Wildlife Sanctuary: प्रकृति आपको हमेशा सुकून देती है। हरा भरा जंगल और जंगली जानवरों का रौब देखने में बहुत ही रोमांचित करने वाला होता है। अगर आप भी नेचर लवर हैं तो भारत में ऐसी कई शानदार वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और नेशनल पार्क हैं, जहां जाकर आपको अनोखा एडवेंचर महसूस होगा आज हम आपको बता रहे हैं देश की कुछ शानदार नेशनल पार्क के बारे में।
1. रणथंभौर नेशनल पार्क, राजस्थान

राजस्थान का रणथंभौर नेशनल पार्क दुनियाभर में मशहूर है। पेड़ों के ढके किलेनुमा गेट, तालाब, पहाड़ियां, घना जंगल, एडवेंचर के लिए पर्यटकों को जो कुछ भी चाहिए वो सब यहां मौजूद है। यही कारण है कि यहां हर साल लाखों पर्यटक वाइल्ड लाइफ का लाइफ टाइम एक्सपीरियंस लेने आते हैं। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान देश के बेहतरीन बाघ आरक्षित क्षेत्रों में शामिल है। साल 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। यह नेशनल पार्क अरावली और विंध्य की पहाड़ियों में फैला है। बाघ के साथ ही यहां आपको सांभर, चीतल, नील गाय, जंगली सूअर, चिंकारा, हिरन, सियार, तेंदुए, जंगली बिल्ली और लोमड़ी जैसे जंगली जानवर नजर आ सकते हैं। यहां पक्षियों की लगभग 264 प्रजातियां पाई जाती हैं। यहां जीप सफारी और कैंटर सफारी का भी आनंद लिया जा सकता है। बेहतर होगा अगर आप पहले ही ऑनलाइन बुकिंग करवा लें। टाइगर साइटिंग के लिए यहां गर्मियों का समय बेस्ट माना जाता है।
2. जिम कार्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड

घने जंगल के सन्नाटे और खूबसूरती को अगर आपको एक साथ देखना है तो फिर चले आइए जिम कार्बेट नेशनल पार्क। यहां का चप्पा-चप्पा आपको नेचर के करीब लाएगा। रामगंगा नदी के किनारे कुमाऊ पहाड़ियों में स्थित यह नेशनल पार्क आपको रोमांचित कर देगा। यह नेशनल पार्क भारत में सबसे पुराने नेशनल पार्क में से एक है। इसकी स्थापना साल 1936 में हुई थी। यह भारत का पहला नेशनल पार्क है। नैनीताल से करीब 141 किलोमीटर दूर स्थित इस पार्क में आपको टाइगर्स के साथ तेंदुआ, हाथी, चीतल, हिरण जंगली सुअर, बंदर, सियार, कई प्रजातियों के पक्षी नजर आएंगे। इस पार्क में 200 से ज्यादा टाइगर्स हैं। अगर आप अपनी ट्रिप को और भी यादगार बनाना चाहते हैं तो हाथी पर सवार होकर भी इस नेशनल पार्क को घूम सकते हैं। कभी इस पार्क का नाम रामगंगा राष्ट्रीय उद्यान था, जिसे साल 1957 में बदलकर कॉर्बेट नेशनल पार्क किया गया।
3. बांधवगढ़ नेशनल पार्क, मध्यप्रदेश

अगर आप नेचर के साथ ही एडवेंचर लवर हैं तो मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ नेशनल पार्क आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन हो सकता है। 437 वर्ग किलोमीटर में फैला यह नेशनल पार्क 32 पहाड़ियों से घिरा है। इस नेशनल पार्क की स्थापना साल 1968 में की गई। साल 1993 में इस पार्क को टाइगर प्रोजेक्ट के अधीन लाया गया। इस पार्क की खासियत यह है कि यहां रॉयल बंगाल टाइगर की संख्या काफी ज्यादा है, ऐसे में साइटिंग की संभावना भी यहां ज्यादा रहती है। नेशनल पार्क का ताला क्षेत्र टाइगर साइटिंग के लिए बेस्ट माना जाता है। साथ ही मगधी जोन में भी टाइगर साइटिंग की संभावना रहती है। यह जोन पार्क का बेहद खूबसूरत हिस्सा है। यहां टाइगर की संख्या इतनी है कि कई बार आपको पार्क की सड़कों पर भी टाइगर नजर आ जाते हैं। इस नेशनल पार्क में जंगली जानवरों की 22 और पक्षियों की 250 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं। यहां आप तीन तरीके से सफारी का आनंद ले सकते हैं, कैंटर सफारी, जीप सफारी या फिर हाथी सफारी।
4. पेरियार नेशनल पार्क, केरल

