Maa Laxmi Upay: 1.लक्ष्मी के आगमन अर्थात् धन प्राप्ति के लिए ऋग्वेदोक्त श्रीसूक्त का पाठ घी की आहुतियां देकर करना चाहिए। जप हेतु कमलगट्टे की माला का प्रयोग करें।
2. शनिवार या चतुर्दशी को एक नारियल पर सिंदूर चढ़ाएं और कलावे से उसे लपेटकर हनुमानजी के मंदिर में चढ़ाएं। यह उपाय भी अत्यंत धनदायक है।
3.पुष्य नक्षत्र युक्त रविवार को बहेड़े की जड़ और पत्ते लाकर उनका पूजन करें। पूजन के पश्चात उन्हें लाल कपड़े में बांधकर गल्ले (तिजोरी) में रखें। आय में वृद्धि होगी।
4. दीपावली के दिन काली हल्दी पर सिंदूर लगाकर उसे गुग्गुल की धूप दें। चांदी का एक सिक्का लाल वस्त्र में लपेटकर तिजोरी में रखें अथवा घर के द्वार पर टांग दें। यह टोटका धन वृद्धि में सहायक होता है।
5. श्री महालक्ष्मी की कृपा और प्रसन्नता के लिए दीपावली का व्रत करें। नमक न खाएं। ‘श्रीं ह्मïीं ú महालक्ष्म्यै नम:Ó मंत्र का 108 माला जप करें। रात भर अखंड दीपक जलाएं और सुबह व्रत खोलें।
6. शाम को सूर्यास्त के पश्चात घर में झाडू न लगाएं। रात में खाना खाने के बाद बर्तन जूठे न छोड़ें उन्हें उसी समय साफ करके रखें। ऐसा करने से लक्षमी घर में निवास करती हैं और दरिद्रता दूर होती है।
7. लक्ष्मी पूजन करते समय 11 कौड़ियां गंगाजल से धोकर लक्ष्मी जी को चढ़ाएं और उन पर हल्दी कुमकुम लगाएं। अगले दिन इन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें, इससे आय में वृद्धि होगी।
8. हल्दी से रंगे हुए कपड़े के एक टुकड़े में एक मुट्ठी नागकेसर, एक मुट्ठी गेहूं, हल्दी की एक गांठ, तांबे का एक सिक्का, एक मुट्ठी साबुत नमक और तांबे की छोटी सी चरण पादुकाएं बांधकर रसोई घर में टांग दें। यह एक चमत्कारी उपाय है। इससे मां लक्ष्मी जी के साथ मां अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त होती है तथा पारिवारिक कलह भी दूर होता है।
9. जरूरतमंदों, गरीबों, ब्राह्मïणों तथा संन्यासियों को भोजन वस्त्र और रुपए दान करें। अहंकार का त्याग करें। दान से धन की वृद्धि और शुद्धि होती है।
10.’ú घृणि: सूर्याय नम: श्री सूर्य नारायणाय इति अर्घ्य समर्पयामि। दतन्नमम्। मंत्र से सूर्य को नित्य अर्घ्य दें। इससे सभी दोष दूर होंगे और धन-धान्य की प्राप्ति होगी।
11. लक्ष्मी उपासकों के लिए पीले रंग का ऊन, रेशम अथवा मृगचर्म का आसन श्रेष्ठ रहता है।
12. उपासना के लिए स्फटिक या लाल चंदन की माला का प्रयोग करना चाहिए।
13. महालक्ष्मी के निम्न लघु मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ॐ महालक्ष्म्यै नम:।
ॐ ह्नïीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।
ॐ श्रीं ह्नïीं क्लीं महालक्ष्म्यै नम:।
इन बातों का भी रखें ख्याल
1. जो व्यक्ति दिन में उत्तर और रात्रि में दक्षिण की ओर मुंह करके मल-मूत्र का त्याग करता है, लक्ष्मी उस पर प्रसन्न रहती हैं।
2. जिस परिवार में पति-पत्नी में एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सम्मान बना रहता है, जिस घर में कलह नहीं होता, उसमें लक्ष्मी का वास होता है।
3. जो घर स्वच्छ और वास्तु दोष रहित होता है, वहां लक्ष्मी स्थिर रहती हैं।
4. जो लोग मेहनती, बुद्धिमान और साहसी (उद्यमी) होते हैं, लक्ष्मी उन पर सदैव प्रसन्न रहती हैं।
5. जो गृहिणी बार-बार भोजन करने वाली, भोजन पकाते समय ही खाने वाली तथा अशुद्ध परोसने वाली होती है, लक्ष्मी उनसे दूर चली जाती हैं।
6. आलसी, दिन में सोने वाले, प्रात: या संध्या काल में संभोग करने वाले लोगों से लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
7. जो व्यक्ति माता-पिता और गुरु का अनादर करता है, उनकी सेवा-सुश्रूषा नहीं करता। उससे भी लक्ष्मी अप्रसन्न रहती हैं।
8. जो व्यक्ति मूर्ख, अनपढ़ व अकर्मण्य होकर अर्थ प्राप्ति के लिए पुरुषार्थ (प्रयत्न) नहीं करता, लक्ष्मी उससे नाराज रहती हैं।
9. जो व्यक्ति दूसरे की स्त्री और धन को हड़प लेता है, चोरी अथवा घूसखोरी करता है, उसे लक्ष्मी दोष लग जाता है। इस दोष के कारण कुछ साल बाद या अगले जन्म में व्यक्ति दरिद्र हो जाता है।
10. काली हल्दी की गांठ शुभ मुहूर्त में घर में लाकर कैश बॉक्स में रखना शुभ होता है।
11. सफेद वस्तुओं का दान करें, इससे लक्ष्मी योग बनता है।
12. घर के मुख्य द्वार पर गणेश की प्रतिमा इस प्रकार लगाएं कि उसका मुंह घर के अंदर की तरफ हो। उस पर प्रतिदिन दूर्वा अॢपत करें।
