सिर्फ एक दिन में परिवार के साथ ग्वालियर के आसपास एक्सप्लोर करें ये पांच जगह: One Day Trip in Gwalior
One Day Trip in Gwalior

One Day Trip in Gwalior: आजकल लोग अक्सर जब भी दो से तीन दिन का समय मिलता है घूमने निकल लेते हैं। घूमने के बहाने कोई ऑफिस की टेंशन को भूल जाना चाहता है तो कोई उनके जीवन में चल रही अन्य कई सारी परेशानियों को दूर करने के लिए छुट्टियों में घूमने निकल जाता है। लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई बार ऐसा होता है कि हम अपने आपको रिफ्रेश करने के लिए घूमने तो जाना चाहते हैं, पर हमारे पास दो या तीन दिन की छुट्टी नहीं होती। साथ ही ऑफिस से छुट्टी लेकर घूमने नहीं जा सकते हैं, ऐसे में हमें समझ नहीं आता कि हम खुद को रिफ्रेश करने के लिए घूमने कैसे जायें।

इसी समस्या को देखते हुए आज हम आपको एक ऐसी ट्रिप के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप एक दिन में आसानी से घूमकर वापस आ सकते हैं। इस एक दिन की ट्रिप में आपका मूड भी रिफ्रेश हो जायेगा, साथ ही आपको ऐसी जगहों पर घूमने का मौका मिलेगा जहां आप बार बार आना चाहेंगे। खास बात यह है कि ये जगह दिल्ली या यूपी से महज़ चार से पांच घंटे की दूरी पर है, जिससे आपको यहां जाने के लिए ज्यादा पैसे भी नहीं खर्च करने पड़ेंगे। हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के ग्वालियर की, ये जगह अपनी ऐतिहासिक विरासत के लिए देशभर में काफ़ी ज्यादा प्रसिद्ध है। साथ ही इस जगह के आसपास हिल स्टेशन भी हैं, जहां जाकर आप पहाड़ों का भी आनंद ले सकते हैं।

इस आर्टिकल में हम आपको नीचे विस्तार से ग्वालियर के आसपास की उन सभी जगहों के बारे में बतायेंगे जहां आप एक दिन में आसानी से घूम सकते हैं।

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शिवपुरी हिल स्टेशन

अगर आपको ज्यादा भीड़ भाड़ वाली जगह नहीं पसंद है, आप ऐसी जगह जाना चाहते हैं जहां ज्यादा भीड़ न हो तो आपके लिए शिवपुरी हिल स्टेशन बेस्ट है। यह जगह ग्वालियर से महज 115 किलोमीटर दूर है, आप इस जगह पर बस या ट्रेन से आसानी से जा सकते हैं। अगर आप बस से इस जगह जाते हैं तो 200 से 700 रूपये आपके खर्च होंगे जबकि ट्रेन से जाने में आपको इस जगह के लिए 70 रूपये से लेकर 500 रूपये तक के टिकट मिल जायेंगे। आपको यहां प्रकृति के ऐसे नजारे नजर आयेंगे जिन्हे आपने पहले कभी नहीं देखा होगा, इस जगह की खूबसूरती यहां की वादियों में बसी हैं। आप अपने दोस्तों अथवा परिवार के साथ इस जगह पर बेझिझक घूमने आ सकते हैं।

शिवपुरी में आपको विंध्य पर्वत के भव्य नजारे देख सकते हैं, साथ ही आप यहां माधव विलास महल, बाणगंगा, पनिहार, करेरा पक्षी अभ्यारण्य, भदैया कुंड और जार्ज कैसल घूमने जा सकते हैं। बाणगंगा के बारे में कहा जाता है कि युद्ध के समय जब पांच पांडव में से महाबलशाली भीष्म घायल हो गए थे तो उस समय अर्जुन ने पृथ्वी पर एक तीर से झरना बनाया था, और ऐसी मान्यता है कि झरने का पानी माँ गंगा का है, इसलिए इसे बाणगंगा कहते हैं।

ओरछा

Orchha
Orchha

अगर आप ग्वालियर में आये और ओरछा न जायें ऐसा हो ही नहीं सकता है, ओरछा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर बसा हुआ है। ओरछा को बुंदेलखंड का अयोध्या भी कहा जाता है, साल भर में लगभग हर दिन आप यहां कोई न कोई धार्मिक आयोजन होता रहता है। ओरछा में अक्टूबर से लेकर मई तक अक्सर सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक आते हैं, यहां के प्रसिद्ध धार्मिक आयोजन में राम विवाह पंचमी शामिल है, जो बेतवा नदी के किनारे मनाया जाता है। आप इस शहर में ओरछा फोर्ट, जहाँगीर महल, राम राजा मंदिर, चतुर्भुज मंदिर घूमने जा सकते हैं, वहीं अगर आपका मन हो तो रिवर राफ्टिंग का लुफ़्त उठा सकते हैं।

माधव नेशनल पार्क

मध्य प्रदेश का सबसे पुराना नेशनल पार्क है, यह जगह ग्वालियर से 123 किलोमीटर दूर है और शिवपुरी जिले में स्थित है। इस नेशनल पार्क का नाम ग्वालियर के महाराज माधवराज सिंधिया के नाम पर रखा गया है, ऐसा कहा जाता है कि मुगल व अंग्रेज यहां शिकार खेलने आते थे। माधव नेशनल पार्क में दो झील हैं जो आपका ध्यान आकर्षित करती हैं, इस पार्क में आपको हाथी, तेंदुआ, चीता, मगरमच्छ ज्यादा दिख सकते हैं। इस पार्क में आप अक्टूबर से मई तक घूमने आ सकते हैं, इस समय यहां का मौसम घूमने के अनुकूल होता है।

झांसी

Jhansi
Jhansi

झांसी शहर का नाम आते ही हमें झांसी की महारानी का नाम तुरंत याद आता है, यह शहर यूपी में बसा है।ग्वालियर से इस शहर की दूरी महज 100 किलोमीटर है, आप यहां आसानी से बस अथवा रेल के जरिये आ सकते हैं। महारानी झांसी की वीरता इस शहर के हर गली में आज भी गूंजती हैं, यहां के कण-कण में आपको महारानी की वीरता दिखाई देगी। झांसी में आप झांसी का किला, रानी महल, पंचतंत्र पार्क, झाँसी का म्यूजियम, करगुवां जैन मंदिर, बरुआ सागर जैसी जगहों पर घूम सकता था।

तिघरा बांध

ग्वालियर शहर से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर यह बांध स्थित है, इस बांध के पानी को पूरा ग्वालियर पीता है। यहां पर आप स्पीड बोटिंग, जलपरी बोट, पैडल बोटिंग, वाटर स्कूटी आदि की सवारी ले सकते हैं, जो काफ़ी ज्यादा आनंददायक है। इस बांध के चारों ओर का दृश्य आपके मन को अपनी ओर खींच सकता है, यहां कई तरह के पक्षियों का आवास आप देख सकते हैं। इस बांध में कई मगरमच्छ है, साथ ही ऐसे कई मछलियाँ आपको इस बाँध में देख सकते हैं, जो आपने पहले कहीं और नहीं देखी होंगी।