उल्लू ही क्यों बना मां लक्ष्मी का वाहन? जानें इसके पीछे का रहस्य: Maa Laxmi Ullu Katha
Maa Laxmi Ullu Katha

Maa Laxmi Ullu Katha: हिंदू धर्म के सभी देवताओं की अपनी अपनी सवारियां होती हैं। प्रत्येक देवता किसी पक्षी या पशु को अपनी सवारी के रूप में रखते हैं। देवताओं की सवारियों को वाहन भी कहा जाता है। धर्म ग्रंथों में सभी देवताओं के वाहनों का महत्व बताया गया है। मान्यता है कि जब भी देवता विचरण पर निकलते हैं तो अपने वाहनों पर ही सवार होते हैं। जैसे विष्णु भगवान का वाहन गरूड़ होता है, तो शिवजी का वाहन नंदी, गणेश जी का वाहन मूषक और यम देव का वाहन भैंसा रहता है। उसी तरह धन की देवी मां लक्ष्मी जी का वाहन उल्लू होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कैसे उल्लू मां लक्ष्मी की सवारी बना? क्यों मां लक्ष्मी ने उल्लू को ही अपना वाहन बनाया? तो चलिए आपको मां लक्ष्मी और उल्लू से जुड़ी से यह एक पौराणिक कथा बताते हैं।

मां लक्ष्मी और उल्लू की सवारी

Maa Laxmi Ullu Katha
Laxmi and Owl Story

धार्मिक पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब एक समय धरती पर सभी देवी देवता विचरण करने पहुंचे थे, तब एक साथ सभी पशु पक्षियों ने एक स्वर में अनुरोध किया वे उनको वाहन के रूप में अपना लें। सभी देवताओं ने विचार करने के बाद उनमें से अपने अपने वाहन को चुन लिया। इसी बीच मां लक्ष्मी की बारी आईं। मां लक्ष्मी असमंजस में पड़ गई कि वह किसे अपने वाहन के रूप में चुने। तभी पशु पक्षियों के बीच मां लक्ष्मी की सवारी बनने के लिए विवाद शुरू हो गया। इसके बाद मां लक्ष्मी ने सभी को शांत कराया और कहा कि वह हर कार्तिक अमावस्या पर धरती पर विचरण करने आएंगी और उस दिन अपना वाहन का चयन करेंगी। इसके बाद मां लक्ष्मी वहां से रवाना हो गई।

अमावस्या पर पहुंचीं मां लक्ष्मी

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इसके बाद मां लक्ष्मी कार्तिक अमावस्या पर धरती पर पहुंचीं। सभी पशु पक्षी माता लक्ष्मी का इंतजार कर रहे थे। रात्रि का समय होने पर पशु पक्षी को मां लक्ष्मी नजर नहीं आईं, पर उल्लू ने अपनी नजरों से माता को देख लिया। उल्लू मां लक्ष्मी के पास पहुंचा और स्वयं को उनका वाहन बनाने की विनती की। जिस पर मां लक्ष्मी ने प्रसन्न होते हुए उल्लू को अपना वाहन चुन लिया और इस तरह उल्लू मां लक्ष्मी जी की सवारी बन गया। शास्त्रों में उल्लू को विशिष्ट क्षमताओं वाला पक्षी बताया गया है। उल्लू विलक्षण दृष्टिकोण वाला पक्षी है, जो नकारात्मक परिस्थितियों में सकारात्मक सोच का प्रतीक है।

शुभता का प्रतीक है उल्लू

Maa Laxmi Ullu Katha

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मां लक्ष्मी की सवारी होने के कारण उल्लू शुभता का प्रतीक माना जाता है। अगर रात्रि में सपने में उल्लू दिखाई देता है तो इसका अर्थ है कि मां लक्ष्मी की कृपा होने वाली है। इसी तरह उल्लू सिर पर उड़ता हुआ दिखाई देता है तो यह शुभ संकेत होता है। सुबह के समय उल्लू का दिखाई देना बेहद ही शुभ माना जाता है, यह सौभाग्य का कारक माना जाता है।

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