आईना-गृहलक्ष्मी की कहानियां: Hindi Kahani
Aaina

Hindi Kahani: सुहानी जो की एक मध्यम वर्गीय परिवार  में जन्मी लड़की थी उसके घर के हालत बहुत ठीक नही थे। किसी तरह पैसे जुटा कर उसने अपनी इंटर तक की पढाई  किया,  क्योंकि वो घर में सबसे सुंदर और थोड़ा तेज स्वभाव की थी, उसके घर में उसकी बाकि बहने सीधी साधी थी जो प्राइवेट पढ़ती थी लेकिन सुहानी ने घर पर लड़ के रेगुलर अपनी बारवी पूरी की और अब स्नातक के लिए किसी अच्छे कॉलेज में प्रवेश लेना चाहती थी। 

लेकिन अच्छे कॉलेज में प्रवेश हेतु मेरिट लिस्ट में नाम नही था और अगर नंबर अच्छे नही तो अधिक पैसा लगता था डोनेशन जो के वो भी उसके पास नही था। लेकिन सुहानी बहुत ही महत्वाकांक्षी लड़की थी। कम समय में कम मेहनत किया सब कुछ पा लेना चाहती थी। इस लिए कभी कभी रिश्तेदारों से उधार ले लेती,, 

क्योंकि सुहानी समान्य परिवार से थी उसकी लालच की आदत बढ़ती ही जा रही थी जिससे उसकी माँ बहुत परेसान रहती थी और हमेशा उसके लिए चिंता सुहानी की माँ  पार्वती हमेशा उसे समझाती थी कि बेटी सफलता के लिए कोई भी शॉर्ट रास्ता नही होता है।  बल्कि सफलता और कामयाबी हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन लगानी पड़ती है।लेकिन उकोई फर्क नही पड़ता था।उसके शौक भी बड़े महंगे थे। श्रृंगार की चीजों से लेकर महंगे मोबाईल  फोन और कपड़े खाने पीने और रहन सहन सब महंगे थे। इससे घर के लोग काफी परेसान थे

लेकिन पिता कि आमदनी इतनी अच्छी नहीं थी की की उसके सभी महंगे शौक पूरे किए जा सके।ऊपर से तीन भाई बहन और थे । पिता को उनकी भी जरुरते पूरी करनी पड़ती थी।उसने किसी तरह एक कॉलेज में एडमिशन ले लिया ।वो एक डॉक्टर बनना चाहती थी।  लेकिन पैसे की कमी के कारण उसने बी.ए. में प्रवेश लिया। अब महा विधालय का पहला दिन सुहानी खूब सज सवर कर कॉलेज गई, 

और क्लास लिया शिक्षक ने भी अच्छे से पढाया समझाया.. दो चार दिन कॉलेज जाने के बाद सुहानी अब लड़को से दोस्ती करने लगी उसको लड़कियों से दोस्ती पसन्द नही थी, एक ,दो तीन, लड़को से दोस्ती हुई उसकी अब सबके साथ घूमना खरीदारी करना सब उसकी आदत हो गई थी!  इसी बीच सुहानी की दोस्ती साहिल नाम के एक लड़के से हो गई। साहिल हमेशा ब्रांडेड कपड़े पहन कर और महंगी बाइक से कॉलेज आता था। देखने में बड़ा स्मार्ट और हैंडसम लडका था।उसके कई दोस्त थे। वो उनपर काफी खर्चा करता था। खूब खिलाता पिलाता था। जरूरत पड़ने पर पैसे की भी मदद करता था। सुहानी ने साहिल से खुद ही दोस्ती की थी।  और वो उसे महंगे रिस्टूरेंट में लेकर जाती थी। खूब खाते पीते रहती थी। कभी कभार उससे पैसे भी मांग लेती थी। मगर साहिल को सुहानी की ये सारी हरकते अच्छी लगने लगी थी और धीरे धीरे वो उसको चाहने लगा था। इसलिए उसकी हर मांग पूरी कर देता था।उसने उसे काफी महंगे गिफ्ट भी दिए।

दूसरे साल में कोलेज में वीरू नाम का एक लड़का मिला उसके पास चमचमाती कार थी, सुहानी  ने साहिल से दोस्ती तोड़कर वीरू से मित्रता कर ली। साहिल को उसकी इस हरकत पर बहुत दुःख हुआ लेकिन उसने सुहानी से कुछ भी नही कहा , वीरू भी अब सुहानी पर काफी खर्च करने लगा।  साहिल एक शांत और समझदार लड़का था। उसने सुहानी के साथ कभी कोई गलत हरकत नही किया था। बल्कि हमेशा ही सुहानी को प्यार और सम्मान दिया था।  लेकिन वीरू एक बिगड़ा हुआ लडका था। उसमें बहुत  सारी बुराइयां थी।  वो शराबी और नशेबाज भी था।लेकिन सुहानी को कोई फ़र्क नहीं पड़ता था। उसे तो उसके पैसे और गिफ्ट से मतलब था।

