Year Ender 2024 Shani Dev Effect: साल 2024 का आखिरी महीना दिसंबर चल रहा है और साल खत्म होने में कुछ ही दिन बचे हैं। इसके बाद नए साल 2025 की शुरुआत हो जाएगी। ग्रह नक्षत्रों के शुभ-अशुभ प्रभावों से यह साल कुछ लोगों के लिए बढ़िया तो कुछ के लिए मुश्किलों भरा रहा। बात करें शनि देव की तो इस साल शनि देव ने भी अपनी क्रूर दृष्टि से लोगों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आइये जानते हैं इस साल किन राशियों पर रही शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या, जिससे लोग रहे परेशान।
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साल 2024 में शनि देव की चाल

साल में 2024 में शनि देव की चाल में कई बार बदलाव हुए। 11 फरवरी से लेकर 18 मार्च 2024 तक शनि अस्त अवस्था में रहें। इसके बाद 18 मार्च को शनि देव उदित हो गए। 29 जून से 15 नवंबर 2024 तक शनि वक्री रहें। 15 नवंबर के बाद वर्तमान में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में मार्गी अवस्था में हैं और मार्च 2025 में गोचर करेंगे।
शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती से 2024 में परेशान रहीं ये राशियां

इस साल 2024 में कुंभ, मकर और मीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती रही। वहीं कर्क और वृश्चिक राशि वाले शनि की ढैय्या से परेशान रहें। बता दें कि ज्योतिष के अनुसार किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव साढ़े सात साल और ढैय्या का प्रभाव ढाई वर्षों तक रहता है। ऐसी मान्यता है कि जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है, उन्हें इस दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए ज्योतिष में साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए कई उपाय भी बताए जाते हैं।
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2025 में भी नहीं मिलेगी राहत
ज्योतिष के मुताबिक शनि देव को एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में ढाई साल लगते हैं। शनि जब-जब राशि बदलते हैं तो कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव जहां खत्म होता है तो वहीं कुछ राशियां साढ़ेसाती और ढैय्या की चपेट में भी आ जाती है। ऐसे में नए साल 2025 में शनि का गोचर 29 मार्च 2025 को होगा। शनि कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। मीन राशि में शनि के प्रवेश करते ही मेष राशि वालों पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। वहीं कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर चल रही ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाएगा और सिंह और धनु राशि वाले जातक ढैय्या की चपेट में आ जाएंगे।
किन लोगों को शनि से डरने की है जरूरत

शनि देव को कर्मफलदाता, दंडाधिकारी और न्यायधीश कहा जाता है। क्योंकि शनि देव अच्छे कर्मों के लिए अच्छा और बुरे कर्मों के लिए दंड देते हैं। इसलिए लोग शनि देव के नाम से भयभीत रहते हैं। लेकिन शनि देव से उन्हीं लोगों को डरने की जरूरत है जो ऐसे काम करते है जोकि शनि देव को पसंद नहीं है। बता दें कि जुआ-सट्टा खेलने वाले, शराब पीने वाले, पराई स्त्री पर बुरी दृष्टि रखने वाले, झूठ बोलने या झूठी गवाही देने वाले, मजदूर, निर्दोष या पशुओं को सताने वाले, बुजुर्गों और गुरुओं का अपमान आदि करने वालों पर शनि देव जरा भी दयाभाव नहीं दिखाते। इन लोगों पर जब भी शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का चरण शुरू होता है तो शनि देव इन्हें कठोर दंड देते हैं।
