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लोगों को न भरपूर आराम मिल पाता है और न ही शांति। शारीरिक और मानसिक फिटनेस खो रही है। फिट रहना भी टास्क सा लगता है। हालांकि लाइफस्टाइल और डेली रूटीन में कुछ बदलाव करके आप एक खुशहाल जिंदगी की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
Stress Management Technique: आज के समय में हर किसी की जिंदगी में कोई न कोई तनाव जरूर है। लोगों को न भरपूर आराम मिल पाता है और न ही शांति। शारीरिक और मानसिक फिटनेस खो रही है। फिट रहना भी टास्क सा लगता है। हालांकि लाइफस्टाइल और डेली रूटीन में कुछ बदलाव करके आप एक खुशहाल जिंदगी की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। सेलिब्रिटी फिटनेस ट्रेनर सोहराब खुशरुशाही ने हाल ही में ऐसे 5 आसान स्टेप्स बताएं हैं।
इन्होंने कही ये पते की बात

बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट, कियारा आडवाणी जैसी सेलिब्रिटीज के फिटनेस ट्रेनर रहे सोहराब खुशरुशाही का कहना है कि हर किसी को अपनी दिनचर्या में कुछ आसान और माइंडफुल आदतों को शामिल करना चाहिए। इससे आप रिलैक्स महसूस कर पाते हैं। खुशरुशाही का कहना है कि हर कोई अच्छा दिखना चाहता है। इसलिए पूरी ईमानदारी से कोशिश किए बिना भोजन और प्रशिक्षण के बीच नकारात्मक संबंध न बनाएं।
1. हमेशा चुनें आसान रास्ता
फिट और खुश रहने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप कोई कठिन या जटिल रास्ता अपनाएं। आप चीजों को जितना सरल रखेंगे, उन्हें निरंतर करने में उतनी ही आसानी होगी। मुश्किल चीजों को लगातार करना परेशानी भरा लगता है। जिंदगी का मतलब ही है हर दिन उबाऊ चीजों को सही तरीके से करना है। रातों रात चमत्कार नहीं होते। इसके लिए सालों की मेहनत करनी पड़ती है।
2. आप न सोचें, लोग क्या सोचेंगे
सोहराब खुशरुशाही कहते हैं कि शुरुआत में हर कोई बहुत सारी गलतियां करता है। उनका प्रदर्शन भी खराब रहता है। लेकिन इससे कदम पीछे न लें। आपको सही मार्गदर्शन की जरूरत है। मेरे पास ऐसा कोई मार्गदर्शन नहीं था। मेरा अनुभव ही मेरा शिक्षक था। लेकिन आज ऐसा नहीं है। आप सही मार्गदर्शन से आसानी से अपनी गलतियां सुधार सकते हैं। लोग क्या कहेंगे, ये सोचे बिना आप खुद क्या चाहते हैं, इस बात पर फोकस करें।
3. एक साथी, आसान बनाएगा सफर
फिटनेस ट्रेनिंग के लिए एक अच्छे साथी का होना बहुत जरूरी है। एक ऐसे शख्स को खोजें जो फिटनेस जर्नी में आगे बढ़ने में आपकी मदद करें। मनुष्य सामाजिक प्राणी है और उसे संगति पसंद है। यह साथी बुरे दिनों में यानी जब आपका ट्रेनिंग का मन नहीं करता है, तब आपकी मदद करेगा। इससे आपके फिट होने का सफर आसान और आनंद से भरा हुआ महसूस होगा।
4. अच्छे-बुरे दिन जिंदगी का हिस्सा
अपनी पोस्ट में सोहराब लिखते हैं कि आपके पास बहुत सारे बुरे दिन होंगे। ईमानदारी से कहूं तो अच्छे दिनों से ज्यादा, बुरे दिन होंगे। लेकिन इनसे डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। यह भी राहत की बात है। कभी-कभी मैं एक हफ्ते तक बिना ट्रेनिंग के गुजार देता हूं। क्योंकि मैं जिम नहीं जाना चाहता। लेकिन जब आप मेहनत से आदि हो जाते हैं तो इसे मिस करने लगते हैं। आप खुद-ब-खुद मेहनत के लिए तैयार होते हैं और चीजों को पहले से बेहतर तरीके से करते हैं।
5. अपनों के लिए जीना सीखें
फिट रहना हमेशा आपके बारे में नहीं होता। यह उन लोगों के बारे में भी है जो जीवन भर आप पर निर्भर रहते हैं। शाम को दफ्तर से आकर सोफे पर लेटे-लेट अपने बच्चों को देखने से बेहतर है कि आप घर वापस आकर कहें कि चलो खेलते हैं। 42 की उम्र में अगर आप भी एक बेहतर पेरेंट बनना चाहते हैं तो अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा। ध्यान रखें, आप अपने बच्चों के हीरो हैं।
