अभी से करें रिटायरमेंट के बाद की प्लानिंग: Money Management
Money Management Tips

Money Management: 40 की उम्र तक आते- आते सुलभा को महसूस होने लगा कि यदि अब वह अपने आर्थिक पक्ष को सही नहीं करेगी, तो जीवन के इस मोड़ पर वह बहुत कुछ खो बैठेगी। यही वो समय है, जब आपको अपने रिटायरमेंट और अन्य आर्थिक लक्ष्यों के बारे में सोचना शुरू कर देना ही चाहिए। यही वो समय है, जब आपको अपने पैसे सोच समझ कर खर्च करने चाहिए। इस लेख के द्वारा हम जानेंगे कि मिडिल उम्र में हम किस तरह से आर्थिक आत्मविश्वास पा सकते हैं। 

Money Management: आर्थिक जागरूकता 

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Economic Awareness Credit: istock

इस उम्र तक आते- आते यदि आपको आर्थिक जानकारी पर्याप्त तौर से नहीं आती है, तो अपने पैसे को मैनेज करने की कला तो सीखनी ही होगी। इससे आप बेहतर आर्थिक निर्णय ले पाते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति पर भी नियंत्रण पा सकते हैं। सिर्फ यही नहीं, इसके अलावा, आप उन वित्तीय नुकसानों से बच सकते हैं जो आपको संपत्ति बनाने और अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने से रोकते हैं। इसके लिए आप किताबें और पत्रिकाएं पढ़ सकते हैं और वित्त में शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय नियोजन वेबसाइट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा, मनी पॉडकास्ट सुनने और इन्वेस्टमेंट ऐप्स का उपयोग करने से व्यक्ति को विभिन्न निवेश विकल्पों को समझने और वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उपयुक्त निवेश चुनने में मदद मिलती है।

व्यक्तिगत बजट बनाएं 

आप को एक व्यक्तिगत बजट बनाना चाहिए, जो वित्तीय आपात स्थिति के लिए तैयार किए गए और खर्च किए गए एक-एक रुपये को दर्शाता हो। इसमें आपकी कुल मासिक आय दर्ज करना और उसमें से निश्चित तौर पर बदलने वाले खर्च को जोड़ना और घटाना शामिल होना चाहिए। एक व्यक्तिगत बजट आपको इमरजेंसी फंड बनाने के लिए धन जमा करने में मदद करता है। किसी बीमारी या छटनी के दौरान आर्थिक रूप से फिट रहने के लिए किसी के भी पास लगभग 6-12 महीने के रहने का खर्च होना चाहिए। इसके अलावा, एक व्यक्तिगत बजट खर्च को नियंत्रित करता है और आपको लोन के झमेले में फंसने से रोकता है।

कर्ज से मुक्ति 

महत्वपूर्ण आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको अपनी मिडिल उम्र में निवेश करना जरूरी है। हालांकि, आप तब तक निवेश शुरू नहीं कर सकते जब तक कि आप सभी अधिक ब्याज वाले लोन का भुगतान नहीं कर देते हैं। आपको महंगे कर्ज, जैसे क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि और व्यक्तिगत लोन को प्राथमिकता के आधार पर निपटाना चाहिए। इसके अलावा, अधिक ब्याज वाले लोन को चुकाने और अधिक लोन से बचने के लिए सैलरी बोनस या अप्रत्याशित लाभ का उपयोग करने पर ध्यान देना चाहिए। मिडिल उम्र में लोन के जाल से बाहर निकलने के लिए किसी भी तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है, जो पहले अधिक ब्याज दरों वाले लोन को लक्षित करता है।

लंबे समय के वित्तीय लक्ष्यों के लिए निवेश 

अपने रिस्क प्रोफाइल के आधार पर सही निवेश विकल्प चुनना जरूरी है। म्युचुअल फंड निवेशक विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं, और इस तरह से आप मिडिल उम्र में भी निवेश शुरू कर सकते हैं। आपको इक्विटी निवेश पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि इनमें समय के साथ महंगाई को मात देने वाले रिटर्न देने की क्षमता होती है।

स्पर्धा रानी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज ने हिन्दी में एमए और वाईएमसीए से जर्नलिज़्म की पढ़ाई की है। बीते 20 वर्षों से वे लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट लेखन में सक्रिय हैं। अपने करियर में कई प्रमुख सेलिब्रिटीज़ के इंटरव्यू...