एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि कम कार्ब वाले नाश्ते को खाने से पूरे दिन ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। ये लो फैट नाश्ते के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद है। कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में टाइप 2 मधुमेह वाले 121 रोगियों में 3 महीने के अध्ययन से ये रिजल्ट मिला है।
इस स्टडी में कम एक ग्रुप को कार्बोहाइड्रेट वाला नाश्ता दिया गया। इंटरवेंशन ग्रुप के लोगों को कम कार्ब वाला नाश्ता खाने की सलाह दी गई, जिसमें 25 ग्राम प्रोटीन, 8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 37 ग्राम वसा और लगभग 450 कैलोरी होती है।
Heads-up, type 2 diabetes patients: In a new study, researchers found that eating a low-carb breakfast was linked to a smaller spike in blood sugar after the meal, as compared with eating a low-fat breakfast. https://t.co/JqXi9QvK1Y pic.twitter.com/Vb26IReqlp
— WebMD (@WebMD) June 8, 2023
इस रिसर्च के लिए एक रजिस्टर्ड आहार विशेषज्ञ से ऐसे नाश्ते के लिए आठ से 12 रेसिपी ली गई। इनमें से अधिकांश नाश्ते के व्यंजनों में दो से तीन अंडे होते हैं – उदाहरण के लिए, पनीर के साथ एक आमलेट, या बेकन के साथ तले हुए अंडे।
इंटरवेंशन ग्रुप को 20 ग्राम प्रोटीन, 56 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 15 ग्राम वसा के साथ लगभग 450 कैलोरी के साथ कम वसा वाला नाश्ता खाने की सलाह दी गई।

अध्ययन से पता चला है कि यदि टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए दिन का पहला भोजन कम कार्ब और प्रोटीन और वसा वाला दिया जाता है, तो इससे ब्लड शुगर लेवल मैनेज रहता है। नाश्ते में कम कार्ब्स खाने से टाइप 2 मधुमेह रोगियों का ग्लूकोज लेवल भी बैलेंस रहता है।
इस रिसर्च से ये समझ आता है कि टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए लो-कार्ब ब्रेकफास्ट काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।