Wheatgrass Benefits: नवरात्रि में उगाए जाने वाले ज्वार सिर्फ अध्यात्म ही नहीं सेहत से भी जुड़े हैं। ये छोटे-छोटे ज्वार गुणों की खान हैं। इसमें कई ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारी बीमारियों को दूर कर देते हैं। गेहूं के ज्वार यानी व्हीटग्रास में क्लोरोफिल होता है, जो स्किन के लिए इंपोर्टेंट है। ये ब्लड और उससे जुड़ी बीमारियों को ठीक करता है। साथ ही यह ब्लड प्रेशर, अस्थमा, जुकाम, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी, साइनस, कैंसर, अल्सर, आंतों की समस्या से राहत दिलाता है।
इसके नियमित सेवन से दांत से जुड़ी दिक्कतों के साथ ही स्किन प्रॉब्लम, एक्जिमा, किडनी की बीमारियां, कान की परेशानियां दूर होती हैं। यह थायराइड और पाचन संबंधी रोग में संजीवनी की तरह काम करते हैं। ऐसे में गेहूं के ज्वारों का रस सेहत के लिए अमृत है। ज्वार विटामिन्स से भरे हुए होते हैं। इनमें विटामिन ए, सी, ई, के और बी कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में होता है। साथ ही पोटेशियम, पैंटोथैनिक एसिड, आयरन, मैंगनीज और सेलेनियम भी मौजूद होता है।
Wheatgrass Benefits: एक्जिमा ठीक करने में कारगर
व्हीटग्रास का रस स्किन के लिए बहुत ही लाभकारी है। इससे कई स्किन प्रॉब्लम खत्म हो जाती है। इतना ही नहीं इसके रस से एक्जिमा, सोरायसिस जैसी बीमारियां भी ठीक होती हैं। ज्वारों का रस न सिर्फ नए स्किन सेल्स बनाता है, बल्कि डेड सेल्स को भी रिपेयर करता है। इससे एक्ने और पिंपल्स की प्रॉब्लम भी खत्म हो जाती है।
इससे हेयर प्रॉब्लम भी कम होती है। इससे डेंड्रफ की समस्या दूर होती है। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण बाल जल्दी सफेद नहीं होते हैं। गेहूं के ज्वार के रस से रेड ब्लड सेल्स बढ़ते हैं और खून भी साफ होता है। जिससे स्किन ग्लो करती है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल ब्लड में अधिक ऑक्सीजन देने में मदद करता है।
पेट की कई बीमारियों के लिए रामबाण इलाज
व्हीटग्रास का रस सुपर डाइजेस्टिबल माना जाता है। इसके नियमित सेवन से पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं। इसके एंजाइम, अमीनो एसिड और विटामिन बी होता है जो पाचन तंत्र की समस्याओं को दूर करता है। यही कारण है कि इससे अल्सर, इरिटेबल इंटेस्टाइन सिंड्रोम जैसी बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। व्हीटग्रास के रस से पेट की गैस से भी राहत मिलती है।
कैंसर से बचाने वाला
व्हीटग्रास में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाने का गुण होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि व्हीटग्रास के सेवन से ब्लड में कैंसर कोशिकाओं को कुछ ही दिनों में 65 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। ये खून में ऑक्सीटोसिन की मात्रा को बैलेंस करता है। एंटीऑक्सीडेंट से भरा होने के कारण यह कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकता है।
दरअसल, एनसीबीआई की एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया है कि ज्वार से रस में हीमोग्लोबिन के जैसे ही समान तत्व होते हैं, जो एक प्रकार का प्रोटीन है। यह ऑक्सीजन को रक्त में पहुंचता है। जिससे ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए व्हीटग्रास कैंसर सेल के विकास को रोकने का काम करती है। क्योंकि शरीर के जिन हिस्सों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, वहीं कैंसर कोशिकाएं ज्यादा बढ़ती हैं।