इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अपनाएँ प्राकृतिक उपाय
बाजार में आजकल इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले तमाम तरह के प्रोडक्ट्स की बाढ़ आ गई है। लेकिन इम्यूनिटी ऐसी कोई चीन नहीं है जिसे दो चार दिन में बढ़ाया जा सके।
Immunity Booster Plants: हमारे स्वास्थ्य के लिए जो सबसे ज़रूरी चीज़ है वह है इम्यूनिटी यानी की रोग प्रतिरक्षा शक्ति। यह हमें तममतारह की बीमारियों से बचाती और रोगों से लड़ने की शक्ति देती है। पिछले दिनों हुई करोना महामारी के दौरान इम्यूनिटी का क्या महत्व है यह हम सभी को बहुत अच्छी तरह से समझ में आया। यही वजह है कि बाजार में आजकल इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले तमाम तरह के प्रोडक्ट्स की बाढ़ आ गई है। लेकिन इस बीच सबसे समझने वाली सबसे ज़रूरी बात यह है कि इम्यूनिटी ऐसी कोई चीज़ नहीं है, जिसे दो-चार दिन में बढ़ाया जा सके। इस तरह की प्रैक्टिस को लंबे समय तक जारी रखना होता है, जो वायरस और दूसरी बीमारियों से हमारे शरीर का बचाव कर सके।
इस मामले में प्राकृतिक उपाय ज़्यादा कारगर हैं। इससे भी ज़रूरी बात यह कि हमारी प्रकृति में कई सारी चीजें मौजूद हैं, जो हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने का कार्य करती हैं। कई ऐसी वनस्पतियाँ और पेड़- पौधे पाए जाते हैं, जिनकी पत्तियों में एंटीवायरल गुण होते हैं। यह ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। इस लेख के माध्यम से हम कुछ ऐसे पौधों की बात करेंगे, जिन्हें घर की छोटी सी जगह अथवा गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। यह पौधे इम्यूनिटी बढ़ाने में हम सबकी मदद करेंगे।
तुलसी का पौधा

तुलसी के पौधे को हमारे भारतीय घरों में बहुत ही ज़्यादा उपयोगी माना जाता है। इस पौधे का जितना पौराणिक महत्व है उससे भी कहीं ज़्यादा औषधीय। इसीलिए, यह लगभग हर हिन्दू घर में पाया और पूजा जाता है। तुलसी की पत्तियों में कई प्रकार के एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री जैसे औषधीय गुण होते हैं। इसलिए जो लोग इसका सेवन करते हैं, उनकी इम्यूनिटी बढ़ती है। तुलसी की पत्तियों का सबसे ज़्यादा उपयोग चाय में होता है। यह हमें खांसी, जुकाम और कई तरह के वायरल इंफेक्शन से होने वाली बीमारियों से बचाती है। तुलसी की पत्तियों को प्रतिदिन चाय में डालकर पीने से इम्यूनिटी बढ़ेगी। काढ़ा आदि भी बनाते समय तुलसी की 4-5 पत्तियों को डाल लें, इससे होने वाले फ़ायदे में इज़ाफ़ा होगा। तुलसी की पत्तियों को पानी में देर तक उबालने से बचना चाहिए। चाय छानने से 2-4 मिनट पहले ही तुलसी की पत्तियां डालें ताकि उसके औषधीय गुण बरक़रार रहें।
गिलोय भी है फायदेमंद

गिलोय हमारे देश में पाया जाना वाला एक ऐसा आयुर्वेदिक पौधा है, जिसे ख़ासतौर पर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। यह ऐसा पौधा है, जिसमें किसी भी दूसरे पौधे की अपेक्षा एंटी-वायरल गुण ज्यादा होते हैं, जिसकी वजह से यह गंभीर बायरल इंफेक्शन को भी बहुत जल्दी खत्म कर सकता है। इसको घर में लगाना काफ़ी आसान होता है, आप अपने घर में गिलोय का पौधा लगा सकते हैं। गिलोय का इस्तेमाल भी काफ़ी आसान है, इसके तने को तोड़कर पानी में उबाल लें फिर छानकर इस पानी का सेवन करें। इसे दिन भर में एक से दो बार पीना सही रहता है। मिठास के लिए शुद्ध ऑर्गेनिक शहद या फिर गुड़ का इस्तेमाल किया जा सकता है। नियमित इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम को बहुत फायदा मिलता है।
एलोवेरा का पौधा

इंडोर प्लांट के तौर पर इस पौधे को सबसे ज़्यादा ब्यूटी के लिए लगाया जाता है। लेकिन यह देखने में जितना आकर्षक लगता है उससे भी कहीं ज़्यादा रोगों को ठीक करने में कारगर पाया गया है। एलोवेरा की मोटी-मोटी पत्तियों में ढेर सारे औषधीय गुण होते हैं, जो हमें वायरस और उससे होने वाले इंफेक्शन से बचाते हैं। एलोवेरा का इस्तेमाल आप त्वचा की हिफ़ाज़त और बालों की समस्याओं से निजात पाने के लिए भी आप कर सकते हैं। आप यदि अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते हैं तो एलोवेरा की पत्तियों को टुकड़ा-टुकड़ा काट लें और इसके छिलके को उतारकर जेल को अलग कर लें। फिर इसे गुनगुने पानी के साथ खा लें। एलोवेरा का इस्तेमाल उपयोगी होता पर इसके बहुत ज्यादा इस्तेमाल से बचना चाहिए। अपने घर पर बनने वाले कुछेक डिशेज में भी ताजा पत्ती से निकाला हुआ एलोवेरा जेल आप डाल सकते हैं।
नीम का पौधा

नीम के बारे में यह कहावत है कि, “पेड़ एक फ़ायदे अनेक” जोकि बिल्कुल ही सटीक बैठती है। नीम का पौधा कई तरीक़े से हमारे लिए उपयोगी है। नीम की पत्तियां कड़वी होती हैं, पर औषधीय गुणों के सामने इसका कड़वापन बेमानी हो जाता है। नीम में कई तरह के एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो हमें रोग से बचाने के साथ-साथ हमारे इम्यून सिस्टम को मज़बूत करते हैं। नीम की पत्तियों का नियमित सेवन शरीर में रोगों और बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
नीम का जूस हमारे शरीर में मौजूद रक्त के शुद्धीकरण का काम करता है। इसके नियमित उपयोग से खून की अशुद्धियाँ ख़त्म हो जाती हैं, त्वचा पर चमक आती है। कील-मुंहासों जैसी समस्या से निजात मिलती है। नीम का पेड़ हमारे गांव और घरों में आसानी से मिल जाता है। नीम की पत्तियों को उबालकर इसका पानी या फिर पीसकर इसका जूस पीना हमारे शरीर को निरोग बनाता है।