Air India Crash Today Update: अहमदाबाद में हुए दर्दनाक विमान हादसे के 28 घंटे बाद एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद कर लिया गया है। इस हादसे में 241 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें विमान में सवार यात्री और कुछ लोग जमीन पर भी शामिल थे। इस घटना ने विमानन सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसके बाद बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
हादसे के 28 घंटे बाद ब्लैक बॉक्स बरामद
दुर्घटनास्थल से एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद कर लिया गया है। यह ‘ब्लैक बॉक्स’ वास्तव में दो महत्वपूर्ण उपकरण होते हैं – ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (FDR) और ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (CVR)। यह विमान हादसे की जांच में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इसमें विमान के अंतिम क्षणों से संबंधित सभी तकनीकी डेटा और कॉकपिट में हुई बातचीत रिकॉर्ड होती है। इससे दुर्घटना के कारणों को समझने में मदद मिलेगी।
बरामदगी का स्थान
‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (FDR) को अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की छत से बरामद किया गया, जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
जांच में तेजी
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर इस रिकवरी को “जांच में एक महत्वपूर्ण कदम” बताया है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) इस मामले की पूरी ताकत से जांच कर रहा है, जिसमें अमेरिका और ब्रिटेन के विशेषज्ञ भी शामिल हैं।
बोइंग ड्रीमलाइनर पर सख्त गाइडलाइंस
इस दुर्घटना के बाद, भारत के विमानन नियामक, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयर इंडिया के पूरे बोइंग 787-8 और 787-9 ड्रीमलाइनर बेड़े के लिए अतिरिक्त सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। इसे “निवारक उपाय” बताया गया है। इन जांचों में ईंधन मापदंडों की निगरानी, केबिन एयर कंप्रेसर का निरीक्षण, इंजन सिस्टम टेस्ट, हाइड्रोलिक सिस्टम की सर्विसिएबिलिटी जांच और टेक-ऑफ मापदंडों की समीक्षा शामिल होगी। इसके अलावा, ट्रांजिट इंस्पेक्शन में ‘फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन’ भी शामिल किया जाएगा।
दुर्घटना के बड़े अपडेट्स
इस दुखद हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई। साथ ही, जमीन पर भी कई लोग हताहत हुए हैं, जिनमें मेडिकल कॉलेज के छात्र भी शामिल हैं। विमान में सवार एक ब्रिटिश नागरिक, विश्वासकुमार रमेश, इस दुर्घटना में चमत्कारिक रूप से बच गए और अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान हवा में अटक सा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुर्घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
दुर्घटना की जांच में अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA), बोइंग और जनरल इलेक्ट्रिक के विशेषज्ञ भी भारत की मदद कर रहे हैं। यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की पहली घातक दुर्घटना है, हालांकि इस विमान के साथ पहले भी बैटरी ओवरहीटिंग और निर्माण संबंधी कुछ चिंताएं जुड़ी रही हैं, जिनकी वजह से 2013 में पूरे बेड़े को अस्थायी रूप से ग्राउंड भी किया गया था। कुछ व्हिसिलब्लोअर्स ने भी बोइंग के निर्माण प्रथाओं पर सवाल उठाए थे।
ब्लैक बॉक्स से मिलने वाला डेटा इस दुर्घटना के पीछे के रहस्यों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिसके बाद अंतिम रिपोर्ट आने में कई महीने लग सकते हैं।
