स्‍क्रीन की लत बच्‍चों को बना रही है बद्तमीज, पेरेंट्स उठाएं ये 6 सख्‍त कदम: Kids Mobile Addiction
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Kids Mobile Addiction: आज के ऑनलाइन युग में बच्‍चों को स्‍क्रीन से दूर रखना पेरेंट्स के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है। हालांकि स्‍मार्टफोन और टैबलेट आजकल बच्‍चों के लिए सीखने के आवश्‍यक टूल के रूप में उभर रहे हैं। देखा जाए तो ऑनलाइन वर्ल्‍ड के अपने कई फायदे हैं, लेकिन यदि ये लत बन जाए तो ये किसी की भी शारीरिक और मानसिक हेल्‍थ को प्रभावित कर सकती है। स्‍क्रीन का प्रभाव रिलेशनशिप पर भी असर डाल रहा है। यही वजह है कि बच्‍चों में बिहेवियर इश्‍यू की समस्‍या देखी जा रही है। बच्‍चे अपने पेरेंट्स के साथ पहले से अधिक बद्तमीज और निडर होते जा रहे हैं। उन्‍हें न पेरेंट्स की डांट का डर है और न ही पढ़ाई की चिंता। यदि आपका बच्‍चा भी स्क्रीन के जाल में फंस रहा है तो आप ये 6 सख्‍त कदम उठा सकते हैं।

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अधिक स्‍क्रीन देखने के नुकसान

Kids Mobile Addiction-स्‍क्रीन की लत को ऐसे छुड़वाएं
Disadvantages of watching too much screen

– मोटापा

– गर्दन का दर्द

– आखों की रोशनी से संबंधित परेशानी

– मेंटल हेल्‍थ

– इमोशनल हेल्‍थ

– नींद में खलल

– बिहेवियरल प्रॉब्‍लम

– डिप्रेशन

– अटेंशन और हियरिंग इश्‍यू

– नर्वस सिस्‍टम की समस्‍या

पेरेंट्स अपनाएं ये ट्रिक्‍स

बाउंड्री सेट करें

यदि आपको अपने बच्‍चे की स्‍क्रीन की लत को कम करना है तो सबसे पहले आपको अपना स्‍क्रीन टाइम कम करना होगा। बच्‍चे पेरेंट्स को देखकर ही सीखते हैं। यदि आप अपना फोन चलाने का समय निर्धारित कर लेंगे तो बच्‍चा अपने आप ही स्‍क्रीन से दूरी बना लेगा। इसके लिए बाउंड्री सेट करें और उसका पालन करें।

ऑनलाइन एक्टिविटी पर नजर रखें

अपने बच्‍चे की ऑनलाइन एक्टिविटी पर नजर रखने और उसे सीमित करने के लिए डिवाइस में पेरेंटल कंट्रोल ऑप्‍शन ऑन कर लें। इससे बच्‍चे सिर्फ वही देख सकेंगे जो उन्‍हें आप दिखाना चाहते हैं।

बच्‍चे के साथ बिताएं समय

स्‍क्रीन की लत को ऐसे छुड़वाएं
spend time with child

मोबाइल की लत तब पड़ती है जब पेरेंट्स बच्‍चों को पर्याप्‍त समय नहीं देते। यदि दोनों पेरेंट्स वर्किंग हैं तो दिन में न सही लेकिन रात में सोने से पहले बच्‍चे के साथ क्‍वालिटी टाइम बिताएं। बच्‍चे से उसकी दिनभर की गतिविधियों के बारे में बात करें। इससे बच्‍चे को स्‍क्रीन से दूर करने में मदद मिलेगी।

ऑफलाइन एक्टिविटी को दें बढ़ावा

जब बच्‍चे जरूरत से ज्‍यादा ऑनलाइन समय बिताने लगते हैं तो वे या तो शांत रहने लगते हैं या बद्तमीज हो जाते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए आप बच्‍चे को बिजी रखने का प्रयास करें। बच्‍चों की ऑफलाइन एक्टिविटी को बढ़ा दें जिससे बच्‍चे को स्‍क्रीन देखने का समय ही न मिले।

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बनाएं स्‍क्रीन फ्री जोन

कई बार बच्‍चे स्‍क्रीन का इस्‍तेमाल इस हद तक करने लगते हैं कि वह मोबाइल को बाथरूम में भी ले जाते हैं। बच्‍चों को रोकने के लिए आप घर में स्‍क्रीन फ्री जोन बनाएं। जहां मोबाइल यूज करने की इजाजत बिल्‍कुल न हो। जैसे बाथरूम, बैडरूम और डाइनिंग टेबल। ये जगह बच्‍चे और पेरेंट्स का प्राइवेट समय बिताने का होता है, जहां मोबाइल का कोई काम नहीं है।

करें कम्‍यूनिकेशन

बच्‍चा हद से ज्‍यादा मोबाइल क्‍यों देखता है, वह पेरेंट्स से बदतमीजी से बात क्‍यों करता है, वह मोबाइल में क्‍या देखना चा‍हता है…पेरेंट्स बच्‍चों के साथ इस मुद्दे पर बात करें। साथ ही बच्‍चों की समस्‍या और भावनाएं समझने का प्रयास करें।