पौधों को बढ़ाने के लिए किस तरह की मिट्टी चाहिए चाहिए?: Prepare Soil for Plants
Prepare Soil for Plants

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अगर इन गर्मी की छुट्टियों में आप भी कुछ दिनों के लिए हॉलिडे पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो पौधों की टेंशन भूल जाइए। अब ऐसे कई बजट फ्रेंडली गैजेट्स और तरीके हैं, जिनसे आपके पौधे गर्मी में भी सूखेंगे नहीं।

Garden Water Tools: गर्मी के मौसम में पौधों को धूप और गर्म हवा के थपेड़ों से बचाना एक मुश्किल काम है। वहीं अगर समर हॉलिडे में कहीं घूमने का प्लान बनता है तो सबसे पहली समस्या यही आती है कि पौधों का क्या होगा। क्योंकि सूरज के इस रुद्र रूप के आगे राहत की हर कोशिश विफल ही नजर आती है। हालांकि तकनीक ने आपकी इस समस्या का हल खोज निकाला है। अगर इन गर्मी की छुट्टियों में आप भी कुछ दिनों के लिए हॉलिडे पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो पौधों की टेंशन भूल जाइए। अब ऐसे कई बजट फ्रेंडली गैजेट्स और तरीके हैं, जिनसे आपके पौधे गर्मी में भी सूखेंगे नहीं। चलिए बिना देर किए जानते हैं इनके बारे में।

गर्मी के मौसम में पौधों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ कॉमन बातों का ध्यान आपको हमेशा रखना चाहिए। पौधों को सूरज की सीधी धूप से बचाने के लिए आप ग्रीन शेड का उपयोग करें। अगर हो सके तो आप बोरियों का उपयोग भी कर सकते हैं। इन बोरियों पर आप पानी का छिड़काव करें, इससे पौधों में नमी और ठंडक बनी रहेगी।

अगर आप पांच से सात दिनों के लिए घर बाहर जा रहे हैं और आपको पौधों में पानी देने की टेंशन हो रही है तो सेल्फ वाटरिंग स्पाइक आपके बहुत काम आ सकते हैं। पौधों को पानी देना का यह एक आसान और बजट फ्रेंडली तरीका है। इस स्पाइक को आप अपनी जरूरत के अनुसार किसी भी प्लास्टिक की बोतल पर लगा सकते हैं, कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतल या फिर वाटर बोतल, जूस की बोतल यानी 500 एमएल से लेकर 2 लीटर तक की बोतल के मुंह पर आप इसे लगा सकते हो। फिर इसे आप गमले में लगा लें। इससे बूंद-बूंद पानी गमले को मिलता रहेगा।

गमलों को पानी देने का दूसरा आसान तरीका है ऑटोमेटिक ड्रिप वाटरिंग कॉर्ड। आप इस कॉर्ड का एक सिरा पानी की बाल्टी में दूसरा पौधे के गमले में डाल दें। इस कॉर्ड के जरिए गमले को बूंद-बूंद पानी मिलता रहेगा। यह 30 फिट कॉर्ड आपको करीब 300 रुपए की रेंज में मिल जाएगी, जिसे आप आसानी से यूज कर सकते हैं। अगर आप यह कॉर्ड नहीं खरीदना चाहते तो आप इसकी जगह कॉटन के कपड़े की लंबी कतरनें भी काम में ले सकते हैं।

गमलों को करीब सात दिन तक पानी देने का काम आसानी से कर पाता है यह ऑटोमेटिक वाटर ड्रापर। इस ड्रापर में करीब दो लीटर की एक थैली आती है, जिसके एक सिरे पर दो ट्यूब लगी रहती हैं। इस ट्यूब की मदद से आप एक बार में दो पौधों को पानी दे सकते हैं। ट्यूब में लगे वाल्व को आप अपनी जरूरत के अनुसार कम या ज्यादा खोल सकते हैं। ये आपको आसानी से ऑनलाइन मिल जाएगा।

आमतौर पर वन टाइम यूज पानी की बोतलों को हम कबाड़ समझकर फेंक देते हैं। लेकिन ये बोतलें हफ्तेभर तक आपके पौधों को पानी देने के काम आ सकती हैं। इसके लिए आप बोतल में पानी भरें और इसके ढक्कन में एक छेद कर दें। अब इस छेद में ईयरबर्ड फिक्स लें। फिर वो स्टिक के सहारे इस बोतल को उल्टा करके गमले में फिक्स कर दें। तैयार है आपका ऑटोमेटिक वाटर सिस्टम।

अगर आप दो से तीन दिन के लिए बाहर जा रहे हैं तो जूट का बोरा या फिर गत्ते का टुकड़ा आपके काम आ सकता है। इसके लिए आप गमले में अच्छे से पानी दें। अब जूट के बोरे को गमले के आकार में काटें और उसे गमले में फिक्स करके फिर से पानी दें। यही प्रक्रिया आप गत्ते के टुकड़े के साथ भी कर सकते हैं। इन दोनों से ही पौधे की मिट्टी लंबे समय तक गीली रहेगी।  

नारियल के छिलकों को अक्सर लोग कचरा समझते हैं, लेकिन ये कचरा पौधों के लिए बहुत काम का है। यह पौधों को ठंडक देता है। इसके लिए आप गमले में पानी देने के बाद ऊपर से नारियल के छिलकों को डाल दें। अब गमले में फिर से पानी दें। आपके पौधे 5 से 6​ दिन तक नहीं सूखेंगे।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...