Weight Management Tips: दीवाली प्रकाशोत्सव के साथ-साथ बेहतरीन खान-पान और मिष्ठान के बिना अधूरी सी लगती है। घर में पूजा से लेकर लेन-देन में मिठाई, ड्राई फ्रूट्स, केक, चॉकलेट जैसी चीजें खूब प्रचलन में रहती हैं। साथ ही घर-घर में पर कई तरह के कैलोरी रिच ऑयली फूड या गरिष्ट भोजन, पकवान और तरह-तरह की मिठाइयां घर-घर बनाई जाती हैं। जो खाने में इतनी मजेदार होती हैं कि बैलेंस डाइट फोलो करने वाले फिगर और हैल्थ कॉन्शियस व्यक्ति अपने हेल्थ-गोल कुछ टाइम के लिए भूल जाते हैं।
खाने के शौकीन अच्छे-भले तंदरुस्त व्यक्ति भी कई बार बदहजमी या पेट संबंधी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। फिर बाद में फैस्टिव सीजन की सौगात के रूप में मिले बढ़े वजन या मोटापे को पाकर पछताते हैं। लिहाजा त्योहारों के मौसम में हमें अपनी सेहत के प्रति अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। अगर जीभ और मन को नियंत्रण न रखा जाए, तो वजन और सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
थोड़ी-सी मेहनत करके घर पर ही बनाएं मिठाइयां
त्योेहार हो और तरह-तरह की मिठाइयां न हों- यह संभव नहीं। हम सभी को मिठाइयां बहुत पसंद होती हैं और मिठाइयां खाए बिना मानो त्योहार अधूरा लगता है। लेकिन फैेस्टिव सीजन में बाजार में जब बड़े पैमाने पर मिठाइयां बनाई जाती हैं, तो उनमें वनस्पति घी या हाइड्रोजेनेटिड ऑयल का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इन ऑयल में ट्रांस फैट होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। मिलावट को देखते हुए आजकल लोगों का रुझान बिस्कुट, कुकीज, पेस्टरीज, डोनट जैसे बेकरी आइटम की ओर बढ़ा है। लेकिन इनमें भी वनस्पति, डालडा घी का इस्तेमाल किया जाता है जिनसे बचने की जरूरत है।
कोशिश करे दिवाली पर मिठाइयां या बेकरी आइटम घर पर ही देसी घी में बनाएं। जिनमें चीनी की मात्रा कम रखें। जहां तक संभव हो रिफाइंड की जगह देसी घी और ज्यादा से ज्यादा ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल करें। स्टीविया नेचुरल शूगर या शूगर फ्री मिठाइयां आसानी से बना सकते हैं। आप मिठाइयों में चीनी के बजाय गुड़, कोकोनेट शूगर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इनसे न तो बदहजमी होने का डर रहेगा, न ही मोटापा बढ़ने का। जिससे ये ज्यादा टेस्टी और हेल्दी होंगे, हाइजीन के लिहाज से भी अच्छे होंगे। अगर संभव न हो तो ऐसी जगह से ही मिठाइयां लें जहां आपको विश्वास है कि देसी घी में डालडा वनस्पति की मिलावट नहीं होगी।
फ्राइड या ऑयली फूड से बचें
दिवाली के समय अपनी हेल्थ के प्रति सचेत रहें। ऑयली और भारी खान-पान से मोटापा तो बढ़ता ही है, क्रोनिक डिजीज के मरीजों या जिनका स्टमक सेंसेटिव है- उन्हें ब्लोटिंग या अपच जैसी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। इसलिए फैस्टिव सीजन के दौरान डेली रूटीन की डाइट पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। जैसे- दीवाली के मौके पर अकसर घरों में पका-तला हुआ ऑयली खाना बनता है। इसके लिए लंच-डिनर में बनने वाला भोजन अलग-अलग ऑयल में बनाएं। ऑयल को दो से ज्यादा बार इस्तेमाल न करें। ऐसा ऑयल ज्यादा नुकसानदेह होता है। संभव हो तो फ्राइड चीजों के बजाय ग्रिल्ड, रोस्टेड या एयरफ्रायर में कम ऑयल में बनी चीजें बनी चीजें सबके लिए उत्तम हैं। ऐसा खाना कम ऑयली होने के बावजूद टेस्टी भी होगा।
