Chandan yatra
Chandan yatra

Chandan Yatra: ओडिशा के पुरी में चंदन यात्रा की शुरुआत अक्षय तृतीया के दिन से हो चुकी है। चंदन यात्रा 42 दिनों तक दो भागों में चलती है। यात्रा के दोनों भागों बहार चंदन और भितर चंदन के तौर पर बनाया जाता है, जिनकी अवधि 21-21 दिनों की होती है। चंदन यात्रा को चंदन लेप की परंपरा के नाम से भी जाना जाता है। चंदन यात्रा के दिन से पुरी जगन्नाथ धाम से निकलने वाली वार्षिक विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा के लिए रथ का निर्माण कार्य शुरू हो जाता है। पहले 21 दिनों तक प्रभु नरेन्द्र पुष्करिण में जलक्रीड़ा करते हैं। वहीं दूसरी अवधि में अन्य कई अनुष्ठान होते है। इस साल 2023 में 20 जून को भवान जगनाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी।

जगन्नाथ मंदिर में बड़ा त्योहार

चंदन यात्रा जगन्नाथ मंदिर में मनाया जाने वाला सबसे लंबा त्योहार है। पहले 21 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में मदनमोहन, भूदेवी, श्रीदेवी और रामकृष्ण देवता भाग लेते हैं। यात्रा के पहले 21 दिनों में जगन्नाथ मंदिर के मुख्य देवताओं की प्रतिनिधि मूर्तियों के साथ-साथ पांच शिवलिंगों को जगन्नाथ मंदिर के सिंहद्वार या सिंह द्वार से नरेंद्र तीर्थ तालाब तक एक जुलूस में ले जाया जाता है। देवताओं को दो नावों पर नंदा और भद्र, नरेंद्र त्रिथा के चारों ओर एक भ्रमण पर ले जाया जाता है। जिन नावों को भ्रमण पर ले जाया जाता हैं उन्हें भय तरीकों से सजाया जाता है। वहीं यात्रा के दूसरे भाग यानि अंतिम 21 दिनों में मंदिर के अंदर ही अनुष्ठान होते हैं।

20 जून को निकाली जाएगी रथ यात्रा

jagannath yatra

भगवान जगन्नाथ श्री कृष्णा का ही एक रूप है। पुरी में प्रत्येक वर्ष जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाती है। इस यात्रा में भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र को मंदिर से बाहर निकलकर रथों में बैठाया जाता है। इस वर्ष भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 20 जून को निकाली जाएगी। इस यात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस यात्रा की भव्यता देखते ही बनती है।

वर्तमान में गृहलक्ष्मी पत्रिका में सब एडिटर और एंकर पत्रकारिता में 7 वर्ष का अनुभव. करियर की शुरुआत पंजाब केसरी दैनिक अखबार में इंटर्न के तौर पर की. पंजाब केसरी की न्यूज़ वेबसाइट में बतौर न्यूज़ राइटर 5 सालों तक काम किया. किताबों की शौक़ीन...