Mythological Small Stories: बच्चे जितना अपने आसपास के माहौल और पेरेंट्स से सीखते हैं उतना ही ज्ञान उन्हें किताबों और कहानियों से भी सीखने को मिलता है। मन के कच्चे बच्चों को यदि शुरुआत में ही अच्छी और प्रेरक कहानियां सुनाई और पढ़ाई जाती हैं, जो उसके बच्चों के जीवन पर बहुत अधिक असर पड़ सकता है। ऐसे में आपको बच्चों को कुछ ऐसी कहानियों को बच्चों को जरूर पढ़ने के लिए देना चाहिए जो ना सिर्फ पौराणिक हैं बल्कि बच्चों को सही मार्गदर्शन करने में मदद कर सकती हैं। आज हम आपको ऐसी ही कुछ कहानियों के बारे में बता रहे हैं, जो आपको अपने बच्चों को पढ़ानी चाहिए।
श्रवण कुमार की कहानी

श्रवण कुमार जैसा बेटा दोबारा पैदा नहीं हुआ, जो अपने अंधे मां-बाप की आखिरी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए उन्हें टोकरियों में बैठाकर कंधों पर रखकर तीर्थ यात्रा के लिए लेकर जाता है।
सुदामा की कहानी

जब भी सच्ची दोस्ती की बात सामने आती है और सुदामा और कृष्ण की दोस्ती का जिक्र जरूर होता है। सुदामा बहुत ही गरीब परिवार से था और कृष्ण संपन्न परिवार से थे लेकिन दोनों की दोस्ती में कभी कोई भेदभाव नहीं दिखा।
एकलव्य की कहानी

एकलव्य महाभारत का एक पात्र है जिसने गुरू द्रोणाचार्य की एक मूर्ति बनाकर स्वयं धनु्र्विद्या का अभ्यास कर उसमें निपुणता हासिल की। जब गुरू द्रोणाचार्य को इस बात का पता चला तो गुरू द्रोणाचार्य को दक्षिणा स्वरूप एकलव्य ने उन्हें अपना अंगुठा काटकर दे दिया और उसके बाद तर्जनी और मध्यमा अंगुली से ही तीरंदाजी का अभ्यास किया।
अभिमन्यु की कहानी
अभिमन्यु महाभारत का एक ऐसा योद्धा था जो अर्जुन के अलावा चक्रव्यूह भेदना जानता था, लेकिन कहा जाता है जब अभिमन्यु अपनी माता सुभद्रा के पेट में था, तब अर्जुन ने चक्रव्यूह भेदने की युक्ति सुभद्रा को बताई थी, लेकिन सुभद्रा सुनते-सुनते बीच में ही सो गई थी, इसलिए वो चक्रव्यूह में प्रवेश वाले अंश को ही सुन सकी जबकि चक्रव्यूह से बाहर आने वाले भाग से पहले ही वो सो गई थी, इस कारणवश अभिमन्यु को चक्रव्यूह का आधा ही रहस्य पता था।
प्रह्लाद की कहानी

प्रह्लाद दानव हिरण्यकश्यप के पुत्र थे जो कि खुद को सृष्टि में पूजनीय मानता था लेकिन प्रह्लाद अपने पिता को पूजने के बजाय भगवान विष्णु के भक्त थे। इस बात से क्रोधित होकर हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को मारने का आदेश दिया। असफल प्रयास के बाद जब होलिका को प्रह्लाद को गोद में बैठाकर अग्नि में बैठाया गया तब भी प्रह्लाद सच्ची विष्णु भक्ति से बच गए और होलिका जल गई।
अगस्त मुनि की कहानी

अगस्त मुनि की कई प्रेरक कहानियां प्रचलित हैं, लेकिन सबसे अधिक प्रचलित है जिसमें उन्होंने देवताओं की गुजारिश करने पर अपने मंत्रों की शक्ति से पूरा समुद्र पी लिया था और इसके साथ ही विंध्याचल पर्वत को झुका दिया था।
हनुमान की कहानी

वायुपुत्र हनुमान जी की कहानी भी बच्चों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन सकती है। हनुमान जी जिंदगी का हर सबक सिखाने के लिए काफी हैं कि हर बच्चे की बैलेंस्ड लाइफ होना बेहद जरूरी है।
हिडिम्बा की कहानी
हिडिम्बा भीम की पत्नी थीं। दानव होने के बावजूद वो हिंदु धर्म को पूजती थी। हिडिम्बा के अच्छे कर्मों के कारण ही नवरात्रों में उसे पूजा जाता है।
सीता की कहानी

राजा जनक की पुत्री और भगवान राम की पत्नी सीता को उनके संपूर्ण जीवन में समर्पण, भक्ति और पवित्रता के कारण हिंदु धर्म में खूब पूजा जाता है।
घटोत्कच की कहानी

हिडिम्बा और भीम के पुत्र घटोत्कच को आदर्श पुत्र और महाभारत के महान योद्धा के रूप में जाना जाता है।
ये सभी कहानियां पढ़ने से बच्चों को जीवन में आने वाली परेशानियों, उनसे जूझने और जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने में बहुत मदद कर सकती हैं।