उसकी सहेलियों ने कहा सुहानी तुम बहुत ही गलत कर रही ही हो, 

वीरू ठीक लड़का नही है। कई लड़कियों के साथ उसने काफी बुरा व्यवहार किया है। जबकि साहिल एक अच्छा लडका था।लेकिन सुहानी ने कहा जबतक सुंदर रूप रंग और जवानी है इन बेवकूफ लडको को लूटने में क्या हर्ज है।तुम कभी किसी दिन बड़ी मुशीबत में पड़ोगी तब तुम्हारी जवानी किसी काम नही आयेगी देख लेना।वैसे भी सुंदर रूप और जवानी सदा नही रहती है याद 

रखना।उसकी एक सहेली ने उसे समझाते हुए कहा।  एक दिन वीरू ने अपने जन्म दिन की पार्टी में  सुहानी को भी बुलाया।पार्टी में केक कटने के बाद ।शराब की भी पार्टी चलने लगी। उस पार्टी में साहिल भी आया हुआ था। लेकिन उसने शराब नही पिया। वीरू ने होशियारी से सुहानी के गिलास में शराब मिला कर दे दिया। फिर डीजे पर डांस शुरू हुआ। वीरू  सुहानी के साथ नृत्य करने लगा और उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा।  सुहानी ने जब विरोध किया तो  वीरू नशे के जोश में उसके साथ जोर जबरजस्ती करने लगा।उसके पकड़े फट गए वो चीखने चिल्लाने लगी। अपने आपको बचाने लगी इतने में ही वीरू ने जोर से धक्का दिया के सुहानी सीढ़ियों से  लड़खाड़ाते हुए नीचे जा गिरी उसके शरीर से खून निकलने लगा बहुत खून बहते जा रहा था पर कोई उसके पास जाकर उसको हॉस्पिटल नही ले जा रहा था इतने में ही शोर मचने लगा और ये खबर साहिल तक पहुची साहिल भाग कर सुहानी के पास रोता हुआ आया सुहानी बेहोस हो चुकी थी साहिल ने अपने दोस्त की मदद से सुहानी को हास्पिटल ले गया और पूरे रात हॉस्पिटल में रहा डॉक्टर ने बोला खून बहुत निकल गया है बचना मुश्किल है अभी खून चढ़ाना पड़ेगा साहिल ने तुरन्त सुहानी को खून दिया और अपने घर से पैसे मंगवाए और हॉस्पिटल में जमा करवाये, तीन दिन बाद जब सुहानी को  हॉस्पिटल में होस आया तो डॉक्टर ने उसे बताया के उसके पति ने उसकी बहुत सेवा की है

जब साहिल होस आने के बाद सुहानी के कमरे में उससे मिलने गया तो सुहानी उससे माफी मांगने लगी। उसे अपनी गलती का एहसास हो चूका था।

लेकिन साहिल ने कहा माफी क्यों मांग रही हो, जैसे मुझे छोड़ा अब वीरू को छोड़ दोगी फिर किसी और से प्यार करोगी। तुम्हे प्यार नही पैसा चाहिए , दिखावे की दुनिया में हो कभी अकेले में आईना देखना सब सच बता देगा तुमको लेकिन जब तक तुम कुछ समझ पाओगी बहुत देर हो चुकी होगी, 

अब भी वक्त है संभल जाओ।

सुहानी रोने लगी उसने साहिल  हाथ पकड़ लिया और कहा अब मैं समझ चुकी हूंँ साहिल अब मैं अपनी गलती सुधार लुंगी। तुम्हारी तरह हकीकत की दुनिया में रहूंगी। साहिल की आँखों में आंसू थे उसने कहा मैने एक मानवता के नाते तुम्हारी जान बचाई है मेरा हाथ छोड़ो और मुझे जाने दो।लेकिन सुहानी ने उसका हाथ हमेशा के लिए थाम लिया था। साहिल को पकड़ कर बहुत देर तक रोती रही साहिल की भी आँखों में आंसू थे उसके सुहानी को समझाया और उसकी बोला के उसको बस खुश रहना है और जल्दी से ठीक होना है कोई तनाव या पुरानी कोई भी बात मन में बोझ नही बनानी है और उसने सुहानी को अपनी बांहों में भर लिया और हमेशा उसकी देखभाल और हर इच्छा पूरी करने का वादा किया और पूरी लगन से सुहानी की सेवा पानी करके उसको ठीक कर हॉस्पिटल से उसके घर पहुचाया और सुहानी के घर वालों से रिश्ते की बात करके दोनों घरों की सहमति से दोनो ने शादी कर ली अब साहिल सुहानी को अपने साथ रोज कॉलेज ले जाता है और सुहानी भी पढ़ने में मन लगाती है साथ ही अब उसने किसी लड़के से दोस्ती नही की बल्कि अपनी पुरानी सहेलियों के साथ पढाई में मन लगाती है घर जाने के बाद घर का काम निपटा कर एक सिलाई सेंटर जो उसकी ससुराल के पास है वहाँ सिलाई भी सीखने जाती है! सुहानी अब जीवन के आईने को देख हकीकत से वास्ता रखने लगी है