शहर के शोर शराबे से दूर एक शांत जगह
शहर के शोर शराबे से दूर किसी शांत जगह पर कुछ समय बिताने का मन हो तो मैक्लोडगंज से ख़ूबसूरत जगह कोई नहीं है।
McLeod Ganj Places: देश के सबसे खास पर्यटन स्थलों में शुमार मैक्लोडगंज दुनिया भर के सैलानियों की पहली पसंद है। यह एक ऐसी जगह है, जहाँ पर हर कोई आना और यहाँ की जगहों को एक्स्प्लोर करना चाहता है। एक तरह से देखा जाए, तो यह एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक नगर है और यहाँ पर घूमने और जानने समझने के लिए काफी कुछ है। इस जगह पर मौजूद पर्यटन स्थल, इस जगह की बसावट, यहां की संस्कृति, खानपान और जीवन। एक तरह से देखा जाए तो यह एक पर्यटन स्थल के साथ-साथ ब्रिटिश और तिब्बती संस्कृति का सुंदर संयोजन जान पड़ता है और जो लोग धर्मशाला घूमने आते हैं, वह मैक्लोडगंज ज़रूर जाते हैं।
इस जगह का प्राकृतिक वातावरण दुनिया भर के बैकपैकर और ट्रैकर को अपनी तरफ़ खिंचता है। लोग इस जगह पर आकर कैंपिंग और ट्रैकिंग करते हैं। यह तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का घर भी है, जिसकी वजह से यह हिल स्टेशन दुनिया भर में काफी लोकप्रिय है। शहर के शोर शराबे से दूर किसी शांत जगह पर कुछ समय बिताने का मन हो, तो मैक्लोडगंज से ख़ूबसूरत जगह कोई नहीं है। इस जगह पर घूमने टहलने के लिए जगहों की कोई कमी नहीं है। अगर मैक्लोडगंज आते हैं, तो इन जगहों पर जाना बिल्कुल भी नहीं भूलें।
McLeod Ganj Places: त्रिउंड

मैक्लोडगंज में स्थित त्रिउंड को ट्रेकिंग के लिए जाना जाता है। यह ट्रेक इतना आसान है कि कोई भी कर सकता है पर इसके आसपास की जगह बहुत ही ख़ूबसूरत है। इस जगह से काँगड़ा की पूरी वादियाँ दिखाई देती हैं, यहाँ से आप पूरे हिमालय को निहार सकते हैं। यह ट्रेक मैक्लोडगंज के अलावा धरमकोट से भी किया जा सकता है। त्रिउंड में पहुँचकर काफी अच्छा लगता है। इस जगह पर कैम्पिंग का भी विकल्प मौजूद है।
भागसूनाथ झरना

भागसू वाटरफॉल धर्मशाला का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह जगह जंगलों और पहाड़ियों से घिरी हुई है। इस जगह पर लोग पिकनिक मानने के लिए आते हैं और आसपास के प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकते हैं। इसी जगह पर भागसूनाथ मंदिर भी है, जिसकी स्थानीय समुदाय हिन्दू और गोरखा में काफी मान्यता है। इस जगह पर आप जाकर प्रकृति के मनोरम दृश्यों का मज़ा ले सकते हैं।
नामग्याल मठ

मैक्लोडगंज में एक नामग्याल नाम से मठ है जिसे 14वें दलाई लामा के मठ के रूप में भी जाना जाता है। इस मठ में विभिन्न बौद्ध प्रथाओं जैसे कालचक्र, गुह्यसमाज, वज्रकिलया, यमंतक और चक्रसंवर से जुड़े अनुष्ठान होते रहते हैं। इस मठ को एक तांत्रिक कॉलेज के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें 200 से ज़्यादा भिक्षु रहते हैं, जो नामग्याल मठ की प्रथाओं, कौशल और परंपराओं की रक्षा करने की दिशा में काम करते हैं।
मिंकियानी दर्रा

मैक्लोडगंज में रहते हुए मिंकियानी दर्रा धौलाधार पर्वतमाला का एक ख़ूबसूरत हिस्सा है जो प्रकृति के बहुत ही ख़ूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करता है। इस जगह पर जाकर आप ट्रेकिंग कर सकते हैं। इस ट्रेक पर आप हरी-भरी वनस्पतियों के अलावा वन्य जीवन को भी देख सकते हैं। इस जगह पर मौजूद वन्यजीवों में मुख्य रूप से पक्षियों और तेंदुओं की कई प्रजातियाँ शामिल है।
करेरी झील, कांगड़ा

मैक्लोडगंज के पास घूमने लायक जगहों में करेरी झील भी शामिल है। यह झील मैक्लोडगंज से शुरू होकर करेन गांव तक जाती है इसीलिए इसका नाम करेरी है। इस झील के पानी का स्रोत धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं की जमी हुई बर्फ है जो गर्मी के दिनों में पिघल जाती है। यह झील काफी ख़ूबसूरत और इसका पानी बहुत ही साफ़ है। यह ट्रैकिंग और फोटोग्राफी के लिहाज़ से भी एक अच्छी जगह है। इस जगह पर लोग आकर फोटोग्राफी करते हैं।