Republic Day Travel: वैसे तो हम साल में कई त्योहार मनाते हैं लेकिन इन सब त्योहारों में से सबसे महत्वपूर्ण है रिपब्लिक डे यानी गणतंत्र दिवस। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। इस एतिहासिक दिन को याद करते हुए हम अपनी आने वाली पीढ़ी को देश की आजादी और शहीदों के बलीदान के इतिहास से परिचित कराते हैं। लेकिन कई लोग रिपब्लिक डे की छुट्टी को मनोरंजक बनाने के लिए पहाड़ों का रुख कर लेते हैं। इस दिन को यादगार और ऐतिहासिक बनाने के लिए आप घूमने का प्लान अवश्य बनाएं लेकिन इस बार पहाड़ों का नहीं बल्कि देश के महान ऐतिहासिक जगहों को अपनी लिस्ट का हिस्सा बनाएं। पेरेंट्स के लिए स्वतंत्रता, लोकतंत्र और देशभक्ति के मूल्यों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का ये एक बेहतरीन अवसर हो सकता है। तो क्यों न रिपब्लिक डे पर बच्चों के साथ इन जगहों को एक्सप्लोर किया जाए।
लाल किला, दिल्ली

दिल्ली का लाल किला भारत की स्वतंत्रता संघर्ष का प्रतीक है। इन किले पर न जाने कितने शासकों का शासन रहा है लेकिन अंत में जीत भारत की हुई। बच्चों को यहां अनेकों स्मारक और कहानियों को जानने का मौका मिलेगा। जिससे उनके मन में भी राष्ट्रीय सम्मान और गौरव की भावना जागृत होगी।
साबरमती आश्रम, अहमदाबाद
साबरमती आश्रम महात्मा गांधी द्वारा नेतृत्व किए गए अहिंसक स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र था। इस स्थान से दांडी मार्च की शुरूआत की गई थी। बच्चों को इस स्थान के बारे में अवश्य जानकारी होनी चाहिए। साथ ही बच्चों को शांतिपूर्ण प्रतिरोध की शक्ति और नैतिक मूल्यों के महत्व को जानने और समझने में मदद मिलेगी।
गोल्डन टेम्पल, अमृतसर
गोल्डन टेम्पल सिर्फ एक धार्मिक स्थान नहीं है बल्कि भारतवासियों की समानता और भाईचारे का प्रतीक है। यहां सिर्फ पंजाबी और सिक्ख कौम ही नहीं बल्कि हर जात और भाषा के लोग मत्था टेकने आते हैं। ये पंजाब का बेहद लोकप्रिय और पवित्र स्थान माना जाता है, जिसके इतिहास के बारे में आने वाली पीढ़ी को अवश्य जानना चाहिए।
सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय स्मारक, अहमदाबाद

सरदार वल्लभभाई पटेल को आयरन मैन के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। देश के इतिहास और आयरन मैन की अनेकों कहानियों के बारे में बच्चों को जानने का अधिकार है। इसलिए इस रिपब्लिक डे पर पहाड़ों की बजाय सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय स्मारक को करीब से देखने और जानने का प्लान बनाएं।
जलियांवाला बाग, अमृतसर
जलियांवाला बाग का इतिहास रोंकटे खड़े कर देने वाला था। ये घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिंहित करती है जिसके बारे में बच्चों को अवश्य जानना चाहिए। जलियांवाला बाग के अलावा अमृतसर में आप गोविंदगढ़ किला, पार्टीशन म्यूजियम और राम तीर्थ टेम्पल देख सकते हैं।
वाघा बॉर्डर, अमृतसर
बाघा बॉर्डर भारत और पाकिस्तान की सीमा है जो अमृतसर से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी लोगों को काफी आकर्षित करती है। वाघा बार्डर पर प्रतिदिन सूर्यास्त से पहले परेड आयोजित की जाती है जिसे बच्चों को अवश्य देखना चाहिए। ये अनुभव बच्चे कभी भी भूल नहीं पाएंगे।