एक ही ट्रिप में अगर आप दो एडवेंचर चाहते हैं तो पेरियार नेशनल पार्क एक अच्छा ऑप्शन है। दक्षिण भारत के केरल राज्य में स्थित पेरियार नेशनल पार्क देश का एक खूबसूरत और प्रसिद्ध पार्क है। पेरियार झील के किनारे बने इस नेशनल पार्क की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। इस झील में आप नाव की सवारी भी कर सकते हैं। यह नेशनल पार्क बाघ संरक्षित क्षेत्र है। नेशनल पार्क की स्थापना साल 1950 में की गई, लेकिन साल 1978 में इसे टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। हाथियों बड़ी संख्या को देखते हुए साल 1998 से इसे हाथी संरक्षण परियोजना के अंतर्गत भी लाया गया। इतना ही नहीं यहां टाइगर और हाथी के साथ आपको शेर, पूंछ वाले मकाक, तेंदुआ, सांभर, हिरण और इंडियन बाइसन भी देखने को मिलेंगे।
5.काजीरंगा नेशनल पार्क, असम

असम का काजीरंगा नेशनल पार्क अपने आप में अनोखा है। यह नेशनल पार्क न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में एक सींग वाले गैंडे यानी राइनोसेरॉस के लिए मशहूर है। असम के इस एकमात्र नेशनल पार्क को विजिट करने का एक्सपीरियंस आप भूल नहीं पाएंगे। गैंडा देखने के अनुभव के साथ ही यह नेशनल पार्क आपको प्रकृति के अनोखे रंग भी दिखाता है। 430 वर्ग किलोमीटर में फैले इस नेशनल पार्क में कहीं दूर तक मैदान नजर आते हैं, तो कहीं ऊंची घासों, बीच-बीच में आपको जंगल और इंसानों का अनोखा रिश्ता यहां बसी आदिवासी बस्तियों में दिखाई देगा। इस अनोखे मिलन के कारण ही पार्क को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थलों की लिस्ट में भी शामिल किया है। यहां आपको कई अन्य जंगली जानवर भी देखने को मिलेंगे। इस पार्क को विजिट करने का बेस्ट टाइम है नवंबर से अप्रैल तक। ऐसे में इस बार छुट्टियों में आप यहां आना प्लान कर सकते हैं।
6.सुंदरबन नेशनल पार्क , पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भाग में गंगा नदी के किनारे सुंदरबन डेल्टा क्षेत्र में स्थित है अनोखा नेशनल पार्क सुंदरबन। अपने आप में कई कहानियां समेटे हुए यह पार्क आज भी लोगों को रोमांचित करता है। रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध यह पार्क मैंग्रोव जंगल से घिरा है। सुंदरबन दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा मैंग्रोव जंगल है। 1,330 स्क्वायर किलोमीटर में फैला यह नेशनल पार्क आपको जंगल के एडवेंचर का अनुभव करवाएगा। यहां एक तरफ रॉयल बंगाल टाइगर का साम्राज्य है तो दूसरी तरह एस्टुरिन मगरमच्छों का राज। यहां इरावाडी डॉल्फिन और लुप्तप्राय रिवर टेरापिन भी हैं। इस पार्क को विजिट करने का बेस्ट टाइम सितंबर से मार्च तक है। इस दौरान जंगल बेहद खूबसूरत नजर आता है। लेकिन अगर आप टाइगर देखना चाहते हैं तो गर्मी में यहां आने बेहतर है, इस दौरान गंगा किनारे पानी पीने के लिए आने वाले टाइगर को देखना आसान होता है।
7. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश के मंडला जिले में स्थित कान्हा नेशनल पार्क देसी ही नहीं विदेशी पर्यटकों की भी पहली पसंद है। यहां का खूबसूरत जंगल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। इस पार्क को साल 1933 में अभ्यारण्य के तौर पर स्थापित किया गया। साल 1955 में इसे नेशनल पार्क घोषित किया गया। 940 स्क्वायर किलोमीटर में फैला यह पार्क सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा नेशनल पार्क है। पार्क में बड़ी संख्या में रॉयल बंगाल टाइगर मौजूद हैं। इसी के साथ यहां तेंदुआ, भालू, बारहसिंघा, जंगली कुत्ते, हिरण आदि भी हैं। इस पार्क में विजिट करने के लिए बेस्ट टाइम है अप्रैल से मई, इस दौरान टाइगर साइटिंग की संभावना अधिक रहती है। वहीं अगर आपको जंगल की खूबसूरती का आनंद लेना है तो आप नवंबर से मार्च के बीच यहां जाएं। इस दौरान आपको हरे भरे जंगल के साथ यहां नदियां और झरने भी नजर आएंगे।
8.गिर वन राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात

गुजरात में स्थित गिर नेशनल पार्क एशियाई बब्बर शेरों का घर है। इंसानी बस्तियों के बीच गिर में शेरों का यह साम्राज्य सच में रोमांचित कर देने वाला है। यह भारत का अकेला ऐसा नेशनल पार्क है, जहां एशियाई शेर अपनी नेचुरल हैबिटेट में रहते हैं। जूनागढ़ नगर से करीब 60 किलोमीटर दूर झाड़ीदार पर्वतीय क्षेत्र में स्थित यह नेशनल पार्क करीब 1,295 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। गिर वन संरक्षित क्षेत्र की स्थापना साल 1913 में एशियाई शेरों को संरक्षित करने के लिए की गई। साल 1965 में इसे अभयारण्य का दर्जा दिया गया। यहां शेरों के साथ ही तेंदुए, जंगली सूअर, हिरण, चौसिंगा हिरण और चिंकारा दिखाई देते हैं।