Instagram Baby Care Trend: कई नई-नवेली माताएं बच्चों को पालने के लिए आजकल घर के बड़ों पर कम और सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहे तरीकों पर ज्यादा भरोसा करने लगी हैं। लेकिन क्या यह तरीके सौ प्रतिशत सही हैं, जानिए इस लेख मे –
सोशल मीडिया ने माता-पिता की दुनिया को पूरी तरह बदल दिया है। खासकर इंस्टाग्राम मॉस,
जो अपने बेबी केयर रूटीन, टिप्स और ट्रिक्स को साझा करती हैं, आजकल नई माताओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा बन रही हैं। लेकिन क्या ये सभी ट्रेंड्स वास्तव में प्रभावी हैं? क्या ये वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हैं, या सिर्फ आकर्षक दिखने के लिए बनाए गए हैं? इस लेख में हम इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहे कुछ बेबी केयर ट्रेंड्स की सच्चाई जानेंगे और देखेंगे कि क्या इन्हें अपनाना सही
रहेगा।
1. इंस्टाग्राम मॉस का बढ़ता प्रभाव
इंस्टाग्राम पर मॉम ब्लॉगर्स और इन्लुएंसर्स की सं या तेजी से बढ़ रही है। वे रोजमर्रा की परवरिश से जुड़ी चीजें, न्यूट्रिशन गाइड, बेबी केयर रूटीन और क्यूट वीडियो शेयर करती हैं। इनके फॉलोअर्स लाखों में होते हैं, और कई नई नवेली मां इन्हें अपना रोल मॉडल मानती हैं। लेकिन सवाल यह उठता
है- क्या हर इंस्टाग्राम ट्रेंड वैज्ञानिक रूप से सही होता है या यह सिर्फ दिखावे के लिए है?
कैसे पहचानें कि कोई ट्रेंड सही है या नहीं
1.विशेषज्ञों की राय देखें।
2.लंबे समय तक उसका प्रभाव जानें।
3.हर बच्चे की जरूरत अलग होती है- इसे ध्यान में रखें।
2. लोकप्रिय बेबी केयर ट्रेंड्स और उनकी सच्चाई

(1) डीआईवाई बेबी स्किन केयर
ट्रेंड: इंस्टाग्राम पर कई मॉस घर पर बने स्किन केयर प्रोडक्ट्स जैसे कि दूध और हल्दी का लेप, एलोवेरा जेल और नारियल तेल को प्रमोट करती हैं।
सच्चाई: कुछ प्राकृतिक चीजें जैसे नारियल तेल और एलोवेरा हल्की स्किन प्रॉब्लस के
लिए फायदेमंद हो सकती हैं। लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के हर चीज का इस्तेमाल
करना सही नहीं। कई घरेलू चीजें एलर्जी पैदा कर सकती हैं।
बेहतरीन उपाय: डॉक्टर से सलाह लेकर स्किन केयर रूटीन अपनाएं।
(2) बेबी लेड वीटिंग
ट्रेंड: इसमें बच्चों को शुरुआती महीनों से ही अपने हाथों से ठोस आहार खाने की आदत
डलवाने की बात कही जाती है, बिना प्यूरी या मैश किए हुए फूड के।
सच्चाई: यह बच्चे को स्वतंत्र खाने की आदत डाल सकता है और मोटर स्किल्स विकसित करता है। लेकिन अगर इसे गलत तरीके से अपनाया जाए, तो खाना बेबी के गले में अटक सकता है।
सरल उपाय: ठोक आहार शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें और शुरुआत में
नरम और छोटे आकार के टुकड़े दें।
(3) महंगे ऑर्गेनिक बेबी प्रोडक्ट्स का ट्रेंड
ट्रेंड: इंस्टाग्राम पर कई मॉस सिर्फ ऑर्गेनिक बेबी फूड, बायोडिग्रेडेबल डायपर और नेचुरल बेबी प्रोडक्ट्स को ही प्रमोट करती हैं।
सच्चाई: केमिकल-फ्री और ऑर्गेनिक चीजें उपयोगी हो सकती हैं। लेकिन सभी महंगे ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स जरूरी नहीं कि रेगुलर बेबी प्रोडक्ट्स से बेहतर ही हों।
सरल उपाय: उत्पाद के इंग्रीडिएंट्स चेक करें, न कि सिर्फ ‘ऑर्गेनिक’ टैग देखें।
(4) स्लीप ट्रेनिंग ट्रेंड
ट्रेंड: इंस्टाग्राम पर कई मॉस अलग-अलग स्लीप ट्रेनिंग तकनीकों को प्रमोट करती हैं,
जिनमें ‘क्राई इट आउट’ मेथड और ‘नो टीयर्स’ मेथड सबसे लोकप्रिय हैं।
सच्चाई: स्लीप ट्रेनिंग से बच्चे को खुद से सोने की आदत पड़ती है। लेकिन हर बच्चा
अलग होता है- कुछ को यह फायदा पहुंचा सकता है, तो कुछ को नुकसान।
सरल उपाय: बच्चे की जरूरत के अनुसार स्लीप ट्रेनिंग अपनाएं, न कि सिर्फ ट्रेंड को
