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Bhumi Chauhan: गुरुवार को अहमदाबाद की सड़कों पर लगे भयानक ट्रैफिक जाम में फंसना भरूच की रहने वाली भूमि चौहान के लिए एक वरदान साबित हुआ। शुरुआत में भले ही वह परेशान हुईं, लेकिन इस देरी ने उन्हें एक रोंगटे खड़े कर देने वाले मौत के अनुभव से बचा लिया, क्योंकि उनकी लंदन जाने वाली अहम फ्लाइट छूट गई थीl

अलायंस एयर की उड़ान छूटी, फिर एयर इंडिया से लंदन का प्लान

भूमि चौहान को शुरुआत में मुंबई से अलायंस एयर की उड़ान से अहमदाबाद पहुँचना था और फिर वहाँ से लंदन के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 पकड़नी थी। उनकी पहली फ्लाइट में ही लगभग एक घंटे की देरी हो गई, जिससे वह अहमदाबाद एयरपोर्ट पर देर से पहुँचीं।

ट्रैफिक में फंसीं और छूटी एयर इंडिया की फ्लाइट

अहमदाबाद पहुँचने के बाद, एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही भूमि को शहर के व्यस्त सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। यह ट्रैफिक इतना भयानक था कि उन्हें एयरपोर्ट तक पहुँचने में उम्मीद से कहीं ज़्यादा समय लग गया। जब वह आखिरकार एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के बोर्डिंग गेट पर पहुँचीं, तो उन्हें बताया गया कि गेट सिर्फ 10 मिनट पहले ही बंद हो चुका था। वह अपनी फ्लाइट में सवार नहीं हो सकीं, और यह उनके लिए एक बड़ी निराशा थी।

हादसे की खबर सुनकर काँप उठीं

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Plane Crash News

फ्लाइट छूटने के बाद, भूमि एयरपोर्ट पर ही अपनी अगली योजना बना रही थीं, तभी उन्हें भयानक खबर मिली। उन्हें पता चला कि जिस फ्लाइट AI-171 में उन्हें जाना था, वह उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। यह सुनकर उनके शरीर में सिहरन दौड़ गई। उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि जिस फ्लाइट में वह जाने वाली थीं, वह अब अस्तित्व में नहीं है।

किस्मत की देवी का आशीर्वाद

भूमि के परिवार को जब इस हादसे की खबर मिली, तो वे भी घबरा गए और तुरंत भूमि से संपर्क किया। भूमि के सुरक्षित होने की खबर पाकर उन्होंने राहत की साँस ली। भूमि के लिए यह अनुभव किसी सदमे से कम नहीं था, लेकिन अहमदाबाद के ट्रैफिक और 10 मिनट की देरी ने सचमुच उन्हें मौत के मुँह से बचा लिया। यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि कैसे कभी-कभी हम जिन छोटी-मोटी परेशानियों को अभिशाप समझते हैं, वे वास्तव में जीवन-रक्षक आशीर्वाद साबित होती हैं।

भूमि चौहान की कहानी: कुछ और अनकहे पहलू

भरूच की भूमि चौहान की अहमदाबाद प्लेन क्रैश में बाल-बाल बचना, सचमुच किस्मत का खेल साबित हुआ. उनकी 10 मिनट की देरी ने उन्हें एक नया जीवन दियाl भूमि चौहान गुजरात के भरूच की रहने वाली हैं. वह लंदन किस कारण से जा रही थीं, इसकी सटीक जानकारी नहीं है, लेकिन आमतौर पर लोग शिक्षा, नौकरी, या परिवार से मिलने के लिए यात्रा करते हैं. उनका यह सफर भी शायद ऐसे ही किसी महत्वपूर्ण उद्देश्य से जुड़ा था.

परेशानी से राहत तक का सफर

जब भूमि को पता चला कि उनकी लंदन वाली फ्लाइट छूट गई है, तो स्वाभाविक रूप से वह बहुत निराश और परेशान हुई होंगी. किसी भी यात्री के लिए फ्लाइट छूटना एक बड़ी असुविधा होती है. लेकिन कुछ ही देर में यह निराशा, जीवन बचने की खुशी और सदमे में बदल गई. यह उनके लिए भावनाओं का एक रोलरकोस्टर रहा होगा.

एयरपोर्ट पर माहौल का अनुभव

जिस वक्त यह हादसा हुआ, अहमदाबाद एयरपोर्ट पर अफरातफरी और दहशत का माहौल रहा होगा. जब भूमि को क्रैश की खबर मिली, तो उन्होंने वहां का डर और चिंता महसूस की होगी. यह कल्पना करना भी मुश्किल है कि वह उस पल क्या महसूस कर रही होंगी, जब उन्हें पता चला कि जिस विमान में उन्हें होना चाहिए था, वह अब नहीं रहाl

परिवार की प्रतिक्रिया

जब उनके परिवार को क्रैश की खबर मिली होगी, तो वे तुरंत भूमि की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए होंगे. उनका भूमि के सुरक्षित होने की खबर पाकर मिली राहत शब्दों में बयां नहीं की जा सकती. यह उनके लिए एक बड़ा सदमा और फिर उतनी ही बड़ी राहत की बात रही होगीl

हादसे का समय और कनेक्शन

एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी थी. भूमि की मुंबई से अहमदाबाद की कनेक्टिंग फ्लाइट और फिर अहमदाबाद के ट्रैफिक ने मिलकर ऐसा संयोग बनाया कि वह ठीक उस पल बोर्डिंग गेट पर नहीं थीं जब विमान उड़ान भरने को तैयार था. यह दर्शाता है कि कैसे कुछ मिनटों का अंतर जीवन और मृत्यु के बीच का फैसला बन गयाl

भूमि चौहान की कहानी उस दिन हुई भीषण त्रासदी के बीच आशा की एक किरण है, और यह दिखाती है कि कैसे भाग्य कभी-कभी अप्रत्याशित तरीकों से काम करता हैl

मैं रिचा मिश्रा तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट...