Short Story in Hindi: आजकल हर तरफ, हर जगह पूरी दुनियां में एक शब्द ने सबका ध्यान खींचा वो था ‘सिंदूर ‘सेना द्वारा किया गया विजयी “आपरेशन सिंदूर “जिसने आतंक की चूलें हिला डाली।
अभी तक तो हमारे देश में ही लोग जानते थे पर अब तो पूरी दुनिया ही जान गई” दो चुटकी सिंदूर” की कीमत।
संस्कृत में सिंदूर: अर्थात एक प्रकार का वृक्ष या लाल रंग का सूरमा।
दुल्हनें आज भी ब्यूटी पार्लर से मंहगे से मंहगे श्रृंगार कराकर के आती हैं इसके बाद भी सुहाग का प्रतीक “दो चुटकी सिंदूर “चेहरे की रौनक ही अलग कर देता है।
आज भी ये परंपरा है कि शादी के तुरंत बाद लगभग सवा महीने न ई नवेली दुल्हनें पहले ओरेंज या पीले सिंदूर से मांग भरती है फिर लाल सिंदूर।
विवाह के बाद बड़ी-बड़ी सेलिब्रिटी भी जब लोगों के सामने आती हैं तो सबका ध्यान खींचता है उनकी मांग में भरा हुआ सिंदूर।
अभिनेत्री परिणीती चोपड़ा का वो लुक जो उन्होंने विवाह के तुरंत बाद सबको दिखाया था उसमें सिंदूर से भरी उनकी मांग बेहद आकर्षक लगी।
साड़ियां चाहे कांजीवरम, पटोला ,बनारसी कोई भी क्यों न हो गहने चाहे गोल्ड , डायमंड कुछ भी हों पर मांग में चमकता लाल सिंदूर गजब का निखार लाता है।
आज भी किटी पार्टी में जब थीम रखी जाती है भारतीय पहनावे और श्रृंगार की लाल सिंदूर के साथ सभी बला की सुंदर लगती हैं।
आजतक हम सिंदूर के महत्व को बताते फि़ल्मी नगमों को कभी भूले नहीं हैं। आमिर और माधुरी पर फिल्माया ये गीत “मैं तेरी मांग सजाऊंगा मेरा वादा है”या सबसे बड़ा खिलाड़ी का वो गीत जिसमें ममता कुलकर्णी अक्षय कुमार से कहती हैं “भरो मांग मेरी भरो”।
ऐश्वर्या राय का विदाई का वो पिक भी हमारे जेहन में है जिसमें उन्होंने एक लंबा सिंधोरा लिया हुआ है।
आज भी लड़कियां एक सिंदूर दान जिसे सिंधोरा कहते हैं मायके से लाती हैं जिसे हर पूजा पाठ में साथ रखने की परंपरा है।
सुहाग का सबसे बड़ा प्रतीक चिन्ह सिंदूर जब आतंकियों ने उजाड़ा तो पाकिस्तान भी उजड़ गया।
इसलिए बेहद खास है सिंदूर और इसकी गरिमा।
सिंदूर—गृहलक्ष्मी की कहानियां
