बच्चों के लिए डरावना और खोखला है सोशल मीडिया का संसार: Social Media Giving Day
Social Media Giving Day

Social Media Giving Day: फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और अब थ्रेड्स, सोशल मीडिया अब हर किसी की लाइफ का एक अहम हिस्सा बन चुक है। इन प्लेटफॉर्म को हर दिन दुनियाभर के लाखों लोग यूज करते हैं। वर्चुअल फ्रेंड्स की यह दुनिया कई लोगों के लिए आज बहुत मायने रखती है। सोशल मीडिया को दान और पॉजिटिव सोच को आगे बढ़ाने के साधन के रूप में उपयोग करने के उद्देश्य से हर साल 15 जुलाई को ‘सोशल मीडिया गिविंग डे’ मनाया जाता है। इस खास दिन की शुरुआत साल 2013 में की गई। इसे एक गैर लाभकारी संगठन की ओर से दुनिया की भलाई के लिए शुरू किया गया, लेकिन आज के समय में सोशल मीडिया कई मायनों में खतरा भी बनता जा रहा है।

17 देशों ने जो पाया, वो है चौकाने वाला

Social Media Giving Day
Excessive use of social media is harmful for your mental health as well as physical health.

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं के एक समूह ने 17 विभिन्न देशों के 50 वैज्ञानिक अध्ययनों की स्टडी की। जिसमें सोशल मीडिया के उपयोग के साथ ही पर्सनालिटी पर उसके असर को लेकर कई अहम जानकारी मिली। स्टडी के अनुसार सोशल मीडिया का ज्यादा उपयोग करना आपकी मेंटल हेल्थ के साथ ही फिजीकल हेल्थ के लिए भी नुकसानदायक है।

दिन में 3 बार देखते हैं सोशल मीडिया तो संभलें

अमेरिका की मायो क्लिनिक में प्रकाशित स्टडी के अनुसार सोशल मीडिया न सिर्फ युवाओं का ध्यान भटकाने का काम करता है, बल्कि उनकी नींद में भी खलल डालता है।
Social media not only serves to distract the attention of the youth, but also disturbs their sleep.

अमेरिका की मायो क्लिनिक में प्रकाशित स्टडी के अनुसार सोशल मीडिया न सिर्फ युवाओं का ध्यान भटकाने का काम करता है, बल्कि उनकी नींद में भी खलल डालता है। कई बार युवा सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर दूसरों को धमकाने लगते हैं, अफवाह फैलाने लगते हैं और लोगों की जिंदगी के बारे में अवास्तविक विचार कर खुद दबाव में आने लगते हैं। हालांकि यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर है कि युवा कितना समय सोशल मीडिया पर बिताते हैं। अमेरिका में 12 से 15 वर्ष के बच्चों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जो बच्चे प्रतिदिन तीन घंटे से अधिक सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, उनमें मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। वहीं इंग्लैंड में 13 से 16 साल के 12,000 से अधिक बच्चों पर किए गए एक अन्य अध्ययन के अनुसार दिन में तीन बार से ज्यादा सोशल मीडिया का उपयोग करने वाले किशोरों की मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक असर होने की आशंका रहती है।  

पर्सनालिटी पर पड़ता है नकारात्मक असर

स्टडी बताती हैं कि सोशल मीडिया पर दूसरों की फोटोज और वीडियो देखकर युवा सामाजिक तुलना करने लगते हैं
Studies show that young people start making social comparisons after seeing photos and videos of others on social media. Credit: Istock

स्टडी बताती हैं कि सोशल मीडिया पर दूसरों की फोटोज और वीडियो देखकर युवा सामाजिक तुलना करने लगते हैं और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। युवा जितनी देर तक फेसबुक का उपयोग करते हैं, उनका यह विश्वास उतना ही मजबूत होता जाता है कि अन्य लोग उनकी तुलना में अधिक खुश हैं। इसके साथ ही अपनी पोस्ट पर मिले लाइक्स भी लोगों की मानसिक सेहत पर असर डालते हैं। कम लाइक्स मिलने पर वे परेशान हो जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताते हैं उनकी पर्सनालिटी पर भी इसका नकारात्मक असर होता है। वे दूसरों से इंप्रेस होकर खुद को सौंदर्य मानकों पर फिट रखने का दबाव महसूस करते हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स दूसरों की फिटनेस से इंप्रेस होकर खाना पीना तक कम कर देते हैं। जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

समाजिक अलगाव का कारण

 सोशल मीडिया से इंप्रेस रहने वाले लोग अक्सर खुद की फिटनेस से असंतुष्ट रहते हैं।
People who are influenced by social media are often dissatisfied with their own fitness.

