डरपोक न बनाएं बच्चों को
अगर आप में भी अपने बच्चों को डांटने या मारने-पीटने की आदत है, तो आज ही अपनी ये आदत बदल लीजिए। क्योंकि, अब पेरेंटिंग स्टाइल काफी बदल चुका हैं।
Parents Bad Habits: बच्चे के अंदर सही व्यवहार घर के वातावरण से आते हैं। माता-पिता हमेशा चाहते हैं कि उनका बच्चा होशियार और आत्मनिर्भर बनें। इसके लिए बच्चों को तो मेहनत करनी ही पड़ती है। लेकिन, माता-पिता को भी कुछ बातों का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। जैसे बच्चों के साथ सख्ती जरूरी है, लेकिन हद से ज्यादा स्ट्रिक्ट होना भी कभी-कभी बच्चों को कमजोर और डरपोक बना देता है।
अगर आप में भी अपने बच्चों को डांटने या मारने-पीटने की आदत है, तो आज ही अपनी ये आदत बदल लीजिए। क्योंकि, अब पेरेंटिंग स्टाइल काफी बदल चुका है। बच्चों के साथ माता-पिता को दोस्ती वाला माहौल बनाना पड़ता है, ताकि बच्चे आगे जाकर उन्हें सारी बातें बता सके। आज हम आपको उन बातों के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी वजह से बच्चे अक्सर डरपोक बन जाते हैं।
दूसरे बच्चे से तुलना करना

यह एक ऐसी गलती है, जो सभी माता-पिता ने कभी ना कभी अपने बच्चों के साथ जरूर की होगी। जो आपके बच्चे के अंदर हिंसा और द्वेष की भावना पैदा करती हैं। इसके अलावा पेरेंट्स की इस गलती की वजह से बच्चे दूसरी चीजें सीखने पर ध्यान तक नहीं देते है, क्योंकि उन्हें हमेशा यही लगता है कि वह कितना भी प्रयास क्यों न कर लें, उनके माता-पिता संतुष्ट नहीं होंगे। इसलिए माता-पिता को कभी भी अपने बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों के साथ नहीं करनी चाहिए। बल्कि उन्हें उनके काम में हमेशा प्रोत्साहित करना चाहिए। ताकि बच्चा कोई नई चीज सीखने के लिए अपने आप को नहीं रोके।
बच्चों को करें प्रोत्साहित

माता-पिता हमेशा चाहते हैं कि उनका बच्चा हर चीज में अव्वल आए। लेकिन, वह अपने बच्चों को प्रोत्साहित करना भूल जाते हैं। क्योंकि, उन्हें ऐसा लगता है कि अगर वह अपने बच्चे को अभी से ही प्रोत्साहित करना शुरू कर देंगे, तो उनका बच्चा बिगड़ जाएगा। लेकिन, यह बहुत गलत धारणा है। अगर आप अपने बच्चे को मोटिवेट करते हैं, तो वह आगे बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए अथक प्रयास करता है। अगर आप बच्चे के मन को बार-बार ठेस पहुंचाएंगे, तो वे कभी भी खुद को आगे बेहतर साबित नहीं कर सकेंगे।
मार-पीट करना

बच्चों के साथ मारपीट करना किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता है। अगर बच्चे शैतानी करते हैं, तो उन्हें समझाया जा सकता है, ना कि उनके साथ मारपीट किया जाना चाहिए। आप अपने बच्चों के साथ अगर मारपीट करते हैं, तो बच्चे इसकी वजह से डरपोक बन जाते हैं और वह आपको कोई भी बात बताने से कतराएंगे। इसलिए, कभी भी अपने बच्चों की गलती पर उन्हें मारे नहीं। बल्कि, उनकी बातों को समझे और अपनी बातों को सरल भाषा में समझाने की कोशिश करें। ताकि आपके और बच्चे के बीच खूबसूरत रिश्ता बरकरार रह सके।
बच्चों के साथ समय ना बिताना

आजकल अधिकांश घरों में माता-पिता दोनों वर्किंग पेरेंट्स होते हैं, जिस वजह से वह अपने बच्चों के साथ अधिक समय व्यतीत नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से बच्चे जब पूरी तरह से मां-बाप की नजर से दूर रहते है तो वो मनमानी करने लगते हैं और झूठ बोलने जैसी आदतें सीख लेते हैं। इसलिए माता-पिता जैसे ही अपने काम से फ्री होते हैं, उन्हें अपने बच्चों के साथ छोटी मोटी एक्टिविटीज करना चाहिए, ताकि जब आपका बच्चा घर पर अकेला हो, तब उसे आपकी कमी ना खले।
बहुत अधिक पाबंदियां लगाना

बच्चों पर पाबंदियां लगाना जरूरी है। लेकिन, अधिक पाबंदियां लगाना भी मुश्किलों की सबसे बड़ी वजह बन सकता है। बच्चों को शुरुआत से ही सही व्यवहार सिखाएं। लेकिन उन पर अत्यधिक पाबंदियां नहीं लगाएं। क्योंकि ऐसा करने से बच्चे आपसे झूठ बोलने लगते हैं और मनमानी करते हैं, जिसके बाद आप उन्हें चाहकर भी रोक नहीं पाएंगी।
केवल पढ़ाई को ही महत्व देना

हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उसका बच्चा पढ़ाई-लिखाई में बेहतरीन प्रदर्शन करें। लेकिन, हर बच्चा अलग होता है। हर बच्चे की मानसिक स्थिति अलग होती है। कई बच्चों को पढ़ाई में काफी मन लगता है, जबकि कई बच्चे ऐसे होते हैं, जो अलग एक्टिविटीज़ में अच्छे होते हैं। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि आपके बच्चे को किस चीज में अधिक रुचि है। अगर उसे एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़ में मजा आता है, तो आप उसे उस तरफ प्रोत्साहित करें। उसे केवल पढ़ाई के लिए दबाव बनाना या कम मार्क्स आने पर डांटना-फटकारना सही नहीं हैं।