देखकर।
(5) बेबी मसाज ट्रेंड
ट्रेंड: इंस्टाग्राम मॉस अपने बच्चों की मसाज के अनगिनत तरीके बताती हैं, जैसे कि स्पेशल हर्बल तेल या खास तकनीकों से मसाज करना।
सच्चाई: मसाज से बच्चे की नींद, डाइजेशन और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। लेकिन ज्यादा दबाव डालने या गलत तकनीक से बच्चे को नुकसान भी हो सकता है।
बेस्ट उपाय: पारंपरिक तरीके से हल्के हाथों से मालिश करें और डॉक्टर से
सही मसाज टेक्नीक सीखें।
3.क्या इंस्टाग्राम ट्रेंड्स को अपनाना है
(1) सभी ट्रेंड्स सभी बच्चों के लिए नहीं होते
हर बच्चा अलग होता है और उसकी जरूरतें भी अलग होती हैं। सिर्फ इसलिए कि कोई ट्रेंड सोशल मीडिया पर लोकप्रिय है, इसका मतलब यह नहीं कि वह आपके बच्चे के
लिए भी सही होगा।
(2) एक्सपर्ट्स की राय सबसे जरूरी है
ट्रेंड अपनाने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे बेहतर होता है।
(3) अपराध बोध से बचें
सोशल मीडिया पर अक्सर ‘परफेक्ट पेरेंटिंग’ दिखाई जाती है, जिससे कई मांएं खुद को
कमतर समझने लगती हैं। लेकिन असल में हर मां अपनी तरह से बेस्ट होती है।
4.कैसे अपनाएं सही बेबी केयर रूटीन
(1) विज्ञान-आधारित जानकारी पर भरोसा करें
इंटरनेट पर मिलने वाली हर जानकारी सही नहीं होती। कई बार बिना किसी वैज्ञानिक
प्रमाण के भी पेरेंटिंग टिप्स वायरल हो जाते हैं, जिससे माता-पिता भ्रमित हो जाते हैं।
(2) कैसे करें सही जानकारी की पहचान
1.हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें, जैसे कि डब्लूएचओ (विश्व स्वास्थ्य
संगठन), आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद), एएपी (अमेरिकन
अकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स) आदि।
2.मेडिकल रिसर्च और डॉक्टरों द्वारा प्रमाणित लेख पढ़ें।
द्यकिसी भी घरेलू नुस्खे या बेबी केयर ट्रेंड
को अपनाने से पहले उसके संभावित फायदे
और नुकसान को समझें।
3.डॉक्टर और विशेषज्ञों से सलाह लें
1.डॉक्टर बच्चे की स्वास्थ्य स्थिति, उम्र, एलर्जी और मेडिकल हिस्ट्री को ध्यान में
रखकर सही सलाह दे सकते हैं।
2.विशेषज्ञ आपको किसी भी नये ट्रेंड के संभावित फायदे और नुकसान के बारे में स्पष्ट
जानकारी देते हैं।
3.कोई भी बदलाव जैसे- डाइट, स्लीप ट्रेनिंग, वैक्सिनेशन, बेबी मसाज या स्किन केयर रूटीन आदि अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होता है।
4.बच्चे की जरूरतों को प्राथमिकता दें
1.उसके शारीरिक विकास, भूख, नींद और स्वभाव को ध्यान से देखें।
2.अपने बच्चे के व्यवहार और पसंद ना पसंद को समझने की कोशिश करें।
3.दूसरे बच्चों से तुलना करने की बजाय अपने बच्चे के अनुकूल फैसले लें।
5.प्राकृतिक और वैज्ञानिक तरीकों का संतुलन बनाए रखें
1.आयुर्वेद और विज्ञान दोनों के फायदे समझें।
2.पारंपरिक तरीके अपनाते समय यह देखें कि वे आधुनिक विज्ञान से मेल खाते हैं या
नहीं।
3.यदि कोई घरेलू नुस्खा अपनाना है, तो पहले उसके प्रभाव को समझें और डॉक्टर
की राय लें।
इंस्टाग्राम मॉस के बेबी केयर ट्रेंड्स आकर्षक और फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन हर ट्रेंड
को आंख मूंदकर अपनाना सही नहीं है।
(5) बेबी मसाज ट्रेंड

ट्रेंड: इंस्टाग्राम मॉस अपने बच्चों की मसाज के अनगिनत तरीके बताती हैं, जैसे कि स्पेशल हर्बल तेल या खास तकनीकों से मसाज करना।
सच्चाई: मसाज से बच्चे की नींद, डाइजेशन और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। लेकिन ज्यादा दबाव डालने या गलत तकनीक से बच्चे को नुकसान भी हो सकता है।
बेस्ट उपाय: पारंपरिक तरीके से हल्के हाथों से मालिश करें और डॉक्टर से सही मसाज टेक्नीक सीखें।
