान है। ऐसे में मुंबई के आसपास रहने वालों के लिए इससे अच्छा प्लेस कोई नहीं हो सकता है। अगर आप 26 जनवरी की छुट्टी को थोड़ा हटकर सेलेब्रेट करना चाहते हैं तो अपने परिवार के साथ यहां जरूर जाएं।
एलोरा की गुफाएं

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित एलोरा की गुफाएं विश्व प्रसिद्ध है। यह विश्व धरोहर स्थल हैं। इस छुट्टी आप अपने परिवार के साथ इन गुफाओं की सैर कर सकते हैं। यह रॉक कट वास्तुकला का प्रतीक हैं। एलोरा मुख्य रूप से हिंदू, जैन और बौद्ध गुफा मंदिरों के लिए जाना जाता है, जो 6वीं शताब्दी के हैं। यहां कुल 34 गुफाएं है, जिसमें 17 गुफाएं हिन्दू धर्म की हैं। वहीं, 12 गुफाएं बौद्ध धर्म और 5 गुफाएं जैन धर्म की है।
गणतंत्र दिवस के खास मौके पर आप अपने बच्चों और परिवार के साथ इन विश्व प्रसिद्ध स्मारक की सैर कर सकते हैं। इससे न सिर्फ आप अपने परिवार के साथ एक अच्छा समय बिता सकते हैं, बल्कि आपके बच्चे इन स्मारकों से अपने इतिहास के बारे में भी जान सकेंगे।