Hindi kids story

Hindi kids story: एक थी मक्खी । वह बड़ी देर से बैल के ऊपर मँडराती हुई भिन- भिन कर रही थी । कुछ देर वह बैल के सींगों के बीच मँडराती रही । फिर एक सींग के बीचो-बीच आकर बैठ गई । बैल अपनी मस्ती में चला जा रहा था । कुछ देर बाद मक्खी को लगा, “अरे, कहीं बैल मेरे बोझ के कारण परेशान न हो रहा हो। ”

उसने बैल से कहा, “भाई, अगर मेरे बोझ के कारण तुम्हें कोई परेशानी हो रही हो तो बता देना। वैसे भी तुम तो बड़ी मेहनत का काम कर रहे हो । ऊपर से मेरे कारण तुम पर और भी बोझ पड़ गया है । ”

“नहीं-नहीं, चिंता न करो। ” बैल ने मक्खी से कहा, “तुम्हारे बैठने या न बैठने से मुझ पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता । सच तो यह है कि मुझे पता ही नहीं था कि तुम मुझ पर बैठी भी हो या नहीं । चाहो तो तुम अपने पूरे परिवार को ले आओ और आराम से बैठो। मुझे कोई परेशानी नहीं होगी।”

सीख : किसी छोटे प्राणी की बड़ी सलाह कई बार खुद उसे मूर्ख साबित कर देती है।

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