यूके में रॉयल सोसाइटी फॉर पब्लिक हेल्थ की स्टडी में सामने आया कि सोशल मीडिया से इंप्रेस रहने वाले लोग अक्सर खुद की फिटनेस से असंतुष्ट रहते हैं। यही असंतोष एंजायटी, डिप्रेशन और अकेलेपन का कारण बन सकता है। सोशल मीडिया सामाजिक अलगाव की भावना पैदा करता है। क्योंकि लोग अपने जीवन की तुलना दूसरों की जिंदगी से करने लगते हैं। कई बार वे खुद की लाइफ को कमतर मानने लगते हैं।  

ऐसे दूर करें अपनी लत को

सबसे पहले आप यह जानने की कोशिश करें कि आखिर आप सोशल मीडिया देखते क्योें हैं।
First of all try to know why you are watching social media.

1. बेहतर विकल्पों की तलाश करें

वर्चुअल से निकलकर वास्तविक वातावरण को महसूस करने की कोशिश करें।  
Try to get out of virtual and feel the real environment.

सबसे पहले आप यह जानने की कोशिश करें कि आखिर आप सोशल मीडिया देखते क्योें हैं। शायद आप ऐसा समय बिताने के लिए करते हैं या फिर कुछ सीखने के लिए। अगर ऐसा है तो आप सोशल मीडिया के हटकर इसका​ विकल्प खोजें। सोशल मीडिया की जगह बुक्स के साथ समय बिताएं। वर्चुअल से निकलकर वास्तविक वातावरण को महसूस करने की कोशिश करें।    

2. अपनी हॉबीज पर दें ध्यान

आप अपनी हॉबीज को निखारें और उनपर समय इनवेस्ट करें।
Refine your hobbies and invest time on them.

अगर आपको भी सोशल मीडिया की लत ने घेर लिया है तो इससे छुटकारा पाने का एक आसान तरीका है कि आप अपनी हॉबीज को निखारें और उनपर समय इनवेस्ट करें। यह आपकी मेंटल हेल्थ के लिए बेस्ट विकल्प है। इससे आपका रु​टीन भी सेट होगा और आप पॉजिटिव भी महसूस करेंगे।  

3. वर्चुअल दोस्ती छोड़ें, सच्चे दोस्त बनाएं

प्रेवेंटिव मेडिसिन का अमेरिकन जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया पर लंबी-चौड़ी फ्रेंड लिस्ट वाले लोग अक्सर वास्तविकता में अकेले होते हैं।
People with long friend lists on social media are often lonely in reality.

प्रेवेंटिव मेडिसिन का अमेरिकन जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया पर लंबी-चौड़ी फ्रेंड लिस्ट वाले लोग अक्सर वास्तविकता में अकेले होते हैं। वे अकेलेपन के कारण सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताने लगते हैं। इसलिए ऑनलाइन दोस्ती सीमित कर, सच्चे दोस्त बनाएं। उनके साथ मिले, समय बिताएं। इससे आपका माइंड रिलेक्स होगा।  

4. तय कर लें अपनी टाइम लिमिट

कोई भी आदत उस समय लत बन जाती है, जब आप उसका असीमित उपयोग करते हैं।
Any habit becomes an addiction when you use it indefinitely.

कोई भी आदत उस समय लत बन जाती है, जब आप उसका असीमित उपयोग करते हैं। यह सच है कि सोशल मीडिया आज की जरूरत है। इसलिए इसका समय निश्चित कर लें। अगर आपको बार—बार सोशल मीडिया चैक करने की आदत है तो आप टाइम सेटिंग ऐप्स के माध्यम से भी इनका उपयोग सीमित कर सकते हैं।

5. आभासी दुनिया के जाल में न फंसे

किसी से अपनी तुलना न करें, क्योंकि आप जैसे हैं यूनिक हैं।
Don’t compare yourself to anyone, because you are unique just the way you are.

अपनी फिटनेस पर ध्यान देना, खुद की पर्सनालिटी ग्रूम करना, अपनी ब्यूटी पर ध्यान देना बहुत ही अच्छी आदत है। लेकिन ध्यान रखें ऐसा आप किसी सोशल मीडिया पोस्ट के प्रभाव में आकर न करें। किसी से अपनी तुलना न करें, क्योंकि आप जैसे हैं यूनिक हैं। इसलिए अपनी पर्सनालिटी पर ध्यान दें, लेकिन खुद के लिए।

6. परिवार को दें समय

कोशिश करें कि जब आप फैमिली के साथ हों तो फोन यूज न करें।
Try not to use the phone when you are with the family.

सोशल मीडिया की लत अब ऐसी है कि परिवार के सब सदस्य साथ होकर भी साथ नहीं होते, क्योंकि सभी अपने-अपने मोबाइल फोन्स में बिजी होते हैं। इसलिए कोशिश करें कि जब आप फैमिली के साथ हों तो फोन यूज न करें। अपने परिवार के साथ पूरा समय बिताएं, उसकी मन की भावनाएं जानें, दिनभर में उन्होंने क्या किया, आपका दिन कैसा बीता जैसी बातें करें। इससे घर का माहौल भी पॉजिटिव होगा।