देश के 10 राज्यों में मौजूद इन खूबसूरत झीलों को एक बार जरूर देखना चाहिए: Beautiful Lakes in India
Beautiful Lakes in India

ख़ूबसूरती और क्रिस्टल क्लीयर वॉटर के लिए जानी जाने वाली झीलें

हमारे देश के अलग अलग हिस्से में कई ऐसी और झीलें मौजूद हैं जो कि अपनी ख़ूबसूरती और क्रिस्टल क्लीयर वॉटर के लिए जानी जाती हैं। यह सभी झीलें इतनी दिलकश और साफ है कि आपका मन मोह लेंगी।

Beautiful Lakes in India: हमारे देश में घूमने और देखने के लिए पर्यटन स्थलों की कोई कमी नहीं है। हम सब अपनी दिलचस्पी और मिज़ाज के हिसाब से स्थलों का चुनाव कर लेते हैं। पहाड़ देखना हो तो हिमालय, रेगिस्तान देखना हो तो राजस्थान और गुजरात, ट्रेकिंग करनी हो तो उत्तराखंड, हिमाचल और मुंबई आसपास। झील देखना हो तो नैनीताल, उदयपुर या फिर भोपाल। निसंदेह यह तीनों ही शहर काफ़ी ख़ूबसूरत हैं लेकिन झीलों का यह सौंदर्य सिर्फ़ इन्हीं तीन जगहों तक सीमित नहीं है। हमारे देश के अलग अलग हिस्से में कई ऐसी और झीलें मौजूद हैं जो कि अपनी ख़ूबसूरती और क्रिस्टल क्लीयर वॉटर के लिए जानी जाती हैं। यह सभी झीलें इतनी दिलकश और साफ है कि आपका मन मोह लेंगी।

इस लेख के माध्यम से हम आपको भारत की 10 सबसे सुंदर झीलों के बारे में बताने जा रहें हैं। इस झीलों को देखने के लिए एक बार जरूर जाना चाहिए। 

1- नैनी झील, नैनीताल उत्तराखंड

Beautiful Lakes in India

नैनी झील उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित देश की सबसे सुंदर झीलों में गिनी जाती है। सात पहाड़ियों से घिरी झील की ख़ूबसूरती और इस जगह पर होने वाली पर्यटन से सम्बंधित गतिविधियों की वजह से इस जगह पर देश- दुनिया से हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। आप यहाँ पर आकर बोटिंग का मज़ा लेने के साथ साथ आसपास के नज़ारों को देख सकते हैं। नैनीताल में सात अलग-अलग पॉंट्स भी बने हुए हैं, जहां पर पर्यटक जाना पसंद करते हैं। यह एक बहुत ही अच्छा हनीमून डेस्टिनेशन भी है। 

2- डल झील, श्रीनगर, कश्मीर

Lakes in India

श्रीनगर शहर में स्थित डल झील देश की सबसे ख़ूबसूरत झीलों में से एक है। पांच मील लम्बी और ढाई मील चौड़ी यह  झील देश दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों के लिए तमाम तरह की गतिविधियाँ उपलब्ध कराती है। इस जगह पर आकर पर्यटक बोटिंग करना बहुत ज़्यादा पसंद करते हैं। सैलानियों के लिए यह झील कायाकिंग, वॉटर सर्फिंग तथा ऐंगलिंग का भी ख़ूबसूरत विकल्प देती है। डल झील के मुख्य आकर्षण यहाँ के हाउसबोट हैं। आप इन हाउसबोटों में रहकर झील की ख़ूबसूरती का आनंद उठा सकते हैं। 

3- पांगोंग झील, लेह लद्दाख़

पांगोंग झील देश की सबसे ख़ूबसूरत और लोकप्रिय जगहों में गिनी जाती है। जिसकी वजह से इसे देखने के लिए देश के कोने कोने से पर्यटक आते हैं। समुद्र तल से 14000 किमी की ऊँचाई पर स्थित यह झील आइस स्केटिंग और पोलो जैसी गतिविधियों के लिए जानी जाती है और जो लोग साहसिक पर्यटन में रुचि रखते हैं उनके लिए एक उत्तम जगह है। खारे पानी की यह झील काफ़ी लम्बी और गहरी है और अलग-अलग समय पर अपना रंग बदलती रहती है। यदि आप लेह लद्दाख़ यात्रा का विचार बना रहे हैं तो पांगोंग झील ज़रूर जायें। 

4- त्सोंगमो झील या चांगू झील, सिक्किम

सिक्किम में स्थित त्सोंगमो झील को चांगु झील के नाम से भी जाना जाता है और इस झील को देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं। यह समुद्र तल से काफ़ी ऊँचाई पर स्थित एक ग्लेशियर लेक है जिसकी वजह से सर्दियों में जम जाती और कई तरह की साहसिक पर्यटन की गतिविधियों के लिए अनुकूल हो जाती है। झील की सतह मौसम के परिवर्तन के साथ अलग-अलग रंगों को दर्शाती है जिसकी वजह से इसका रंग बदलता रहता है। स्थानीय सिक्किम के लोगों द्वारा इसे बहुत सम्मान दिया जाता है।

