Overview:
घी न सिर्फ भारतीय खाने का हिस्सा है। बल्कि इसे सेहत के लिए भी जरूरी माना जाता है। आयुर्वेद में इसे औषधि का दर्जा दिया गया है।
Ghee for Weight Loss: छुट्टियों में बच्चे जब नानी-दादी के घर जाते हैं तो उन्हें खाने में भर-भर के घी खिलाया जाता है। घी न सिर्फ भारतीय खाने का हिस्सा है। बल्कि इसे सेहत के लिए भी जरूरी माना जाता है। आयुर्वेद में इसे औषधि का दर्जा दिया गया है। हालांकि आज अधिकांश लोग मानते हैं कि घी खाने से वजन बढ़ता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि घी खाकर आप वेट लॉस कर सकते हैं। कैसे है ये संभव, जानते हैं नानी मां का सीक्रेट।
मेटाबॉलिज्म का दोस्त है घी

घी में हेल्दी फैट होते हैं, जो वेट लॉस में मददगार है। इसमें ऐसे कई घटक होते हैं, जो वजन कम कर सकते हैं। घी के सीमित और नियमित सेवन से आपका मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। वजन कम करने के लिए मेटाबॉलिज्म का दुरुस्त होना जरूरी है। घी में मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स यानी एमसीटी होता है। शरीर ऊर्जा के लिए इन्हें जल्दी अवशोषित कर लेता है। ऐेसे में घी शरीर में फैट के रूप में कम इकट्ठा हो पाता है।
पाचन तंत्र के लिए अच्छा
हमारे बुजुर्ग हमेशा से कहते हैं कि घी से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। साइंस भी इस बात को मानती है। घी में ब्यूटिरेट नामक तत्व होता है, जो आंतों को सेहतमंद रखता है। यह एक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड होता है, जो आंतों में पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है। इससे आप अपच, कब्ज, ब्लोटिंग जैसी कई परेशानियों से दूर कर सकते हैं। पाचन तंत्र का मजबूत होना, आपकी वेट लॉस जर्नी में भी मददगार है। घी शरीर की एनर्जी को जल्दी खर्च करता है, जिससे कैलोरी ज्यादा बर्न होने में मदद मिलती है।
फैट को जला देता है घी

लोगों की सोच के विपरीत घी फैट को बढ़ाता नहीं, बल्कि जलाता है। इसमें कन्ज्यूगेट लिनोलिक एसिड यानी सीएलए होता है। यह एक प्रकार का फैटी एसिड है, जो वसा को जलाता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार सीएलए शरीर में जमी चर्बी को कम करने में मददगार है। यह फैट को तोड़ने के साथ ही नई वसा कोशिकाओं के निर्माण को बाधित करता है। जिससे वजन नहीं बढ़ता है।
भूख कंट्रोल करने में मददगार
घी आपकी भूख को भी कंट्रोल करता है। इससे आपको तृप्ति का एहसास जल्दी होता है। जिससे कैलोरी इनटेक कम होता है। घी में हेल्दी फैट होते हैं जो मस्तिष्क को तृप्ति का संकेत देते हैं। इसके साथ ही घी ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव को स्थिर करता है। इससे भोजन की लालसा कम होने में मदद मिलती है। इसे खाने से आपको पूरे दिन एनर्जी मिलती है।
बैलेंस करता है हार्मोन
वजन बढ़ने का एक कारण हार्मोन का असंतुलन भी है। ऐसे में वजन कम करने के लिए हार्मोन को बैलेंस करना बहुत जरूरी है। घी इस काम को आसानी से कर सकता है। घी में विटामिन ए, डी, ई और के होता है। ये सभी विटामिन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाते हैं और उन्हें बैलेंस करते हैं। विटामिन डी भोजन पचाने वाले हार्मोन लेप्टिन और इंसुलिन को कंट्रोल करता है। इससे भूख और फैट दोनों कंट्रोल होते हैं। इसी के साथ घी ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। यह शरीर की सूजन को कम करता है।