कोशिश करें इन दिनों कोई भी मील स्किप न करें। नाश्ता जरूर लें। रात के समय ऑयली फूड खाने से बचें क्योंकि रात में एक्टिविटी कम हो जाती हैं और पचने में कठिनाई होगी। खाने के साथ सब्जियों का रायता, दही और सलाद जरूर लें। इससे पेट भरे रहने का एहसास रहेगा और कोलेस्ट्रॉल कम बढ़ेगा।
अपने खाने पर रखें नजर
इन दिनों बनने वाली स्पेशल होममेड मिठाइयां या नमकीन जैसे दिवाली स्नैक्स खाली पेट न लें। इससे लालच में ज्यादा खा लेंगे। भले ही बाजार की मिठाई न लें, होममेड मिठाइयां और पकवानों का सेवन भी सीमित मात्रा में ही करें। दिवाली स्नैक्स खाना सर्व करते समय छोटी सर्विंग रखना बेस्ट है क्योंकि बाउल या प्लेट छोटी होगी तो खुद-ब-खुद इन चीजों का सीमित मात्रा में सेवन करेंगे। कोशिश करें कि एकाध बार ही लें ताकि शरीर में कैलोरी की मात्रा न बढ़ने पाए।
हेल्दी ऑप्शन लें
दिवाली के मौके पर मिठाइयों या ऑयली फूड के बजाय ड्राई फ्रूट्स, नट्स, डार्क चॉकलेट, पनीर जैसे हेल्दी फूड ले सकती हैं। रोस्टेड क्रंची नट्स कैलोरी से भरपूर दिवाली स्नेक्स और मिठाइयों कें बहुत अच्छे विकल्प हैं। फ्रेश फ्रूट्स और उनसे बने डेजर्ट जैसे- फ्रूट क्रीम, फ्रूट कस्टर्ड, फ्रूट-वेजिटेबल सलाद या चाट लेना बेहतर है। ये खाने में काफी हेल्दी और टेस्टी तो होते ही हैं। मिठाई खाने की तलब को भी शांत करते हैं और वजन को भी नियंत्रित रखते हैं।
डिहाइड्रेशन होने से बचें
आमतौर पर फैस्टिवल माहौल में हम इतने व्यस्त हो जाते हैं कि कई बार पानी पीना भूल जाते हैं। सबसे जरूरी है खुद को हाइड्रेट रखें। दिन में 10-12 गिलास पानी जरूर पिएं। इससे एक तो आपको बार-बार भूख नहीं लगेगी और मेटाबाॅलिज्म भी ठीक रहेगा। डायजेशन ठीक रहेगा, ली गई कैलोरी बर्न हो जाएंगी और वजन नियंत्रित रहेगा।
ज्यादा मात्रा में दिवाली स्नैक्स या जंक फूड खाने से भी बचे रहेंगे। कोल्ड ड्रिंक्स जैसे- सोडा या गैस वाली ऐरेटिड ड्रिंक्स लेने से परहेज करें। फ्रूट जूस या एल्कोहल लिमिटिड ही रखें क्योकि ये ड्रिंक्स हमारी डाइट में सिर्फ कैलोरी बढ़ाते हैं। जो मोटापे का कारण बन सकते हैं, पोषण के लिहाज से ये फायदेमंद नही हैं। प्यास लगने पर पानी पीना ही बेस्ट है। अगर खाने का मन न हो और थकावट महसूस कर रहे हों तो नारियल पानी पिएं जिसमें मौजूद मिनरल्स प्यास बुझाने के साथ ऊर्जा भी प्रदान करेंगे। इसी तरह शर्करायुक्त चाय-कॉफी या कैफीन भी ज्यादा पीना नुकसानदेह है। ग्रीन टी पीना अच्छा ऑप्शन है जिसे बनाने में टाइम तो कम लगता ही है, एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण हेल्दी भी होती है।
वर्कआउट जरूर करें
फैस्टिव माहौल में व्यस्त होने के बावजूद अपने डेली वर्कआउट को नजरअंदाज न करें। दिन में कम से कम 20 मिनट अपने लिए जरूर निकालें और अपने मनपसंद व्यायाम जरूर करें।
(डॉ शालिनी सिंघल, पोषण विशेषज्ञ, शालिनी डाइट एंड वैलनेस क्लीनिक, दिल्ली)