5- एमराल्ड झील, नीलगिरी तमिलनाडु

तमिलनाडु में नीलगिरी जिले के एमराल्ड गांव के पास स्थित एमराल्ड झील को देश की सबसे लोकप्रिय झीलों में गिना जाता है। झील के आसपास का वातावरण बहुत ही सुंदर और नम को लुभाने वाला है। यह झील पूरी तरह से हरे टी गार्डन से घिरी हुई है। इस झील का पानी नीला है और यह बहुत ही शांत और प्राचीन झील है। आस पास की ऊँची पहाड़ियों से घिरी यह झील अपने यहाँ आने वाले सैलानियों का मन मोह लेटी है। इस झील का दृश्य बहुत ही कमाल का है। ऊटी आने वाले सैलानी इस जगह पर आते ही आते हैं क्योंकि यह झील ऊटी शहर से महज़ 25 किलोमीटर की ही दूरी पर स्थित है।

6- लोकटक झील, मणिपुर

मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में स्थित लोकटक झील हमारे देश की सबसे लोकप्रिय झीलों में गिनी जाती है। इंफाल शहर से महज़ 48 किमी की दूरी पर स्थित इस झील को उत्तर-पूर्व भारत की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील के तौर पर जाना जाता है। लोकतक झील को तैरती फुमदी की वजह से दुनिया की एकमात्र तैरती हुई झील की भी संज्ञा दी जाती है। फुमदी मिट्टी, वनस्पति और आर्गेनिक पदार्थों का एक भिन्न द्रव्यमान होता है जो डिकम्पोज़िशन के विभिन्न चरणों के बाद निर्मित होता है। तैरते हुए इन द्वीपों में रहने वाले मछुआरे को फुमदीस कहा जाता है, तैरती हुई झोपड़ियों को  फुमसांग के नाम से जाना जाता है, यह इस झील के अनोखे दर्शनीय स्थल हैं।

7- सुमेंदु लेक या मिरिक झील, पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग ज़िले में स्थित मिरिक एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है और यहीं पर स्थित है एक झील स्थित है जिसे सुमेंदु या मिरिक के नाम से जाना जाता है। यह झील काफ़ी बड़ी है और सैलानियों को नौका विहार और फ़िशिंग का विकल्प देती है। इस झील पर इंद्रनी पुल नामक एक मेहराबदार फुटब्रिज भी बना है जिसे देखना लोग बहुत ज़्यादा पसंद करते हैं। लोग कहते हैं कि इस झील की ख़ूबसूरती चांदनी रात में बहुत ही आकर्षक होती है। चांदनी रात में इस झील का नज़ारा किसी स्वर्ग सरीखा लगता है। 

8- पिछोला झील, उदयपुर राजस्थान

राजस्थान के उदयपुर शहर के बीचोबीच स्थित पिछोला झील को शहर की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी झीलों में शुमार किया जाता है। इस झील में नौका विहार करते हुए शहर को देखना शाही अनुभव देता है। इस झील का निर्माण  महाराणा लाखा के शासन काल के दौरान पिच्छू बंजारा ने किया था। यह झील अपने चारों ओर ऊंचे महलों, मंदिरों, स्नान घाटों और ऊंची पहाड़ियों से घिरी हुई है। इस झील के दक्षिणी भाग में एक पहाड़ी है, जिसे मचला मगरा के नाम से जाना जाता है और यहाँ से एकलिंगगढ़ किले की झलक देखी जा सकती है। 

9- पराशर झील, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में कुल्लू की धौलाधार पर्वतमाला के बीच स्थित पराशर झील को देश की सबसे लोकप्रिय और ख़ूबसूरत झीलों में शुमार किया जाता है। यह झील हरी भारी पहाड़ियों के बीचोबीच स्थित होने के कारण बहुत ही मनोहारी और शांत वातावरण पैदा करती है। लोग इस जगह पर शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर छुट्टियां बिताने के लिए जाते हैं और ऊंचे देवदार के पेड़ों की ख़ूबसूरती को देखकर मुग्ध हो जाते हैं। इस झील को देखना और समय बिताना बहुत ही सुखद अनुभव देता है। 

10- चिल्का झील, ओडिशा

पूर्वी भारत के ओडिशा राज्य में स्थित चिल्का झील को एक खारे पानी की झील के तौर पर जाना जाता है। यह झील  पुरी, खुर्दा और गंजाम जिलों में फैली एस्टुरीन इकोसिस्टम वाली एक उथली लैगून है। जिसे एशिया का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा लैगून है। करीब 1000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली इस झील में मछलियों की 225 से भी कहीं ज़्यादा प्रजातियाँ पायी जाती हैं। सर्दियों के मौसम में इस झील में बहुत बहुत सारी माइग्रेटरी बर्ड्ज़ आती हैं जिसकी वजह से यहाँ का नज़ारा बहुत ही ख़ूबसूरत हो जाता है। इस झील में स्थित छोटे-छोटे द्वीप बेहद ही ख़ूबसूरत नज़ारा प्रस्तुत करते हैं। इस जगह से सूर्योदय और सूर्यास्त के खूबसूरत दृश्यों को देखना एक अलहदा अनुभव होता है। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...

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