Laxmi Maa Upay: हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जहाँ स्वच्छता, अनुशासन और सदाचार होता है, वहीं देवी लक्ष्मी वास करती हैं। माता लक्ष्मी सिर्फ धन की देवी नहीं हैं, बल्कि सुख-शांति और समृद्धि की प्रतीक भी हैं। लेकिन अनजाने में की गई कुछ गलतियाँ उन्हें नाराज़ कर सकती हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके घर में कभी धन और सौभाग्य की कमी न हो, तो इन आठ बातों का विशेष ध्यान रखें।
घर में झाड़ू को कभी उल्टा न रखें
झाड़ू को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। अगर इसे उल्टा या बेतरतीब ढंग से रखा जाए तो यह अपशकुन माना जाता है। माना जाता है कि इससे घर की लक्ष्मी बाहर चली जाती है और दरिद्रता घर में प्रवेश करती है।
सूर्यास्त के बाद झाड़ू-पोंछा न करें
शाम के समय झाड़ू लगाने या कूड़ा बाहर फेंकने को अशुभ माना गया है। ऐसा करने से घर की सकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है और लक्ष्मी जी की कृपा कम हो सकती है।
बिस्तर के नीचे न रखें फालतू सामान
कई लोग बिस्तर के नीचे पुराने कपड़े, जूते या अन्य बेकार की चीजें रख देते हैं। इससे घर की ऊर्जा रुक जाती है और नकारात्मकता बढ़ती है। ऐसी जगहें साफ और खाली होनी चाहिए ताकि समृद्धि का प्रवाह बना रहे।
टूटी-फूटी वस्तुएँ घर में न रखें
घर में टूटे हुए बर्तन, घड़ी, शीशा या मूर्तियाँ रखना अशुभ होता है। ये चीजें न सिर्फ दुर्भाग्य को बुलावा देती हैं, बल्कि यह माता लक्ष्मी को भी अप्रसन्न कर सकती हैं।
किचन को गंदा न छोड़ें
किचन को घर की लक्ष्मी का स्थान माना गया है। गंदा या बिखरा हुआ रसोईघर धन हानि का कारण बन सकता है। रात में सोने से पहले रसोई साफ करके ही सोएं ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।
दरवाज़े पर जूते-चप्पल न फैलाएँ
मुख्य द्वार को ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। यहाँ गंदगी या बेतरतीब जूते रखने से घर में नेगेटिव एनर्जी आती है और सुख-समृद्धि में बाधा उत्पन्न होती है।
तुलसी के पौधे की अनदेखी न करें
तुलसी का पौधा सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं रखता, बल्कि यह वातावरण को शुद्ध भी करता है। सूखा या मुरझाया तुलसी का पौधा घर की उन्नति में बाधक बन सकता है। रोज़ इसे जल दें और साफ-सुथरा रखें।
घर में कलह या ऊँची आवाज़ में झगड़ा न करें
जहाँ रोज़ाना कलह होती है, वहाँ लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं। घर के वातावरण को शांतिपूर्ण बनाए रखें, आपस में प्रेमपूर्वक रहें। इससे ना केवल माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, बल्कि घर में स्थायी सुख-शांति भी बनी रहती है।
