मध्यप्रदेश के ग्वालियर किले की खास बात और घूमने की जानकारी: Gwalior Fort Travel Tips
Gwalior Fort Travel Tips

ग्वालियर किले की खास बात

मध्यप्रदेश में स्थित ऐसा ही एक महत्वपूर्ण क़िला है जिसे हम सन ग्वालियर किला के नाम से जानते है। यह क़िला जितना भव्य है उतना ही ख़ूबसूरत और दुनिया भर में अपने इतिहास और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है।

Gwalior Fort Travel Tips: हमारे देश में सबसे ज़्यादा किले राजस्थान और मध्यप्रदेश में स्थित हैं। इन तमाम क़िलों की सबसे ख़ास बात यह कि इनका एतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत ही ज़्यादा रहा है। मध्यप्रदेश में स्थित ऐसा ही एक महत्वपूर्ण क़िला है जिसे हम सन ग्वालियर किला के नाम से जानते है। यह क़िला जितना भव्य है उतना ही ख़ूबसूरत और दुनिया भर में अपने इतिहास और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह ग्वालियर के सबसे प्रमुख स्थलों में से एक है जिसकी वजह से इस जगह पर देश भर के सैलानियों का आना जाना लगा रहता है। आप भी यदि मध्यप्रदेश यात्रा का विचार बना रहे हैं तो आपको इन जगहों को भी एक्सप्लोर करना चाहिए। 

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Gwalior Fort Travel Tips
Highlights of Gwalior Fort

ग्वालियर किले की कई खास बातें हैं जिनमें से एक किले की आयु से सम्बंधित है। ऐसा कहा जाता है कि इस किले को  8वीं शताब्दी में बनाया गया था जोकि एक हज़ार साल से भी ज़्यादा पुराना है! किला और इसकी उत्पत्ति का पता तोमर राजवंश से लगाया जा सकता है। इस किले का निर्माण रणनीतिक रूप से एक खड़ी बलुआ पत्थर की पहाड़ी पर किया गया है और यह राजपूत, मुगल और हिंदू स्थापत्य शैलियों का एक अनूठा मिश्रण है। इन शैलियों के मिश्रण को इस क्षेत्र पर शासन करने वाले विभिन्न राजवंशों का प्रमाण भी माना जाता है।

Stunning places inside the fort
Stunning places inside the fort

तेली का मंदिर ग्वालियर किले के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यह मंदिर अपनी उदार स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है। इस जगह पर आते हैं तो आपको इस मंदिर में ज़रूर जाना चाहिए। इसी किले के अंदर मान सिंह पैलेस भी स्थित है जोकि इस किले को विशिष्टता प्रदान करता है और अपने उत्कृष्ट और नीले टाइल वाले मोज़ेक काम के लिए लोकप्रिय  है। इस पैलेस का निर्माण राजा मान सिंह तोमर ने 15वीं शताब्दी में कराया था। गूजरी महल भी इसी जगह पर स्थित है जिसे अब एक पुरातात्विक संग्रहालय में बदल दिया गया है।

Saas Bahu Temple
Saas Bahu Temple

किले के भीतर एक मंदिर भी स्थित है जिसे लोग सास बहू मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह भगवान विष्णु को समर्पित एक जुड़वां मंदिर है। इस मंदिर की बहुत ही ज़्यादा मान्यता है जिसकी वजह से लोग यहाँ पर भगवान विष्णु के दर्शन और पूजा पाठ के लिए आते हैं। इस मंदिर की बनावट बहुत ही सुंदर है। इस मंदिर की वास्तुकला को देखकर सैलानी प्रसन्न हो जाते हैं। इस जगह की यात्रा करना आपके यात्रा के अद्भुत अनुभवों में शामिल हो सकता है। इस जगह पर आपको ज़रूर जाना चाहिए। 

Sound and light show
Sound and light show

इस किले का एक और आकर्षण शाम को होने वाला ध्वनि और प्रकाश शो है। इस शो के जरिये किले और उसके शासकों के इतिहास को बताया जाता है। इस जगह पर तरह तरह के पर्व, त्योहार और समारोह भी आयोजित किए जाते हैं जिसमें से तानसेन संगीत समारोह भी एक है। इस समारोह के माध्यम से शास्त्रीय संगीत का जश्न मनाया जाता है और तानसेन की विरासत का सम्मान किया जा है।

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...