Low-Maintenance Home Tips: घर की साफ-सफाई करना अगर आपको ज्यादा पसंद नहीं है और आप अपना फ्री टाइम क्लीनिंग में बर्बाद करना नहीं चाहते। तो एक लो मेंटेनेंस घर का होना बहुत जरूरी है। लेकिन कई बार दूसरों की देखा-देखी या सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग आर्किटेक्ट या स्टाइल को काॅपी तो कर लेते हैं। लेकिन बाद कई बार उसकी मेंटेनेंस मुश्किल में डाल देती है। ‘लो मेंटेनेंस और इजी टू क्लीन’ घर के लिए यहां आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं जिनकी वजह से अपने घर को आसानी से साफ-सुथरा रख सकते हैं और आपकी लाइफ को कंफर्टेबल बना सकते हैं।
टिप्स नंबर-1

सबसे पहला पार्ट आता है-अपहोल्स्ट्री। यानी आप सोफा या बेड कोई भी ऐसी चीज ले रहे हो जिस पर फैब्रिक का काम कराना है या अपहोल्सट्री का काम। कोशिश करें वहां का फैब्रिक लाइट शेड और स्वेड फिनिश या वेलवेट टच का मैटेरियल न लें। क्योंकि लाइटर शेड के सोफा फैब्रिक पर हाथों के निशान या किसी भी चीज के निशान यहां तक कि उस पर बैठ कर उठने पर भी निशान पड़ जाते हैं। इनके बजाय डार्कर शेड का फैब्रिक लें जैसे-डार्क ग्रे, डार्क बेज, डार्क ब्लू या दूसरे डार्क कलर लें। अगर आप लाइट शेड ही लेना चाहते हैं, तब आप इसके लिए आप वाॅटर रैप्लेंट फैब्रिक या जूट फिनिश का फैब्रिक लें। ये फैब्रिक डस्ट रैप्लेंट तो होते ही हैं, साथ के साथ इन पर आसानी से निशान नहीं पड़ते।
टिप्स नंबर-2
रग या कारपेट लेते समय ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आजकल मार्केट में फर वाले रग की बहुत डिमांड है। लेकिन उनको क्लीन करना बहुत मुश्किल होता है। इनके बजाय आप फ्लैट मैट वाले कॉटन फिनिश के या वुलन फिनिश के रग लें, तो बेहतर है। ये रग वाॅटर रैप्लेंट होते हैं जिन पर आप खराब होने की चिंता के बिना आसानी से मूव कर सकते हैं और सबसे बड़ी बात ये रग इजी टू क्लीन होते हैं। एक बार झटका और डस्ट गायब।
टिप्स नंबर-3
रसोई या दूसरे कमरों में ओपन शेल्फ या फ्लोटिंग शेल्फ। हालांकि ये शेल्फ देखने में बहुत सुंदर लगते हैं और इन्हें देखकर अमेजिंग फील भी आता है। लेकिन किचन के अंदर ओपन शेल्फ का मतलब डस्ट की भरमार। कोशिश करें कि अपनी रसोई में खासकर बर्नर के पास फ्लोटिंग शेल्फ न रखें। आपके किचन में सारी चीजें शटर के अंदर रखने की व्यवस्था होनी चाहिए। इसी तरह वॉडरोब एरिया या टीवी यूनिट्स के एरिया के पास भी ऐसी शेल्फ नहीं होनी चाहिए। अगर आपका टीवी यूनिट हवा में फ्लोटिंग है तो ऊपर लेमिनेट लगा दें या स्टोन लगवाएं। यह स्टोन वो भी लाइट कलर का ही लें।
टिप्स नंबर-4

