lord shiva

Shiv Mandir: भारत में के हर राज्य में भोलेनाथ के कई मंदिर मौजूद हैं। कहा जाता है कि भारत के कोने कोने में भगवान शंकर का वास है। लेकिन सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिर मौजूद हैं। जहां के दर्शन करने के लिए भक्त भारत से विदेश यात्रा पर जाना पसंद करते हैं। सावन का महीना चल रहा है और ये महीना भोलेनाथ को बेहद प्रिय है। इस महीने में भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए हर वो प्रयास करते हैं जिससे भोलेनाथ प्रसन्न रहे। इतना ही नहीं कई लोग तो सावन के महीने में भोलेनाथ के अलग-अलग रूपों के दर्शन करने के लिए प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करने निकल पड़ते हैं। आज हम आपको विदेशों के फेमस शिव मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां दूर-दूर से भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं। तो चलिए जानते हैं –

इन देशों में भी है प्रसिद्ध शिव मंदिर

शिव सागर मंदिर, मॉरीशस

Shiv Mandir
Shiv Sagar Mandir

मॉरीशस में शिव सागर मंदिर है जो बेहद प्रसिद्ध है। यहां काफी ज्यादा पर्यटक घूमने के साथ-साथ भोलेनाथ के दर्शन के लिए जाना पसंद करते हैं। दरअसल मोरिशियस एक द्वीपीय देश है। जहां काफी ज्यादा हिंदू निवास करते हैं। ऐसे में ना सिर्फ मॉरीशस के स्थानीय लोग शिव सागर मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन के लिए जाते हैं। बल्कि विदेश घूमने आए पर्यटक भी इस मंदिर के दर्शन किए बगैर वापस भारत नहीं जाते। 2007 में स्थापित किया गया था। इस मंदिर में शिव की करीब 108 फीट ऊंची प्रतिमा मौजूद है। यह मंदिर द्वीप पर स्थापित है जहां चारों ओर पानी ही पानी है। इस मंदिर का नजारा देखने लायक है। हर साल लाखों की संख्या में यहां सैलानियों के साथ मॉरीशस के रहवासी भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं।

मुन्नेश्वरम मंदिर, श्रीलंका

Shiv Mandir in Shrilanka

भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में भी भगवान भोलेनाथ का एक मंदिर मौजूद है जो मुन्नेश्वरम मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यहां सावन के महीने में सबसे ज्यादा पर्यटक भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। जानकारी के मुताबिक श्रीलंका के मुनेश्वर गांव में करीब 5 मंदिर मौजूद है और पांच मंदिरों में से एक मंदिर भगवान शिव और माता काली का है। इस मंदिर को लेकर कई कथाएं मौजूद है। इन्हीं में से एक कथा में कहा गया है कि रावण का वध किया गया था, तब भगवान श्रीराम ने इस मंदिर में शिव की पूजा की थी। तभी से इस मंदिर की मान्यता काफी ज्यादा है,दूर-दूर से भक्त यहां दर्शन करने के लिए आते हैं।

कटास राज मंदिर, पाकिस्तान

Kataas Mandir
Kataas Mandir

पाकिस्तान में भी एक शिव मंदिर मौजूद है जो कटास राज मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह मंदिर महाभारत काल का मंदिर है। इसमें कटाक्ष कुंड भी मौजूद है। जिसके बारे में कहा जाता है कि भगवान शिव के आंसुओं से इस कुंड का निर्माण हुआ था। मान्यताओं के मुताबिक देवी सती के आत्मदाह के बाद जब महादेव की आंखों से आंसू बहते तब इस कुंड का निर्माण हुआ था। भारत में भी एक कुंड मौजूद है जो राजस्थान के पुष्कर में स्थित है। वह भी भोलेनाथ के आंसू से ही बना था। इस मंदिर में काफी ज्यादा भक्तों की भीड़ रहती है। हालांकि जो पाकिस्तान जा पाते हैं वहीं लोग यहां दर्शन करने जाते हैं बाकी पाकिस्तान के लोग ही यहां दर्शन करने के लिए जाते रहते हैं।

पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल

Pashupatinath Mandir
Pashupatinath Mandir

भारत के करीबी देश नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में हर साल लाखों भक्त भोलेनाथ के दर्शन के लिए जाते हैं। यह मंदिर सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के साथ ही इस मंदिर के दर्शन करना सबसे खास माना गया है। वरना पूरी यात्रा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में नवरात्रि शिवरात्रि सावन हर त्योहार पर मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है। यह मंदिर बागमती नदी के किनारे स्थापित है। इस मंदिर को यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में भी शामिल किया गया है। इस मंदिर में महादेव के 5 मुखी शिवलिंग स्थापित है। इस शिवलिंग को पारस पत्थर के समान माना जाता है। यहां दर्शन करने मात्र से ही भक्तों के सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं। इस मंदिर को उत्तराखंड के केदारनाथ का आधा हिस्सा माना जाता है।

अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर, दक्षिण अफ्रीका

Sawan 2023

दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग में अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर मौजूद है जहां भोलेनाथ की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा के आधा हिस्सा नीला स्वरूप और आधे हिस्से में शक्ति स्वरूपा देवी पार्वती को बनाया गया है। 9 भारतीय कलाकारों ने इसे बना कर तैयार किया है। ये 90 टन स्टील से बना कर तैयार की गई है। इसको बनाने में करीब 10 महीने का टाइम लगा है। भारतीय कलाकारों ने इसे दक्षिण अफ्रीका में ही जा कर बनाया है। इस मूर्ति की स्थापना दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग में हुई है। आप भी एक बार जरूर इन प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन के लिए जाए। यहां के नजरें और मंदिर में मिलने वाली शांति आपका मन खुश कर देगी। इन मंदिरों की मान्यता भी काफी ज्यादा मानी गई है।