Hindi Love Story
Hindi Love Story

Hindi Love Story: समीरा एक बहुत सीधी-सादी, मगर सपनों में जीने वाली लड़की थी। उसने अपने छोटे-से शहर में ही अपनी पढाई पूरी की थी और प्यार को सिर्फ किताबों और फिल्मों में देखा था। क्योकिं मिडिल क्लास से संबंध रखने वाला उसका परिवार जहाँ मान सम्मान और घर की इज्जत के लिए कुछ भी दांव पर लगा दिया जाता था, अब उसको घर के माहौल से  यकीन हो गया था कि असली जिंदगी में परियों की न तो कहानियां  होतीं हैं न ही कोई सपनो का राजकुमार मिलता है। समीरा की मौसी की लड़की की शादी हो रही थी जिसमें परिवार के साथ समीरा भी गई हुई थी. 

       वही पर समीरा की मुलाक़ात अनुज से हो होती है  अनुज एक स्मार्ट, हैंडसम और खुशमिजाज लड़का था, जो एक मल्टीनेशनल कंपनी का मालिक था। दोनों की मुलाकात शादी में हुई थी, जहाँ दोनों की नजरें टकराईं और जैसे वक़्त ठहर गया हो।  शादी से लौटने के बाद दोनों नंबर बदल लिए थे और अब दोनों की रोज़ चैटिंग होने लगी थी। अनुज की मज़ाकिया बातें, उसका समीरा को बहुत सम्मान देना हर मामले मे राय लेना ये सब समीरा के चेहरे पर हँसी ला दी थी, और धीरे-धीरे दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए।

 एक दिन अनुज ने अचानक समीरा से मिलने की इच्छा जाहिर की और उसको कॉफी पर बुलाया। समीरा थोड़ा झिझकी, मगर फिर हिम्मत कर के अनुज के साथ गई, कॉफी शॉप में बैठकर दोनों ने अपनी जिंदगी के सपनों और ख्वाहिशों पर बातें कीं। अनुज की बातें समीरा के दिल में गहराई से उतरने लगीं थी। उसे महसूस हुआ कि वह उसके दिल के बेहद करीब आ रहा है।,, और अब दोनों दूर नही रह सकते.

 जाने कैसे समीरा के घरवालों को अनुज और समीरा के प्यार के विषय में पता चल गया अब तो पूरे घर में सब ऐसा व्यवहार करने लगे थे जैसे समीरा ने लड़का पसन्द करके सबसे बड़ा गुनाह कर दिया हो सब दिन भर ताना मारते कि अनुज इतना बड़ा आदमी उसकी तुम्हारी कोई जोड़ी ही नही है वो बहुत अमीर लड़की से शादी करेगा और तूने हमारे घर की इज्जत नीलाम कर दी वो बस टाइम पास कर रहा है तेरे साथ गुस्से में आकर घर वालो ने पास में ही रह रहे कपड़े की दुकान चलाने वाले रवि से शादी तय कर दी और समीरा का फोन भी तोड़ दिया ताकि दोनों की बात ना हो सके! 

समीरा का रो कर बुरा हाल था पर उसने भी सोचा की अनुज तो बहुत बड़ा आदमी है वो बस मुझसे बात कर रहा है शादी थोड़े ही करेगा सिंदूर नही भरेगा , बस समीरा ने रवि के साथ शादी जो की बिना के थी हाँ कर दिया और शादी की तैयारी शुरू हो गई लेकिन समीरा अंदर से बहुत टूट रही थी बिना अनुज के बात किये उसकी सांसे तेज होने लगी थी ये तब अहसास हुआ जब अनुज से बात होना बन्द हो गई समीरा की तबियत ज्यादा खराब हो रही थी लेकिन बिना किसी को बताये वो आँखों में आंसू भरे सारी शादी की रस्मों को किये जा रही थी अब तो अनुज से कभी बात भी नही कर पायेगी देखना मिलना तो सपना ही था… 

अनुज समीरा का नंबर बन्द पा कर बहुत परेसान हो गया और जिस शादी में गया था वहाँ जाकर समीरा का घर का पता निकाला और बिना समीरा की इच्छा जाने हुए पहुँच गया समीरा के घर, समीरा सामने पीली साडी में हल्की झूठी मुस्कान लिए हुए हल्दी की रस्म के लिए बैठी थी हर तरफ नाच गाने का माहौल उसी में सामने से हीरो जैसा हैंडसम सा गोरा स्मार्ट लड़का सामने से चला आ रहा था जितनी भी लड़कियाँ थी सबकी नजरे अनुज पर टिक गई थी अनुज बिना किसी की परवाह किये हुए सीधा समीरा के पास जाकर आँखों से आंसू निकल रहे

“समीरा, मैं नहीं जानता कि परियों की कहानियां सच होती हैं या नहीं, लेकिन जब से तुम मेरी ज़िंदगी में आई हो, तब से हर दिन एक खूबसूरत कहानी लगती है। क्या तुम मेरी ज़िंदगी का हिस्सा बनोगी?”

समीरा की आँखों में आँसू आ गए, लेकिन वे आँसू खुशी के थे।

अनुज ने हाँथ में पहनी हुई हीरे की अंगूठी समीरा की तरफ़ हाँथ में पहनाते हुए समीरा क्या मुझसे शादी करोगी, समीरा बस रोये जा रही थी जैसे इतने दिनों से जो बोझ सीने पर था अनुज से जुदाई का रो कर सब कम करना चाह रही हो और सिर हिलाकर ‘हाँ’ कह दिया। अनुज ने उसे गले लगा लिया, और वह पल उनकी ज़िंदगी का सबसे हसीन लम्हा बन गया था। तब तक भीड़ इकठ्ठी हो गई सुर औरते बातें बताने लगी समीरा की मां गुस्से में समीरा पर हाँथ उठाते हुए कमीनी परिवार की इज्जत को मजाक बना रही थी तभी अनुज ने आगे आकर उनको रोका तब तक लड़के वाले को अनुज और समीरा का सच पता चल गया और वो लोग आकर समीरा को चरित्र हीन बोलने लगे और कुछ टपोरी लोगों को बुला कर समीरा के घर पर तोड़ फोड़ करने लगे और सबको गाली देने लगे, अनुज ने तुरन्त जिले के अधिकारी को फोन किया और अपने ऑफिस से पैसे से भरा बैग भी,  तोड़ फोड़ करने वालों को पोलिस के हवाले करते हुए और रवि और उसके घर वालों के मुह पर पैसे का बैग मारते हुए घर से बाहर किया और समीरा के पापा से माफ़ी मांगते हुए समीरा का हाँथ मांगा.

इसके बाद दोनों के परिवार मिले, शादी की तैयारियाँ शुरू हुईं, और फिर धूमधाम से उनकी शादी हुई। प्यार से भरी यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई, बल्कि हर दिन और खूबसूरत होती चली गई।।।।

क्योंकि सच्चा प्यार सिर्फ कहानियों में ही नहीं, हकीकत में भी होता है और  समीरा की मांग में उसके प्यार का सिंदूर भरा जा चुका था..