Breastfeeding Week: 6 महीने तक के शिशु के लिए मां का दूध बहुत ही जरूरी होता है। इस वक्त तक बच्चा मां के दूध पर ही निर्भर होता है। उसे स्तनपान से ही हर तरह का पोषण प्राप्त होता है। एक मां जो काम काजी है उसके लिए अपने शिशु को स्तनपान करना कई बार काफी मुश्किल होता है। WHO की एक रिपोर्ट की मानें तो इसे आंकड़े काफी हैरान करने वाले हैं। आइए जानें विस्तार से-
क्या कहते हैं आंकड़े
WHO की रिपोर्ट कहती है, आधे अरब से अधिक कामकाजी महिलाओं को राष्ट्रीय कानूनों में आवश्यक मातृत्व सुरक्षा नहीं दी जाती है। केवल 20% देशों में नियोक्ताओं को कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश और स्तनपान कराने या दूध निकालने की सुविधाएं मिल पाती हैं। 6 महीने से कम उम्र के आधे से भी कम शिशुओं को ही स्तनपान कराया जाता है।
#WorldBreastfeedingWeek starts today!
— World Health Organization (WHO) (@WHO) July 31, 2023
Women shouldn’t require superpowers to juggle breastfeeding and work.
All moms everywhere, no matter their work or contract type, should have:
🧸 At least 18 weeks, preferably 6 months or more, of paid maternity leave
🧸 Paid time off for… pic.twitter.com/nyUAQhLrzQ
क्यों जरूरी है ब्रेस्ट मिल्क
- ब्रेस्ट मिल्क में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो आपके शिशु की इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है। इससे बच्चों में कई तरह की बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है।
- ब्रेस्ट मिल्क में बच्चे के विकास और पोषण के लिए सभी तरह के जरूरी न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं।
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कब कराना चाहिए स्तनपान

अगर स्तनपान कराने के सही समय की बात की जाए, तो इसका सबसे बेहतर वक्त रात का माना जाता है। इससे बच्चे का पेट भरा रहता है और वो सही से नींद पूरी कर पाता है। इसके साथ ही रात में दूध पिलाने से उसका चिड़चिड़ापन भी कम रहता है।
