Hindi Funny Story: बचपन के वो दिन बहुत ही खूबसूरत थे। उन दिनों एक और चलन था, किराए पर साइकिल लाकर साइकिल सीखने का। एक दिन हम हम दोनों बहनें साइकिल किराए पर लाकर पुस्तकालय की ओर चल पड़े लेकिन उस दिन किसी कारणवश पुस्तकालय बंद था तो हमने बारी-बारी से साइकिल चलाने का निर्णय लिया। साइकिल चलाते-चलाते जब मुझे थोड़ी देर हो गई तो मेरी बहन जिद करने लगी कि और उसने नाराजगी में आकर मेरी फ्रॉक खींच दी, अब मैं साइकिल समेत जमीन पर गिर पड़ी। मेरे घुटने और बाएं हाथ में कुछ खरोंचे आई थीं। मैं लगातार रो रही थी। इस पर मेरी छोटी बहन ने कहा कि बड़ी ताई जी कहती हैं कि यदि कोई चोट फेंट लग गई तो कांड़ा दूल्हा मिलेगा तो इसी बात को सोच कर जीजी बार-बार रो रही है कि अब तो उसे कांड़ा दूल्हा ही मिलेगा। इतना सुनना था कि हॉल में बैठे हुए सभी लोग जोर-जोर से हंसने लगे।
साइकिल और कांड़ा दूल्हा – हाय मैं शर्म से लाल हुई
