सावधान! लुभावने विज्ञापन आपको बना सकते हैं ठगी का शिकार: Advertising Fraud
Advertising Fraud

Advertising Fraud: Buy One Get One Free…दिवाली, होली जैसे त्यौहार पर ग्राहकों को लुभाने के लिए विक्रेता इसी तरह के ऑफर्स की लाइन लगा देता हैं। इसके लिए वह टीवी, सोशल मीडिया पर विज्ञापन और घर-घर पम्फ्लेट्स बांटते हैं। जाहिर है त्यौहार के वक़्त इस तरह के ऑफर्स लोगों लुभाने में कामयाब भी होते हैं। इन्हीं विज्ञापनों की आड़ में फर्जी विज्ञापन भी धड़ल्ले से लोगों के बीच सर्कुलेट होते हैं, जिसमें फंसकर लोग अपना आर्थिक नुकसान करा बैठते हैं। इन फर्जी विज्ञापनों की पहचान कैसे की जाए और कैसे इनसे बचा जाए? आज हम आपको अपने इस लेख के जरिये बताने जा रहे हैं।

Advertising Fraud: किस तरह के होते हैं फर्जी विज्ञापन?

इस तरह के विज्ञापन में अकसर ही कम कीमत पर ‘Buy One Get One Free’ का लालच दिया जाता है। इस तरह के विज्ञापन बाजारों में मिलने वाले पम्फ्लेट्स और पोस्टर्स में दिखाई दे सकते हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी हजारों फेक विज्ञापन सर्कुलेट होते हैं। कई लोग इस तरह के फर्जी विज्ञापन के लालच में फंसकर खुद का नुकसान करा लेते हैं।

कैसे होती है ठगी?

आजकल का जमाना ऑनलाइन शॉपिंग का है, जिसमें लोग पहले पेमेंट कर सामान मंगाते है। इसके अलावा ऑनलाइन शॉपिंग में डिलीवरी प्राप्त करने के बाद पेमेंट का भी ऑप्शन होता है। ठग फर्जी विज्ञापनों को लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं। इसमें वे लोगों कम कीमत पर सामान खरीदने के ऑफर देते हैं। जो लोग उनके जाल में फंस जाते हैं वे ठगों को ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं। पैसे ठगों तक पहुंचने के बाद खरीदा गया सामान व्यक्ति तक नहीं पहुंचता या फिर सामान बहुत खराब क्वालिटी का होता है।

फर्जी विज्ञापन से कैसे बचें?

  • ऑनलाइन शॉपिंग में ऑनलाइन पेमेंट के जरिये कई फ्रॉड होने के बाद अब ज्यादातर शॉपिंग ऐप केश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन देने लगी हैं। जिसमें सामान की डिलीवरी के बाद आपको भुगतान करना होता है। इसलिए किसी भी लुभावने ऑफर्स में फंसने से पहले जांच लें की सामान बेचने वाली कम्पनी केश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन देती है या नहीं।
  • किसी भी अनजान ऑफर्स के लिए भुगतान करने से पहले उसकी जांच जरूर करें।
  • सामान की डिलीवरी से पहले कभी भी पेमेंट न करें।
  • किसी भी ब्रांडेड प्रोडक्ट्स पर मिल रहे ऑफर्स के बारे में उसकी अधिकारी वेबसाइट पर उसकी जांच करें।
  • नॉन ब्रांडेड प्रोडक्ट्स को दुकान से खरीदे या उसकी डिलीवरी पर ही भुगतान करें।
  • इस तरह की धोखाधड़ी के बाद तुरंत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर सूचित करें।