घर में ऐसी कई चीज़ों होती हैं जिन्हें आपको ग्लास फिनिश वाली नहीं लेनी चाहिए। जैसे-डाइनिंग टेबल आपको ग्लास टॉप नहीं लेना चाहिए। इसके बजाय डाइनिंग टेबल का टाॅप मार्बल फिनिश, क्वाट्स, ग्रेनाइट या इटालियन जैसी चीजों का बना होना ज्यादा अच्छा ऑप्शन है। इसी तरह क्रॉकरी यूनिट के अंदर की शेल्फ ग्लास की नहीं बल्कि वुडन की होनी चाहिए। जिसकी वजह से आपका क्रॉकरी यूनिट भी अमेजिंग दिखाई देगा और साथ के साथ आपकी सफाई का टाइम भी बचेगा।
टिप्स नंबर-5
किसी भी चीज़ पर डार्क कलर यानी ब्लैक कलर की हाई ग्लॉस फिनिश को अवायड करना चाहिए। क्योंकि अगर इन चीजों पर धूल-मिट्टी बहुत जल्दी नोटिस की जा सकती है। अगर एक फिंगर स्लाइड भी करके देखेंगे तो धूल बिल्कुल आसानी से दिखाई देती है। कोशिश करें ऐसी हाई ग्लॉस चीजें अपने बाथरूम की फिटिंग में भी न डालें। फिर भी अगर आप कंटेंपररी फीलिंग चाहते हैं तो आप मैट फिनिश या सिल्क मैट फिनिशिंग करवा सकते हैं।
टिप्स नंबर-6
अपनी रसोई के हाॅब यानी चूल्हे का ध्यान रखना भी जरूरी है। आमतौर पर चूल्हा दो टाइप के आते हैं-कुक टॉप या जो स्लैब के ऊपर रखा जाता है और दूसरा जो स्लैब के अंदर इनबिल्ट हो जाता है। अगर आपको मेंटेनेंस से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो कुक टॉप आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। फिर आजकल बाजार में कई डिजाइन के कुक टॉप उपलब्ध हैं। आप अपनी पसंद से इन्हें अपनी रसोई के लिए ले सकते हैं। कुक टाॅप को साफ करना आसान होता है और उसके नीचे डस्ट नहीं बैठेगी। दूसरी तरफ स्लैब के अंदर बनाया गया इनबिल्ट हाॅब चाहते हैं । तो इस बात का ध्यान रखें कि उसके साथ सील किट होनी जरूरी है। उसे अंदर से अच्छी तरह साफ करने के लिए सील किट को कम से कम 6 महीने बाद खुलवाना पड़ता है। क्योंकि खाना बनाते हुए लाख कोशिश के बावजूद खाद्य पदार्थ या ऑयल और धूल-मिट्टी उसके अंदर चला ही जाता है। न चाहते हुए भी सील किट खराब हो जाती है जिसके अंदर कीड़े-मकौड़े पनपने लगते हैं।
टिप्स नंबर-7

रसोईघर या बाथरूम में लगने वाले वॉश बेसिन एरिया का भी ध्यान रखना जरूरी है। ऐसा वाॅश बेसिन लेना चाहिए जो काउंटर के अंदर लगता है यानी अंडर काउंटर हो। क्योंकि ऊपर लगने वाले या ओवर द हेड काउंटर वाले वाॅश बेसिन के नीचे पानी फंस जाता है। जिसको हमेशा क्लीन करना मुश्किल होता है। हम भूल जाते हैं और वो पानी वहां पड़े-पड़े आपके मार्बल को खराब कर देता है। अंडर काउंटर वाॅश बेसिन में काम करते हुए या हाथ-मुंह धोते हुए जब पानी साइड में गिरता है तो पानी वापस वॉश बेसिन में आ जाता है। क्लीनिंग या मार्बल खराब होने का झंझट नहीं रहता।
टिप्स नंबर-8
घर की दीवारों पर किया जाने वाला पेंट भी अगर मेंटेनेंस फ्री हो, तो क्या कहने। अक्सर लोगों के मन में दुविधा रहती है कि वो हाई ग्लॉस पेंट या पेंट या मैट फिनिश में से कौन सा पेंट इस्तेमाल करें। मैट या सेटिन फिनिश के पेंट बेहतरीन ऑप्शन हैं। इसमें अगर धूल-मिट्टी आती है तो वो कम दिखाई देती है। साथ ही यह डस्ट रेजिस्टेंट होते हैं वो जिसमें ।डस्ट पेंट पर टिकती ही नहीं है।
टिप्स नंबर-9
कोशिश करें कि अपने घर में कहीं भी खासकर फ्लोरिंग में इटालियन मार्बल का काम न कराएं। क्योंकि इटालियन मार्बल मर्सिडीज़ कार के समान होता है। अगर एक बार वो खराब हो गया, तो उसे वापस उसी लुक में लाने के लिए आपका खर्चा दोगुना हो जाता है।
टिप्स नंबर-10

आजकल घरों में पीवीसी पैनल लगाने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है। इनमें भी जहां तक हो सके लूवर्स वाले पैनल अवायड करना बेहतर है। क्योंकि इनके अंदर बने गूज़ में डस्ट सबसे ज्यादा जम जाती है और इसे साफ करना मुश्किल हो जाता है। इनके बजाय फ्लूट पैनल इस्तेमाल करना बेस्ट है जो दिखने में आकर्षक तो होते ही हैं। साथ ही इनकी गहराई काफी कम होती है, जिसे कपड़े से आसानी से साफ किया जा सकता है।
टिप्स नंबर-11
घर में लगे पंखे भी कुछ समय बाद गंदे हो जाते हैं जिन्हें साफ करना काफी मशक्कत वाला काम होता है। इससे बचने के लिए आप बाजार में उपलब्ध डस्ट रजिस्टेंस फैन घर में लगवा सकते हैं। बेशक इनकी कीमत ज्यादा होती है, लेकिन आकर्षक और काम में बेस्ट रिजल्ट देते हैं।
(परीणिता , इंटीरियर डेकोरेटर, दिल्ली )
