Astrology Tips for Evening: सनातन धर्म में हर पहर का अपना विशेष महत्व होता है। प्रात:काल की तरह ही संध्याकाल को भी कई मायनों में शुभ माना गया है। त्रिकाल संध्या के समय की गई पूजा-उपासना बहुत ही फलदायी मानी जाती है। यह ऐसा समय होता है जब पशु-पक्षी सभी अपने घर लौटते हैं। पुराणों के अनुसार संध्याकाल में ही धरती पर मां पार्वती और भगवान शिव विचरण करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार यह ऐसा समय होता है जब त्रिदेवियां यानी मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और मां दुर्गा का आगमन घर पर होता है। इसलिए शास्त्रों में संध्यकाल के नियमों के बारे में भी बताया गया है, जिससे जाने-अनजाने में आपसे कोई ऐसी भूल न हो जिससे कि माता आपके द्वार से वापिस लौट जाए और उनके आशीर्वाद से वंचित रह जाएं। इसलिए यह जान लीजिए कि सूर्यास्त के बाद हमें कौन से कामों को नहीं करना चाहिए।
धन का लेन-देन

शाम के समय पैसों से जुड़ा लेन-देन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर घर की बरकत चली जाती है। इस समय आप न ही किसी से कर्ज लें और ना ही किसी को उधारी दें। इसलिए पैसों से जुड़े सभी जरूरी काम सूर्यास्त से पहले ही निपटा लें। शाम के समय धन का लेन-देन करने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं। साथ ही धन का भी नाश होता है।
फूल-पत्तियां न तोड़ें

देवी-देवताओं की पूजा करते समय हम फूल-मालाएं चढ़ाते हैं। सुबह के समय हम फूल पत्तियां तोड़कर भगवान को अर्पित करते हैं। संध्याकाल की पूजा में भी भगवान को फूल-मालाएं चढ़ाई जाती हैं। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें की शाम की पूजा के लिए फूल-पत्तियों को सूरज ढलने के पहले ही तोड़ लें। शाम के समय केवल फूल-पत्तियों को तोड़ना ही नहीं बल्कि पेड़-पौधों को छूना भी हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है।
किसी को न दें चीजें
सूर्यास्त के बाद अगर कोई आपसे हल्दी, नमक, चीनी, दूध आदि जैसी चीजें मांगने आए तो बिल्कुल भी न दें। शास्त्रों के अनुसार ऐसा करने से घर का सुख-सौभाग्य कम होता है और आर्थिक स्थिति पर इसका बुरा असर पड़ता है। साथ ही सूर्यास्त के बाद इन चीजों का दान करने से भी बचें।
घर के ये काम न करें

घर पर कई तरह के काम होते हैं जोकि सुबह से लेकर रात तक चलते हैं। लेकिन कुछ काम ऐसे होते हैं, जिन्हें शाम के बाद नहीं करना चाहिए। शाम में झाड़ू लगाना, कपड़े धोना या सूखाना जैसे काम नहीं करने चाहिए। इससे घर पर नकारात्मक ऊर्ज का संचार बहुत तेजी से बढ़ता है और मां लक्ष्मी भी नाराज हो जाती हैं।
लड़ाई-झगड़ा न करें

मां लक्ष्मी का वास उसी घर पर होता है, जहां लोगों के बीच शांति, खुशहाली और आपसी प्रेम रहता है। वहीं जिन घरों में कलह-क्लेश का माहौल रहता है, वहां मां लक्ष्मी तनिक देर भी नहीं ठहरती हैं। सूर्यास्त के बाद मां लक्ष्मी के आने का समय होता है। ऐसे में इस समय लड़ाई-झगड़ा या रोना-धोना नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि इस समय बच्चे को भी नहीं रुलाना चाहिए।
